अमरावती

‘अमरावतीकर’ पालखी हुई पंढरपुर रवाना

जय हरी विठ्ठल के उद्घोष से गूंजा शहर

अमरावती/दि.12 – संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह में माऊली के रथ के पीछे चलने का सम्मान प्राप्त ‘लक्ष्मीनारायण संस्थान’ की ‘अमरावतीकर दिंडी’ ताल मृदंग की धुन पर हरिनाम का जयघोष करते हुए पंढरपुर के लिए रवाना हुई. आषाढ़ी एकादशी निमित्त बड़े उत्साह के साथ इस दिंडी का प्रस्थान हुआ.
स्थानीय भाजी बाजार स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में प. पू. सदगुरु राजाधिराज विट्ठलानंद सरस्वती महाराज के पादुका पूजन संस्थान के अध्यक्ष विधिज्ञ प्रशांत देशपांडे के हाथों मंगलवाद्य के सुरमयी वातावरण में किया गया. हभप विष्णु महाराज राऊत का सर्वप्रथम प्रवचन हुआ. शाम के समय दिंडी प्रस्थान समारोह की शुरुआत हुई. संत ज्ञानेश्वर महाराज, राजाधिराज विट्ठलानंद सरस्वती महाराज, स्वामी नित्यानंद सरस्वती महाराज, स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज की भव्य प्रतिमा, वाद्यवृंद, भजनी मंडल दिंडी के साथ चल रहे थे. लक्ष्मी नारायण मंदिर से परंपरागत रुप से फूलों से सजी पालकी में पादुका विराजमान कर संस्थान के उपाध्यक्ष पूर्व महापौर विलास इंगोले के हाथों पालकी पूजन हुआ.
भक्तों को पहला पादुका दर्शन सालों की परंपरा अनुसार महाराज के परमभक्त स्व. नारायण व्यास के कुंभारवाड़ा स्थित निवासस्थान पर हुआ. पश्चात कुंभारवाड़ा, खडकाड़ीपुरा, महाजनपुरी गेट, बजरंग चौक, नीलकंठ चौक से होते हुए पालकी मार्गक्रमण कर रही थी. बुधवारा चौक में आजाद हिंद मंडल की ओर से स्व. हरिभाऊ कलोती स्मारक के सामने दिंडी का भव्य पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया. पश्चात पालकी अंबागेट, गांधीचौक, राजकमल चौक से गुजरी. हर चौक चौराहे पर पालकी का भव्य स्वागत किया गया. जगह- जगह मार्ग को फूलों तथा रंगोली से सजाया गया था. इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे. पंढरीनाथ के दर्शनार्थ वारकरियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. अंबानगरी वासियों को पांडुरंग के दर्शनों की आस दिंडी समारोह में साफ झलक रही थी.
दिंडी प्रस्थान समारोह में लक्ष्मी नारायण संस्थान के सचिव एड. कौस्तुभ लवाटे, सहसचिव माधव पांडे, पूर्व अध्यक्ष डॉ. गिरीश बनसोड, विश्वस्त दिनकर धोंगडी, पांडुरंग उंडे, किशोर जोशी, अंबादेवी संस्थान के विश्वस्त एड. राजेंद्र पांडे, मनोज बेले, प्रमोद इंगोले, सुरेश रतावा, दिलीप देशमुख, नितिन व्यास, गिरीश दुद्दलवार, अनिल पवार, दिलीप साऊरकर, राधा लेंघे, वीणा चवरे, प्रतिमा हंबर्डे, कीर्ति जोशी, कल्याणी जोशी, सविता गुढे, अर्चना शिंदे, प्रभा कपिले, वंदना नाकोड, कल्याणी आष्टीकर, कल्याणी जोशी, वनमाला करुले, शारदा पेटकर, साळु पंत मंजिरी मोहरील, स्वाति पेटकर, स्वीत पंत कल्पना काणे, सुधाकरशास्त्री पोफली, संतोष चिरडे, अंबादास लडके, सारंगशास्त्री जोशी, राहुल शास्त्री वाठोडकर, डॉ. मंगेश श्रीराव, अनंत कुचे, गजानन मुंदाने, नंदकिशोर ठाकरे, संजय अनासाने, प्रमोद मुंदाने, हरिदास भांगे, प्रमोद ठाकरे, सतीश मरोडकर, राजेश मरोडकर, श्याम कुचे, अरुण गुल्हाने, अमोल मरोडकर, प्रफुल्ल बनारसे, संदीप राऊत, राजदीप बनारसे, सतीश रुद्रकार, संकेत गुडधे, अनिल गोटे, अनिकेत गुडधे, किसन राऊत, बबलू देशमुख, गुरु देवगडे, हरि जातकार, दत्ता सखे, संतोष मुकींद, रीता कुचे, सीमा कुचे, शोभा कुचे, कविता कुचे, अंजली ठाकरे, प्रतिभा ठाकरे, रेखा लडके, चित्रा वाहनकर, प्रज्ञा राऊत, संगीता कोल्हे, वेणु गोटे, मिलिंद क्षीरसागर, पवन ठाकुर, श्याम राऊत के साथ बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button