* गंदगी और कचरों के ढेर से किसान, व्यवसायी व हमाल परेशान
अमरावती/दि.29– अमरावती उपज मंडी के सब्जी बाजार में समिति परिसर में स्वच्छता का अभाव है. मानसून की पहली बारिश ने मंडी की पोल खोल दी है. कचरों के ढेर और गंदगी के कारण चारों तरफ बदबू फैलने से यहां आनेवाले किसान, व्यवसायी और हमालों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है. मंडी प्रशासन की लापरवाही के कारण पुराने कॉटन मार्केट की इस सब्जी मंडी में गंदगी का साम्राज्य है.
अमरावती की सब्जी मंडी में जिले से ही नहीं बल्कि अन्य जिलों से भी नागरिक यहां आते है. देर रात 2 बजे से प्याज समेत सभी सब्जियां और फलों के ट्रक यहां आना शुरु हो जाते है. बीते दो दिनों से रिमझिम बारिश शुरु है, इस कारण मंडी परिसर में चारों तरफ किचड हो गया है. पिछले संचालक मंडल के कार्यकाल मेें मंडी परिसर में 18 करोड के काम करने की निविदा निकाली गई. लेकिन आखिर तक यह प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई. इस कारण इस क्षेत्र में किए जाने वाले विकास काम अधूरे है. परिणामस्वरुप इस वर्ष भी नागरिकों को बरसात के दिनों में सब्जी मंडी में आते समय विविध समस्याओं का समाना करना पडेगा. दूसरी तरफ यहां पंजीकृत 350 दुकानदार भी अपनी दुकानों के सामने सडे प्याज, सब्जी, कचरा फेंकते हैं. इस कारण चारों तरफ बदबू फैल जाती है. कचरे के ठेकेदार भी यहां साफ-सफाई करते दिखाई नहीं देते. इस कारण दिनोंदिन कचरों का ढेर और गंदगी का साम्राज्य बढता जा रहा है. सभी लाइसेंस धारक दुकानदारों के पास यदि कचरे की पेटियां दी गई अथवा मंडी में विविध स्थानों पर कचरा कंटेनर रखे गए और उसी में कचरा डालने की सूचना दी गई तो गंदगी और बदबू से नागरिकों को निजात मिलेगी. लेकिन इस तरह के उपक्रम अब तक सब्जी मंडी परिसर में चलाए नहीं गए है. तडके 4 बजे सब्जी लेने जानेवाले खुदरा सब्जी विक्रेता तथा थोक व्यवसायियों को चारों तरफ फैली गंदगी और किचड को पार कर दुकानों तक पहुंचना पडता है. अनेक स्थानों पर आलम ऐसा है कि ट्रकों से पेटियां भी किचड में ही उतारकर रखनी पडती है. कुल मिलाकर मंडी परिसर में चारों तरफ कांक्रीटीकरण कर गंदगी से निजाद दिलाने की मांग होने लगी है.