अमरावती की मधुरा का वर्ल्ड कप हेतु चयन
तीरंदाजी की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता
* अमेरिका और चीन में होंगे टूर्नामेंट
अमरावती /दि.17- अमरावती की मधुरा धामणगांवकर ने तीरंदाजी में शहर व जिले का नाम उंचा किया है. मधुरा का अमेरिका के हैनेस शहर और चीन के शंघाई में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए भारतीय दल में चयन किया गया है. वह फिलहाल सातारा की दृष्टि आर्चरी अकादमी में प्रशिक्षण ले रही है. कोलकाता में हुई राष्ट्रीय टीम चयन स्पर्धा में जोरदार प्रदर्शन के बल पर मधुरा का चयन होने की जानकारी दी गई.
महाराष्ट्र से मधुरा के साथ पुरुषों में नागपुर के ओजस देवतले और सातारा की अदिति स्वामी भारतीय टीम में स्थान पा सके हैं. उल्लेखनीय है कि, ओजस ने एशियायी खेलों में 3 स्वर्ण पदक जीते थे. तीनों तीरंदाजों को सातारा के प्रशिक्षक प्रवीण सावंत टे्रनिंग दे रहे हैं. तीरंदाजी की बारीकियां सिखाने के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पर्धकों से मुकाबला करने के लिए तैयार कर रहे हैं. अमेरिका में अप्रैल में और चीन मई माह में टूर्नामेंट होगा.
मधुरा धामणगांवकर ने धनुर्विद्या के आरंभिक सबक यहां गणेश विश्वकर्मा तथा पवन तांबट से प्राप्त किये. इन खिलाडियों के चयन में महाराष्ट्र राज्य तीरंदाजी संगठन के अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे और सचिव प्रमोद चांदुरकर ने बधाई व शुभकामनाएं दी है. भारतीय टीम के विजेता होकर लौटने की आशाएं खेल प्रेमी जता रहे हैं.
* सर्वाधिक 13.75 अंक के साथ चयन
कोलकाता में भारतीय औलंपिक संघ के स्टेडियम में हुई चयन स्पर्धा में मधुरा ने शानदार प्रदर्शन किया. उसे सर्वाधिक 13.75 अंक प्राप्त हुए. उसका भारत की धुरंधर तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम से तगडा मुकाबला हुआ. दोनों का मैच टाय हो गया था. टाय ब्रेकर में मधुरा ने ज्योति को हराया.
* सोना जीत लाना है
फोन पर बातचीत में मधुरा धामणगांवकर ने विश्वास व्यक्त किया कि, अमेरिका और चीन मेें होने वाली विश्व कप स्पर्धा में उसका बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहेगा और उसे उम्मीद है कि, वह देश के लिए गोल्ड मेडल लाएगी. 9 वर्ष की उम्र से तीरंदाजी सीख रही मधुरा ने कहा कि, वे अदिति स्वामी और ओजस से प्रभावित है. वह कर्मवीर भाउराव पाटिल विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर उपाधि हेतु अध्ययनरत हैं. इतिहास में एमए की उपाधि उसे प्राप्त करनी है. मधुरा ने बताया कि, उसकी बडी बहन कुशल तैराक है. माताजी ने उसे भी तैराकी का क्षेत्र चुनने कहा था. वह हव्याप्रमं के तरणताल पर प्रशिक्षण के लिए भी गई थी. किंतु बाद में उसने तुषार भारतीय की गुरुकुल अकादमी में प्रवेश लिया. जहां पवन तांबट और गणेश विश्वकर्मा ने उसे तीरंदाजी के बेसिक सिखाए. पिछले वर्ष दृष्टि अकादमी जॉइन करने से पहले मधुरा 2018 और 2019 की विश्व युवा चैम्पियनशिप में भाग ले चुकी है. वह कोलंबिया में हुई विश्व कप श्रेणी-4 स्पर्धा में भारतीय महिला टीम का सदस्य थी. यह टीम स्पर्धा में चौथे नंबर पर रही. मेडल से थोडे अंतर से चुक गई. मधुरा ने कहा कि, वह देश के लिए स्वर्णपदक जीतने की चाह लेकर बडी रोमांचित है.