अमरावती

पेड-पौधों के चलते अमरावती की आबो-हवा ‘सैटिस्फैक्टरी’

आज विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष

अमरावती/दि.6– अमरावती शहर का कुल क्षेत्रफल 121.65 चौरस किमी है और शहर की जनसंख्या करीब 9 लाख के आसपास पहुंच चुकी है. जहां एक ओर अमरावती शहर बडी तेजी के साथ विकास की ओर बढ रहा है, वहीं दूसरी ओर शहर में विविध स्वरुप के विकासात्मक काम भी लगातार चलते रहते है. ऐसे में इसकी वजह से बडे पैमाने पर धूल पैदा होती है. वहीं कचरा जलाने और वाहनों से निकलने वाले धूएं की वजह से भी हवा प्रदूषित होती है. लेकिन इसके बावजूद भी एयर क्वॉलिटी क्लासिफिकेशन के अनुसार शहर की आबो-हवा सैटिस्फैक्टरी है. ऐसे में यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में कुछ आदतों को बदलते हुए पर्यावरण संवर्धन व प्रदूषण नियंत्रण के काम में सहयोग करता है, तो अमरावती शहर में हवा की गुणवत्ता को लेकर और भी अधिक सुधार करने के गूंजाइश बची हुई है.
एयर क्वॉलिटी क्लासिफिकेशन के अनुसार वायु प्रदूषण का औसत प्रमाण 100 जेपीजी/एम तक रहने पर इसे सैटिस्फैक्टरी वर्गवारी माना जाता है. इसी वर्गवारी के तहत अमरावती शहर का समावेश किया गया है. इसके साथ ही नागरी क्षेत्र में निर्माण होने वाले ध्वनी प्रदूषण का भी नियंत्रण रखने हेतु मनपा क्षेत्र में कुल 581 शांतता क्षेत्र यानी सायलेंट जोन घोषित किए गए है.

* साल भर चलता है वृक्षसंवर्धन
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण रखने हेतु वृक्षारोपण व वृक्षसंवर्धन बेहद आवश्यक है. इस बात के मद्देनजर वर्ष 2020-21 में 6 हजार 500 पौधे लगाए गए. जिसमें से 5 हजार 950 पौधों का संवर्धन हुआ. इसी तरह वर्ष 2021-22 में 5 हजार 700 पौधे रोपे गए. जिसमें से 5 हजार 130 का संवर्धन हुआ. वहीं वर्ष 2022-23 में रोपे गए 4 हजार 900 पौधों में से 4 हजार 240 पौधों का संवर्धन किया गया.

* घनकचरे का भी शास्त्रोक्त तरीके से निस्सारण
घनकचरे का शास्त्रोक्त तरीके से निस्सारण करने हेतु सुकली कम्पोस्ट डिपो में 200 टीपीडी तथा अकोली में 100 टीपीडी क्षमता वाला प्रकल्प स्थापित किया गया है. सुकली कम्पोट डिपो में बायोमायनिंग के पहले चरण के तहत 1.31 लाख घनमीटर निगसी वेस्ट का शास्त्रोक्त तरीके से निस्सारण किया गया.

* इस बार प्लास्टिक प्रदूषण पर उपाय की थीम
वर्ष 2023 में विश्व पर्यावरण् दिवस हेतु प्लास्टिक प्रदूषण पर उपाय यह थीम तैयार की गई है. हलांकि महानगरपालिका व्दारा पहले से प्रतिबंधित प्लास्टिक को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है. मनपा के स्वच्छता विभाग ने एक माह पूर्व करीब 6 हजार 400 किलो प्लास्टिक जब्त किया था. वहीं अब मनपा व्दारा प्लास्टिक प्रदूषण पर उपाय की थीम के आधार पर काम किया जाएगा.

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