‘पीएम उषा’ योजना के तहत अमरावती विद्यापीठ को मिला 20 करोड का अनुदान
पीएम मोदी के हाथों हुआ पीएम उषा पोर्टल का उद्घाटन
* केंद्र सरकार द्वारा निधि को दी गई मंजूरी
* शैक्षणिक गुणवत्ता का स्तर उचा उठाने सहित मूलभूत सेवा के होंगे काम
अमरावती/दि.20– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के लिए प्रधानमंत्री उच्चतम शिक्षा अभियान (पीएम उषा) योजनांतर्गत के तहत केंद्र सरकार द्वारा 20 करोड रुपए का अनुदान मंजूर किया गया है. वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज 20 फरवरी को सुबह 11 बजे ऑनलाइन पद्धति से पीएम उषा पोर्टल का उद्घाटन किया गया. जिसके लिए संगाबा अमरावती विद्यापीठ स्थित डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख सिनेट सभागृह में कुलगुरु डॉ. मिलिंद बारहाते की अध्यक्षता के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख सहित विद्यापीठ के विविध प्राधिकरण के सदस्य शैक्षणिक व प्रशासकीय विभाग प्रमुख शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
बता दें कि, पीएम उषा योजनांतर्गत केंद्र सरकार ने देशभर के 35 विद्यापीठों के लिए 100-100 करोड रुपए, 73 विद्यापीठों के लिए 20-20 करोड रुपए तथा 401 महाविद्यालयों व अन्य संस्थाओं के लिए 5-5 करोड रुपए की अनुदान राशि को मंजूरी दी है. जिसके तहत अमरावती विद्यापीठ के लिए 20 करोड रुपए की निधि को मंजूरी मिली है. इस योजना को शुरु करने हेतु आज सुबह 11 बजे पीएम उषा पोर्टल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया गया. इस समय प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि, सभी विद्यापीठों में शैक्षणिक गुणवत्ता का स्तर उचा उठाने तथा शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को सृजन करने तथा सभी विद्यापीठों, महाविद्यालयों व शिक्षा संस्थाओं में मूलभूत सुविधाओं का विकास करने हेतु निधि को मंजूरी दी गई है. जिसका शिक्षा क्षेत्र को निश्चित तौर पर फायदा होगा.
बता दें कि, विगत दिनों ही केंद्र सरकार के उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) की बैठक हुई थी. जिसमें देश के कई विद्यापीठों व महाविद्यालय का अनुदान हेतु चयन किया गया. इसके तहत अमरावती विद्यापीठ को 20 करोड रुपए का अनुदान देने की घोषणा की गई. पीएम उषा योजनांतर्गत पूर्व प्राचार्य डॉ. ए. बी. मराठे की अध्यक्षता के तहत सदस्य सचिव के तौर पर उपकुलसचिव (विकास) डॉ. सुलभा पाटिल तथा सदस्य के तौर पर आईक्यूएसी संचालक डॉ. संदीप वाघुले, केमिकल टेक्नॉलॉजी विभाग के सहयोगी प्राध्यापक अनिल राठोड का समावेश रहने वाली समिति का गठन कुलगुरु डॉ. मिलिंद बारहाते द्वारा किया गया था और इस समिति ने प्र-कुलगुरु डॉ. प्रसाद वाडेगावकर के मार्गदर्शन के तहत सरकार के समक्ष विद्यापीठ का प्रकल्प बेहतरीन तरीके से प्रस्तूत किया था. जिसके चलते मूलभूत सुविधा व निर्माण हेतु 16 करोड रुपए रिनोवेशन व अपग्रेडेशन हेतु 1.95 करोड रुपए वैज्ञानिक उपकरणों की खरीदी हेतु 1.20 करोड रुपए, सॉफ्ट कम्पोनंट के लिए 0.85 करोड रुपए ऐसे कुल 20 करोड रुपए की निधि जल्द ही विद्यापीठ को प्राप्त होगी.
* क्या है पीएम उषा योजना?
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक पीएम उषा योजना के तहत शिक्षा एवं संशोधन को प्रोत्साहित करने के साथ ही सर्वसमावेशक शैक्षणिक वातावरण निश्चित करने हेतु अनेकों उपक्रम चलाए जाएंगे. जिसके तहत पदवि एवं पदव्युत्तर स्तर पर कई पाठ्यक्रमों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से शुरु किया जाएगा. साथ ही अत्याधुनिक ई-ग्रंथालय सुविधा, अध्यावत संशोधन केंद्र, विद्यार्थी कौशल्य विकास केंद्र, स्टार्टअप एण्ड इन्क्यूबेशन सेल तथा कम्प्यूटराईज समूपदेशन व मार्गदर्शन केंद्र शुरु करने के साथ-साथ विद्यापीठों में अत्याधुनिक संशोधन सामग्री व उपकरणों की उपलब्धता कराई जाएगी.