अमरावती

अमरावतीवालों को पहली पसंद 0001 नंबर

वीवीआयपी नंबर की कीमत है 3 लाख रूपये

  • 786 क्रमांक की भी जबर्दस्त क्रेझ

  • 1, 2 व 9 के सिरीज की भी जमकर मांग

  • इस बार आरटीओ ने कमाए 72 लाख रूपये

अमरावती/दि.1 – अपने वाहनों के लिए फैन्सी व मनपसंद नंबर प्राप्त करने हेतु वाहन मालिक मुंह मांगे पैसे अदा करने के लिए तैयार रहते है. इसमें भी अमरावतीवासियों को 0001 यह वीआयपी नंबर काफी पसंद आता है और इस नंबर के लिए एक वाहनधारक द्वारा आरटीओ में करीब 3 लाख रूपये अदा किये जाने की जानकारी सामने आयी है.
इसके साथ ही अमरावतीवासियों में 786 क्रमांक को लेकर भी जबर्दस्त क्रेझ है. जिसके लिए नई कार खरीदनेवाले वाहन मालिकों ने इस चॉईस नंबर हेतु आरटीओ को डेढ-डेढ लाख रूपये अदा किये है. इसी तरह 9, 99, 999 तथा 9999 सिरीज के लिए डेढ लाख रूपये, 111, 1111 सिरीज के लिए 70 हजार रूपये, 22 क्रमांक हेतु 50 हजार रूपये तथा 222 व 2222 क्रमांक के लिए 70 हजार रूपये भरते हुए लोगों ने अपने वाहनों के लिए इन क्रमांकों को हासिल किया है. ऐसी जानकारी आरटीओ अधिकारियों द्वारा दी गई है.

  • लॉकडाउन में आरटीओ का कामकाज पूरी तरह से बंद था. पश्चात अनलॉक होते ही लोगों ने अपनी पसंद व जरूरत के मुताबिक वाहनों की खरीददारी करनी शुरू की और नये वाहनों के लिए अपनी पसंद के मुताबिक नंबर मिलने की वे इच्छा रखते है. ऐसे वीवीआयपी नंबरों से आरटीओ को अच्छीखासी आय होती है और विगत दो वर्षों के दौरान आरटीओ वीवीआयपी नंबर व फैन्सी नंबरों के जरिये अच्छाखासा राजस्व जुटाया है.

… तो नंबरों के लिए होती है नीलामी

किसी एक वीआयपी नंबर को एक से अधिक लोगों द्वारा पसंद किये जाने की स्थिति में आरटीओ द्वारा नियमानुसार उस नंबर की नीलामी की जाती है. किंतु इस बार अमरावती में ऐसी स्थिति नहीं बनी. जिसकी वजह से नीलामी नहीं की गई.

इन नंबरों की मांग व दरें सर्वाधिक

0001 – 3 लाख रूपये
786 – डेढ लाख रूपये
9999 – डेढ लाख रूपये
1111 – 70 हजार रूपये
2222 – 70 हजार रूपये

कोविड काल के दौरान ही बना रहा शौक

कोविड संक्रमण के चलते लागू किये गये लॉकडाउन में कुछ महिने तक वाहनों के शोरूम बंद थे, लेकिन अनलॉक होते ही नागरिकों ने दुपहिया व चारपहिया वाहनों की खरीदी हेतु दौड लगायी तथा कोविड संक्रमण काल के बावजूद आरटीओ को फैन्सी नंबरों के जरिये 72 लाख रूपये की आय हुई. जिसमें से 0001 क्रमांक चाहनेवाले व्यक्ति द्वारा बाकायदा 3 लाख रूपये अदा किये गये है. वहीं गत वर्ष चॉईस नंबरों के जरिये आरटीओ को 76 लाख रूपयों की आय हुई थी. यानी कोविड संक्रमण काल के बावजूद लोगों का हौसला और शौक यथावत बने रहे.

आरटीओ की वर्षनिहाय कमाई

– 2019 – 82,48,000
– 2020 – 76,40,000
– 2021 – 72,16,500

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