44 डिग्री के मुहाने पर पहुंचा अमरावती
आज अधिकतम तापमान रहा 43.5 डिग्री सेल्सीअस

* एक बार फिर उछाल भर रहा पारा, मौसम लगातार हो रहा गर्म
अमरावती/दि.19 – जहां विगत सप्ताह के दौरान बदरीले वातावरण और बेमौसम बारिश के चलते गर्मी से काफी हद तक राहत मिली थी. वहीं जारी सप्ताह के दौरान वातावरण खुला रहने के चलते तापमान धीरे-धीरे बढना शुरु हुआ और आज एक बार फिर अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सीअस पर जा पहुंचा. जिसके जल्द ही 44 डिग्री सेल्सीअस के स्तर तक पहुंच जाने की संभावना भी जताई जा रही है. वहीं पडोसी जिला अकोला राज्य में लगातार तीसरे दिन 44.4 डिग्री सेल्सीअस अधिकतम तापमान के साथ राज्य का सर्वाधिक गर्म शहर बना हुआ है. इस समय आलम यह है कि, शाम ढल जाने के बावजूद लू एवं गर्म हवाओं के थपेडे महसूस किए जाते है और रात 10 बजे के आसपास तक तापमान 35 डिग्री सेल्सीअस के आसपास रहता है. जिससे भीषण गर्मी का सहज अनुमान लगाया जा सकता है.
ज्ञात रहे कि, इस समय विदर्भ क्षेत्र के लगभग सभी जिले भीषण गर्मी से जूझ रहे है और अधिकांश जिलो में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सीअस से अधिक है. इसमें भी कुछ जिलो में अधिकतम तापमान 43 डिग्री के स्तर को पार कर चुका है. जिसके तहत जहां अकोला जिला 44.4 डिग्री सेल्सीअस तापमान के साथ राज्य का सर्वाधिक गर्म शहर बना हुआ है. वहीं अमरावती व यवतमाल जिलो का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सीअस के स्तर को छूते हुए 44 डिग्री सेल्सीअस होने की ओर आगे बढ रहा है.
* पंखे व कूलर साबित हो रहे नाकाम
इस समय भीषण गर्मी का यह आलम है कि, पंखे व कूलर लगभग नाकाम साबित हो रहे है. वहीं एसी से थोडीबहुत राहत मिल रही है. ऐसे में भीषण गर्मी के चलते आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त होता दिखाई दे रहा है.
* दोपहर के बाद सडकों पर सन्नाटा
इन दिनों तेज धूप और भीषण गर्मी का असर सुबह से ही दिखाई देने लगा है और सुबह 9-10 बजते-बजते धूप की तेज तपीश महसूस होने लगती है. साथ ही दोपहर 1-2 बजे के आसपास धूप एवं गर्मी का कहर व असर इतना अधिक होता है कि, लोगबाग अपने घरों से बाहर निकलने से कतराने लगते है. यही वजह है कि, इन दिनों दोपहर के समय शहर सहित जिले की सडकों पर इक्का-दुक्का वाहन ही दिखाई देते है और हर ओर अघोषित कर्फ्यू व सन्नाटे वाला दृष्य दिखाई देता है.
* उष्माघात को लेकर स्वास्थ महकमा अलर्ट
तापमान में लगातार आ रहे उछाल तथा भीषण गर्मी वाले मौसम को देखते हुए इस समय उष्माघात होने का खतरा बडे पैमाने पर बना हुआ है और कई लोग उष्माघात की चपेट में भी आ रहे है. इस बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ महकमा पूरी तरह से अलर्ट है. जिसके तहत सभी सरकारी अस्पतालों में उष्माघात कक्ष तैयार किए गए है.
* खास एवं वुडवूल की बिक्री बढी
चूंकि अब गर्मी अपना असली असर दिखाने लगी है. जिसके चलते लगभग प्रत्येक व्यक्ति के घर में कूलर लगाने का काम शुरु हो गया है. जिसके चलते नए कूलरों की बिक्री बढने के साथ-साथ पुराने कूलरों में लगाने हेतु खस व वुडवूल की बिक्री भी बढ गई है.