
* विकास कामों के ठप्प होने की बात कही
अमरावती/दि.25- मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के मुंबई स्थित आवास ‘मातोश्री’ बंगले पर हनुमान चालीसा पढने की नाहक जिद के चलते जिले की सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी नौटंकी की, उसकी वजह से अमरावती शहर एवं जिले को राज्य सहित पूरे देश के सामने शर्मसार और अपमानित होना पडा है. साथ ही इन दोनों नेताओं द्वारा सस्ती लोकप्रियता के चक्कर में की जाती उठापटक के चलते अमरावती शहर व जिले में विकास कार्य ठप्प पडे हुए है. इस आशय का आरोप राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में की गई.
इस पत्रवार्ता में राकांपा पदाधिकारी प्रदीप राउत ने राणा दम्पति को जमकर आडे हाथ लेते हुए कहा कि, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राकांपा, कांग्रेस व रिपाइं ने नवनीत राणा को अधिकृत प्रत्याशी बनाते हुए उनकी जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगायी थी. वहीं वर्ष 2019 का लोकसभी चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लडनेवाली नवनीत राणा को अपना समर्थन देते हुए हमने उन्हें विजयी किया. इसी तरह बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से रवि राणा भी कांग्रेस व राकांपा के सहयोगी दलों के समर्थन से ही चुनाव जीते. लेकिन चुनाव जीतने के बाद दुसरे ही दिन दोनों पति-पत्नी ने अपने सहयोगी दलों का हाथ छुडाकर भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करना शुरू कर दिया. यह केवल कांंग्रेस, राकांपा व रिपाइं के साथ नहीं, बल्कि जिले के आम मतदाताओं के साथ विश्वासघात है. इसी तरह दो दिन पूर्व राणा दम्पत्ति ने मुंबई जाकर जो कुछ भी किया, वह भी पूरी तरह से अयोग्य है. राणा दम्पति ने हिंदुत्व के नाम पर मुख्यमंत्री के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया. साथ ही पुलिस अधिकारियों के साथ असभ्य बर्ताव किया, जो पूरी तरह से निंदनीय है.
इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, शिवसेना अपने आप में हिंदुत्ववादी पार्टी है, लेकिन शिवसेना द्वारा सभी जाति व धर्म के लोगों को साथ लेकर काम किया जाता है. परंतू राणा दम्पति द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा हिंदुत्व काफी जहरीला व समाज विघातक है. जिससे राज्य में सामाजिक व जातीय तनाव बन रहा है. इसका समर्थन कतई नहीं किया जा सकता. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, इस समय मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे समूचे देश में ‘नंबर-1’ मुख्यमंत्री साबित हुए है और उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र बडी तेजी से विकास की ओर आगे बढ रहा है. किंतु विपक्ष द्वारा इसमें अडंगा डालते हुए बेवजह ही महाविकास आघाडी पर आरोप लगाये जा रहे है. ऐसे में अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी चुपचाप व शांत नहीं बैठेगी और यदि महाविकास आघाडी में शामिल कांग्रेस व शिवसेना को लेकर भी कोई आरोप लगाया जाता है, तो दोनों दलों के साथ राकांपा पूरी ताकत के साथ बनी रहेगी.
इस पत्रवार्ता में यह आरोप भी लगाया गया कि, सांसद नवनीत राणा ने अमरावती जिले के विकास की ओर पूरी अनदेखी की है और उन्हें प्राप्त 7 करोड रूपयों की निधी में से केवल दो करोड रूपयों की निधी ही खर्च हुई है. वहीं पांच करोड रूपये की निधी अखर्चित पडी है. इसके अलावा फिनले मिल सहित बेलोरा विमानतल का मसला भी अधर में लटका पडा है और कई समस्याएं जिले के सामने है. जिन्हें हल करने की बजाय सांसद नवनीत राणा द्वारा बेवजह की बातों को तुल दिया जा रहा है. इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, अब भविष्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा नवनीत राणा को कभी कोई सहयोग नहीं किया जायेगा. साथ ही राणा दम्पति द्वारा किये गये विश्वासघात की जानकारी राकांपा के स्थानीय पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा वरिष्ठ स्तर पर पहुंचायी जायेगी.
इस पत्रकार परिषद में ऋषि वैद्य सहित शरज जवंजाल, प्रवीण भुजाडे, मंगेश भटकर, राजेश ठाकरे, रणजीत कालबांडे व ऋषिकेश पाटील आदि उपस्थित थे.