अमरावती के ससुर को लगाया 1.50 करोड का चुना
पत्नी से तलाक, पुणे निवासी दामाद फरार
* आईटी कंपनी शुरु करने के नाम पर की धोखाधडी
अमरावती/ दि.15 – आईटी कंपनी शुरु करने के नाम पर पुणे के दामाद ने अमरावती के ससुर को करीब 1 करोड 48 लाख रुपए का चुना लगाया. दामाद इतने पर ही नहीं रुका, बल्कि रकम वापस करने से मना कर उसने पत्नी से तलाक ले लिया. मई 2015 से धोखाधडी की श्रृंखला अब तक शुरु थी. इस मामले में ससुर की शिकायत पर आरोपी दामाद विक्रम दुबे के खिलाफ आज तडके 2.34 बजे धोखाधडी का अपराध दर्ज किया.
विक्रम अनिल दुबे (महात्मा सोसायटी, कोथरुड, पुणे) यह ससुर को लूटकर कंपन न शुरु करते हुए भाग जाने वाले और गाडगे नगर पुलिस थाने में दफा 406, 420 के तहत नामजद किये गए आरोपी का नाम है. जानकारी के अनुसार कठोरा रोड के हॉलिवुड कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय सेवानिवृत्त व्यक्ति की दो बेटियां है. उनकी बडी बेटी का विवाह विक्रम दुबे के साथ हुआ था. इस बीच वह आईटी कंपनी स्थापित करने की इच्छा रखता है, ऐसा अमरावतीवासी ससुर से कहा था. आप भी उस कंपनी के संचालक मंंडल में रहेंगे, ऐसा वादा ससुर से किया. दामाद विक्रम ने ससुर से बडी रकम की मांग की. निवेश पर मिलने वाले लाभ को आपस में बांट लेंगे, ऐसा उसने बहाना बनाया.
इस बीच विक्रम दुबे ने 1 जुलाई 2015 को कंपनी का पंजीयन कराया. परंतु पंजीकृत दस्तावेज में ससुर के नाम का कही समावेश नहीं किया. इस बीच आईटी कंपनी अमरावती में शुुरु करेंगे, उसके लिए 130 एकड जमीन अमरावती एमआईडीसी में देखे, ऐसी विनंती की. ससुर का उसने विश्वास जीत लिया. मई 2015 में शिकायतकर्ता ससुर ने एफडी तोडकर दामाद को 1 लाख रुपए दिये. वेतन से भी 14 हजार 500 रुपए दिये. वे सेवानिवृत्त होने के बाद आरोपी ने उनके भविष्य निधि से 11 लाख 85 हजार रुपए खुद के खाते में ट्रान्सफर कराये. उसके बाद अलग-अलग वक्त में ससुर के खाते से 5 लाख, 2.22 लाख, 28.35 लाख, 68.28 लाख, 16.60 लाख ऐसे कुल 1 करोड 48 लाख 83 हजार 696 रुपए खुद के खाते में ट्रान्सफर करा लिये.
दामाद निकला गद्दार
आरोपी दामाद ने ससुर के पुणे व अमरावती स्थित कुल तीन बैंक खातों से वह रकम ट्रान्सफर कराई, परंतु कंपनी खडी करने के लिए टालमटोल करता रहा. इस वजह से पिता ने उनकी बेटी से इस बारे में पूछताछ की. बेटी ने भी पति से पिता कंपनी के बारे में पूछ रहे है, ऐसा पूछा. कंपनी नहीं शुरु कर रहे हो, तो पिता की रकम वापस लौटाओ, ऐसा आरोपी विक्रम से कहा. जिसके कारण दोनों दम्पति में काफी विवाद हुआ. जिसके परिणाम स्वरुप दोनों में तलाक भी हो गया.