अमरावती के पुलिस सिपाही को विदेश में सेवा की संधी
अमरावती/दि.29 – महाराष्ट्र पुलिस दल ने सेवा देने वाले अनेक अधिकारी विदेश में जाकर सेवा देते है, ऐसा हमने सुना है. किंतु किसी पुलिस सिपाही को सीधे विदेश में सेवा के लिए भेजने की घटना वैसे तो अलग ही है. अमरावती ग्रामीण पुलिस दल में बतौर सिपाही कार्यरत विकास अंजीकर को यह संधी मिली है. उनके विदेशी प्रतिनियुक्ति के लिए चयन किया गया है. ‘आईएएस, आईएफएस’ दर्जे के अनेक अधिकारियों को सेवा देने के लिए विदेश में भेजा जाता है. किंतु इसी प्रकार से सेवा देने के लिए अमरावती ग्रामीण पुलिस दल के पुलिस सिपाही विकास अंजीकर को भेजा गया है, इस तरह की जानकारी पुलिस अधिक्षक डॉ.हरि बालाजी एन ने दी है. अधिकारियों की तरह ही पुलिस दल के प्रामाणिक व कर्तव्यदक्ष पुलिस कर्मचारियों को विदेश में सेवा देने के लिए भेजा जाता है. इसी योजना अंतर्गत विकास अंजीकर को 3 वर्ष के लिए ‘फारेन डेप्युटेशन’ पर भेजा जा रहा है. इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए अमरावती ग्रामीण पुलिस दल के अधिक्षक हरिबालाजी एन ने कहा कि पुलिस दल के सिपाहियों को विदेश में सेवा की संधी मिलनी चाहिए, इसके लिए यह योजना है. अब तक सेवा बजाते समय वरिष्ठों से मिले हुए शेरे, सेवा व कार्य की जानकारी लेकर सिपाहियों का इस सेवा के लिए चयन किया जाता है. संबंधित कर्मचारी को दिल्ली स्थित प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षण दिया जाता है और इंटरव्यू लेकर अंतिम चयन होता है. अमरावती ग्रामीण पुलिस दल के सिपाही आगामी 3 वर्ष विदेश में जाकर ‘सिक्युरिटी असिस्टंट’ के रुप में सेवा देंगे. विदेश मेें जाकर भारत माता की प्रामाणिकता से सेवा निभाने की संधी मुझे मिली है, यह काफी मौलिक बात है, इसका श्रेय ग्रामीण पुलिस अधिक्षक डॉ.हरिबालाजी एन व मेरे मातापिता, पत्नी व परिजनों को है, इस तरह की भावना अंजीकर ने व्यक्त की. इस बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए सायबर विभाग प्रमुख पुलिस उपनिरीक्षक विरेंद्र चौबे ने कहा कि इससे पहले अमरावती पुलिस दल के तीन सिपाहियों ने विदेश में सेवा दी है. उसमें अश्विन यादव प्रवीण वानखडे व योगेश करडीकर का समावेश है. दक्षिण अफ्रिका, म्यानमार जैसे देश में जाकर ग्रामीण पुलिस दल के कर्मचारियों ने अपनी कार्यतत्परता दिखाकर जिले का सम्मान बढाया है.