अमरावती

सर्वधर्म समभाव का प्रतिक है अमरावती उत्सव मेला

जातिधर्म का भेद किये बिना मिलता है हजारों लोगों को रोजगार

अमरावती/दि.19- इस समय हर ओर जाति धर्म की राजनीति चल रही है. इसके तहत कहीें लाउडस्पीकर, तो कहीं हनुमान चालीसा पढने के मुद्दे को जमकर उछाला जा रहा है. ऐसे में कुछ हद तक जातिय व धार्मिक तनाव की स्थिति बनी हुई है. किंतु वहीं दूसरी ओर स्थानीय सायन्सकोर मैदान में प्रतिवर्ष लगनेवाला अमरावती उत्सव मेला हमेशा की तरह सामाजिक एकता व सर्व धर्म समभाव का प्रतिक बना हुआ है. जहां पर एक ओर अलग-अलग धर्म व जाति से वास्ता रखनेवाले लोगों को बिना किसी भेदभाव के रोजगार का अवसर मिलता है. वहीं दूसरी ओर इस मेले में शहर के अलग-अलग इलाकों में रहनेवाले विभिन्न जाति व धर्मों के लोगबाग परिवार सहित आकर आनंद के पल बिताते है. ऐसे में मौजूदा तनाववाले हालात में अमरावती उत्सव मेला को सुकूनवाला स्थान भी कहा जा सकता है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण एवं लॉकडाउन के चलते विगत दो वर्षों से यात्रा, उत्सव, धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम तथा सभी तरह के समारोहों के आयोजनों पर प्रतिबंध लगे हुए थे. ऐसे में कई लोगों के हाथ से रोजी-रोटी व रोजगार के साधन चले गये और व्यापारियों व मजदूरों पर बेरोजगारी व भूखमरी की नौबत आन पडी, लेकिन अब कोविड संक्रमण का दौर बीतने के साथ ही लॉकडाउन को हटा दिया गया है तथा जनजीवन पहले की तरह सामान्य हो गया है. ऐसे में अमरावती उत्सव मेला के संचालक रहिम खान युसुफ खान ने अपने सभी सहयोगियोें को दोगुने जोश के साथ एकत्रित करते हुए स्थानीय सायन्सकोर मैदान पर अमरावती उत्सव मेला का आयोजन किया है. जहां पर कई व्यापारियोें ने अपनी-अपनी दुकाने लगाई है. साथ ही यहां पर छोटे बच्चों से लेकर घर के बडे बुजुर्गों तक के लिए मनोरंजन के अनेकों साधन उपलब्ध है. सबसे खास बात यह है कि, इस आयोजन के जरिये कई महिलाओं को रोजगार का साधन उपलब्ध हुआ है. विशेष बात यह भी है कि, अमरावती उत्सव मेला में काम करते हुए इज्जत के साथ अपनी रोजी-रोटी कमानेवाले लोगों में सभी जाति व धर्म के लोगों का समावेश है और यहां पर जात-पात के नाम पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता. बल्कि हर कोई एक परिवार के तौर पर एक साथ रहता है.
उल्लेखनीय है कि, कई वर्ष पहले शहर के सामाजिक कार्यकर्ता युसुफ खान ने अमरावती में गर्मी की छुट्टियों के दौरान परिवार सहित बेहतरीन शाम बिताने और खान-पान का लुत्फ लेते हुए मनोरंजन के साहित्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमरावती उत्सव मेला का आयोजन करना शुरू किया था. जिसका प्रतिवर्ष अमरावतीवासियों को इंतजार रहता है. साथ ही अब इस परंपरा को अमरावती उत्सव मेला के संचालक रहिम खान युसुफ खान आगे बढा रहे है. जिनकी अगुआई में विगत कई वर्षों से अनेेकों महिलाओं व युवाओं को इस मेले के जरिये रोजगार का साधन उपलब्ध होता है.
इस वर्ष अमरावती उत्सव मेला में मनोरंजन हेतु मिक्की माउस, वॉॅटर बोट, चक्री झूला, ड्रैगन ट्रेन, ब्रेक डान्स झुला, आकाश झुला व नाव झुला उपलब्ध कराये गये है. साथ ही यहां साकार किये गये फुड झोन में लजवाब, स्वादिष्ट व टेस्टी खाद्य पदार्थ उपलब्ध है. इसके अलावा यहां पर महिलाओं के लिए ज्वेलरी व कटलरी के स्टॉल साकार करने के साथ ही घरेलू उपयोग में आनेवाले साहित्य की कई दुकाने भी लगाई गई है. साथ ही यहां पर छोटे बच्चों के लिए आकर्षक खेल-खिलौने के स्टॉल भी लगाये गये है.
अमरावती उत्सव मेला के संचालक रहिम खान युसुफ खान पठान ने सभी अमरावतीवासियों से इस मेले का सहपरिवार आनंद लेने और मेले में एकबार अवश्य भेंट देने का आवाहन व आग्रह किया है.

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