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अमरावती की आबोहवा सबसे अच्छी

देश में तीसरा नंबर, 25 लाख का ईनाम

* स्वच्छ वायु सर्वेक्षण
* महाराष्ट्र में एकमेव मनपा
अमरावती/दि.2- संपूर्ण भारत में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण एनसीएपी में सीपीसीबी व्दारा गुपचुप किए गए सर्वे में अमरावती महानगरपालिका को अपने श्रेणी में तीसरा क्रमांक का पुरस्कार घोषित हुआ हैं. पुरस्कार स्वरुप मनपा को 25 लाख नगद और प्रमाण पत्र दिया जाएगा. मनपा को मिले राष्ट्रीयस्तर के पुरस्कार के कारण आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर को आज सवेरे से ही समाज के विभिन्न वर्गो सहित नेताओं, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों व्दारा बधाई का तांता लगा हैं. यह पुरस्कार कल 3 दिसंबर को भुवनेश्वर में होने वाले समारोह में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के हस्ते प्रदान किया जाएगा.
* गंगवार ने भेजी खुशखबर
पर्यावरण मंत्रालय के अपर सचिव नरेश पाल गंगवार ने अमरावती को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर 25 लाख रुपए का तृतीय स्थान प्राप्त होने का संदेश गत शाम भेजा. महाराष्ट्र में अमरावती एकमात्र मनपा है, जिसे इस श्रेणी में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार प्राप्त हुआ हैं.
* प्राप्त किए 165 अंक
पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने गत अगस्त में सर्वेक्षण किया था. 131 शहरों ने इस स्पर्धा में सहभाग किया. स्वयं असेसमेंट के अलावा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी ने मनपा को बगैर सूचित किए यह सर्वेक्षण किया. जिसमें 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मुरादाबाद और फिरोजाबाद के बाद अमरावती ने 165 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया. पहले स्थान में केवल 11 अंको का फर्क रहा.
* लखनऊ और देवास अव्वल
10 लाख से अधिक आबादी के शहरों में लखनउ 177 अंको के साथ पहले, प्रयागराज 174.9 अंको के साथ दूसरे और वाराणसी 173.8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहा. 3 लाख तक आबादी की श्रेणी में मध्यप्रदेश के देवास शहर ने 175 से अधिक गुण प्राप्त कर पहला स्थान पाया. दूसरे स्थान पर गुजरात का सुरेंद्र नगर (169) अंक और तीसरे स्थान पर पूर्वोत्तर का नालागढ (167) अंक रहा. बता दें कि देवास सरकारी टकसाल के लिए भी प्रसिद्ध हैं.
बॉक्स-फोटो-प्रवीण आष्टीकर- तीन चार कॉलम लगाए
* श्रेय सभी को, अगली बार अव्वल आने का प्रयास
मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर स्वच्छ वायु सर्वेक्षण स्पर्धा में महानगर के तीसरे क्रमांक पर आने से गदगद नजर आए. डॉ. आष्टीकर ने कहा कि, मनपा के समस्त स्टॉफ को इस सफलता का श्रेय जाता हैं. उसी प्रकार पर्यावरण अधिकारी महेश देशमुख और उनके सभी अधीनस्थों व्दारा किए गए बढिया कार्य का यह पुरस्कार हैं. केंद्रीय मंत्रालय के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022-23 में पुरस्कार हासिल करने वाली अमरावती मनपा प्रदेश में एकमात्र हैं. इस बात से भी डॉ. आष्टीकर बडे प्रसन्न दिखाई दिए. अमरावती मंडल की बधाई स्वीकार करने के साथ उन्होंने बताया कि, सभी के प्रयासों से किए गए कार्यो की बदौलत अंबानगरी की आबोहवा अच्छी रही हैं. इस दिशा में आगे और प्रयत्न होंगे. उसी प्रकार आगामी स्पर्धा में पहला, दूसरा स्थान अर्जित करने की कोशिश बेशक रहेगी.
* क्या किया कि मिला अवार्ड
डॉ. आष्टीकर ने बताया कि, स्वच्छ वायु के लिए सडकों को साफ-सुथरा रखने पर जोर दिया गया. पेड, पौधोें की रखवाली भी की गई और नए पौधे बडे प्रमाण में लगाए गए. जिसके कारण अमरावती में अन्य शहरों के मुकाबले धूल कम नजर आई हैं.
* सर्वे गोपनीय, कब आते-कब जाते पता नहीं
डॉ. आष्टीकर ने बताया कि, पर्यावरण मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम अंतर्गत सर्वेक्षण पहली बार करवाया हैं. इसके लिए मंत्रालय व्दारा तय एजेंसी के अधिकारियों के दल ने अमरावती आकर गोपनीय तरीके से सर्वेक्षण किया. मनपा को इस बारे में भनक भी नहीं लगने दी जाती. कब आए और सर्वेक्षण करके चले गए, इसका विशेष रुप से मनपा को तो पता नहीं चला. स्पर्धा में सहभागी होने के बाद कुछ आंकडो की जानकारी अवश्य मांगी गई थी. वह केवल मनपा ने प्रोवाइड की.
*खरीदेंगे तीन आटोमेटिक स्वीपर
डॉ. आष्टीकर ने प्रण जताया कि, सभी के सहकार्य से ऐसी स्पर्धा में अगली बार अमरावती को अव्वल लाने का प्रयास होगा. अमरावती में धूल और धूलकणों की संख्या कम करने विशेष प्रयत्न होंगे. इसके लिए मनपा तीन बडे आटोमेटिक स्वीपर खरीदे जा रही है जो दस गुना अधिक और काफी तेजी से सडकें स्वच्छ करेंगे. धूल का नामोनिशान नहीं रहेगा. स्वीपर का नियमित उपयोग होने से निश्चित ही यहां के आबोहवा की गुणवत्ता में सुधार होगा. प्लांटेशन पर भी निश्चित ही मनपा का जोर रहेगा.

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