अमरावती की गौसेवा प्रेरणास्पद, मिसाल
राज्य गौसेवा आयोग अध्यक्ष मूंधडा के गौरवोद्गार
* गौरक्षण संस्था ने किया स्नेहिल सत्कार
* गौवंश निवास शेड का भव्य भूमिपूजन
अमरावती/ दि. 5 – अंबानगरी की 139 वर्ष से चली आ रही गौसेवा सचमुच प्रेरणास्पद है. यहां एक जगह 103 गाय की नीलामी हो रही थी. उसे आननफानन में 13. 5 लाख रूपए एकत्र कर खरीदने एवं गौसेवा करने का वाकया शानदार एवं उदाहरण बना है. यहां बार- बार आने की प्रेरणा मिलती हैं. राज्य शासन ने संपूर्ण अध्ययन पश्चात गायों को रोजाना 50 रूपए चारा अनुदान देने का निर्णय किया है. इसे आगे भी बढाकर प्रत्येक गौपालक को गाय के चारा अनुदान शुरू करने प्रयास जारी रहेंगे. शेखर मूंधडा आज दोपहर दस्तूर नगर स्थित गौशाला में गौवंश निवास शेड के भूमिपूूजन एवं उनके सत्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे. मंच पर अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल, प्रसिध्द उद्यमी नरेंद्र भाराणी,गौसेवा आयोग के सदस्य सुनील सूर्यवंशी, जिला पशु संवर्धन उपायुक्त डॉ.संजय कावरे, सहायक आयुक्त डॉ. आर. एस. पेठे, उपाध्यक्ष रामस्वरूप हेडा, दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल,सचिव दीपक मंत्री,सहसचिव श्यामसुंदर भैया आदि विराजमान थे.
सभी को अनुदान पर विचार
अपने स्नेहिल सत्कार पश्चात विचार रखते हुए शेखर मूंधडा ने बताया कि वे गाय की दससूत्री हेतु काम करने का मानस रखते हैं. राज्य गौसेवा आयोग का अध्यक्ष बनने के 15 माह में उन्होंने दो बार प्रदेश की गौशालाओं का दौरा किया. अमरावती में भी वे तीसरी बार आए हैं. बडे अध्ययन पश्चात गायों को राज्य माता की श्रेणी दिलाने एवं गौशाला के लिए प्रति गाय 50 रूपए अनुदान दिलाने में उन्हें सफलता मिली हैं. इसे बढाकर प्रत्येक गौपालक को ऐसा अनुदान दिलाने पर विचार और प्रयत्न जारी रहने की बात शेखर मूंधडा ने कही. उन्होंने बताया कि गौशाला को 100 गाय की क्षमता रहने पर 10 लाख, 200 से अधिक गाय रहने पर 25 लाख रूपए शेड हेतु अनुदान राज्य शासन देगी.
* गायोें को बचाना धर्म
शेखर मूंधडा ने कहा कि गौशाला को अनुदान और देसी गायों को राज्य माता की श्रेणी दिलाने में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, दोनों उपमुख्यमंत्री फडणवीस और पवार तथा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल का विशेष सहकार्य प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया कि चारा अनुदान से दूध नहीं दे पा सकने वाली वृध्द गायों का भी संरक्षण और पालन गौशाला के माध्यम से हो सकेगा. इस समय मूंधडा ने प्रदेश में गौशाला का तहसील निहाय ब्यौरा देते हुए बताया कि कुछ गौशाला का नियोजन ठीक न होने से 134 गौशाला को ही अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि टैगिंग से अनुदान योजना सफल हो सकती है. पशु संवर्धन विभाग रिकार्ड रख रहा है. चारा अनुदान और गौशाला प्रोत्साहन का पैमाना और बढेगा, ऐसा दावा भी मूंधडा ने किया.
* धन्य हुआ, आगे भी अच्छा करेंगे
उद्यमी नरेंद्र भाराणी ने कहा कि वे दरअसल यहां गौसेवा और व्यवस्था देख आज के कार्यक्रम का अंग बनने से गदगद हो गये हैं. संस्था के आभारी है कि उन्हें आमंत्रित और अवसर दिया. भाराणी ने कहा कि आगे भी काफी कुछ करेंगे.आज वे कोई घोषणा नहीं कर रहे है, कुछ करके बताना हैं. भाराणी ने पिता के आशीर्वाद का उल्लेख किया.
* गायों के लिए मांग रहे
अध्यक्ष एड. अटल ने कहा कि अमरावती में 134 वर्षो से गौरक्षण संस्था अविरत है. यहां के लोगों का सहयोग मिलता ही है. हम किसी के लिए नहीं तो गायों के लिए मांग रहे हैं. इसके लिए जहां भी जाना पडता है जाते हैं. उन्होंने कहा कि गायों के चारे के प्रतिदिन 50 रूपए के अनुदान हेतु बडे समय से प्रयत्न शुरू थे. आखिर राज्य शासन ने उसे मान्य किया है. संचालन मनोहर मालपानी ने और आभार प्रदर्शन सचिव दीपक मंंत्री ने किया. मान्यवरों के हस्ते गौवंश निवास शेड का भूमि पूजन किया गया. मंत्रोच्चार पं. रणजीत पांडे ने किए. शेखर मूंधडा का स्नेहिल सत्कार उपस्थितों की करतल ध्वनि के बीच किया गया.
समारोह में सर्वश्री कमल सोनी, श्रीनारायण लढ्ढा, ओमप्रकाश लढ्ढा, किशोर लाहोटी, प्रवीण चांडक, अजय हेडा, बसंत कलंत्री, श्यामसुंदर भैया, सुभाष तलडा, गोपाल बंग, मनोहर मालपानी, डॉ. दीपक कद्रे, अजय हेडा, कमलकिशोर लाहोटी, जगदीश अग्रवाल, वसंत शर्मा, विनय शर्मा, डॉ. प्रमोद वाघमारे, नंदू दिवे, कांचन चोरडिया, दिनेश पनपालिया, अनिकेत देशमुख, नीतेश श्रीनाथ, चंदन मंत्री, गोपाल राठी, प्रकाश काकाणी, पं. देवदत्त शर्मा आदि की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही.