अमरावती का डाक विभाग राज्य में तीसरे स्थान पर
डिजिटल सेवा और विश्वसनीयता में भी अव्वल
* स्थापना को हुए 170 साल पूर्ण
* जिले में 54 और गांव-कस्बो में 412 डाकघरों का विस्तार
* मनाया जा रहा विश्व डाक सप्ताह
अमरावती/दि.10-वर्ष 1854 में आधिकारिक रूप से शुरू भारतीय डाक विभाग की स्थापना को 9 अक्टूबर को 170 साल पूरे हुए है. यह डाकविभाग 170 साल का हुआ है. आधुनिक युग में पत्राचार का चलन भले ही बंद हुआ हैं, लेकिन भारतीय डाक विभाग की विश्वसनीयता आज भी कायम हैं. जिसमें अमरावती का डाक विभाग राज्य में तीसरे स्थान पर है. जिले में शहर, तहसील मुख्यालयों तथा गांव-देहातों में डाक विभाग के 54 प्रधान कार्यालयों एवं 412 डाकघरों का एक मजबूत नेटवर्क का विस्तार हुआ हैं. केवल पत्र-व्यवहार तक सीमित न रहकर अन्य सेवाएं शुरू करने के लिए पोस्ट विभाग ने नई तकनीक के साथ शुरू की गई डिजिटल बैंकिंग सेवा को ग्राहकों से अच्छा प्रतिसाद मिल रहा हैं. पत्राचार, इलेक्ट्रॉनिक मनी ऑर्डर, अंतर्राष्ट्रीय मनी ट्रांसफर, मनीग्राम, बैंकिंग, लाड़ली बहना योजना, बीमा बचत बैंक, आरडी, सावधि जमा, वरिष्ठ नागरिक योजना, मासिक आय योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र की सेवाओं के साथ, पोस्ट ने कई योजनाएं शुरू की हैं. जिले के किसी भी डाकघर में आधार और अंगूठा लगाकर किसी भी बैंक से पैसा निकालने की सुविधा हैं. जिससे डाक की ग्रामीण डाक बैंक सेवा महत्वाकांक्षी साबित हो रही हैं.
अमरावती के डाक अधीक्षक सी.वी. रेड्डी ने बताया की, पहले ख्याली खुशहाली को सूचित करने के तार या पत्र के अलावा कोई विकल्प नहीं था. जब कोई तार आता था तो दिल की धड़कन बढ़ जाती थी, क्योंकि तब तार संकेत होता था कि कुछ बुरा हुआ हैं. और जब कोई पत्र आता, तो परिवार समझ जाता कि यह जरूर कोई अच्छी खबर हैं. लेकिन पिछले दो दशकों में पत्रों का प्रयोग लगभग बंद हो गया. आज पत्र की जगह ई-मेल, सोशल मीडिया ने ले ली हैं. नागरिक काम के सिलसिले में अपने परिवार से हजारों किलोमीटर दूर हैं, लेकिन वे सोशल मीडिया के जरिए अपने परिवार से संवाद कर रहे हैं. हालाँकि बदलते दौर में डाक विभाग ने समय के साथ बदलाव की चुनौती को स्वीकार किया है और नई गतिविधियाँ शुरू की हैं. सूचना और प्रौद्योगिकी के युग में, कम्प्यूूटर और मोबाइल से सेकंड के भीतर दुनिया में कहीं भी संदेश भेजा जा सकता है. उन्नत और अद्यतन प्रौद्योगिकी प्रणालियाँ उपलब्ध होने के बावजूद, आज भी महत्वपूर्ण दस्तावेज और पेंशन पहुंचाने का काम डाकघर के माध्यम से किया जा रहा हैं. डाक सेवा को नागरिकों द्वारा बड़े विश्वास के साथ प्राथमिकता दी जाती हैं. 9 अक्टूबर डाक सेवा का स्थापना दिवस है, डाक विभाग विगत 170 वर्ष से अपनी सेवाओं के माध्यम से जनता का विश्वास कायम रखें हैं.
* छात्रों ने निहारे दुर्लभ टिकट
अमरावती डाक विभाग विश्व डाक सप्ताह मना रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को प्रधान डाकघर अमरावती में न्यू हाई स्कूल मेन, जोग चौक अमरावती के विद्यार्थियों को पुराने पत्र, दुर्लभ टिकट, पैकेट आदि के बारे में जानकारी दी गयी. छात्रों को प्रदर्शन में दुर्लभ टिकटों को निहारने का अवसर दिया गया जिससे बच्चा कंपनी इनके के बारे में और अधिक जानने के लिए उत्सुक हुई.
* प्रदर्शनी व सेमिनार कार्यक्रम
प्रवर डाक अधीक्षक सीवी रेड्डी, प्रवर पोस्टमास्टर सुजीत कुमार लांडगे, डॉ. वसुंधरा गुल्हाने, मार्केटिंग हेड कपिल देव, फिलाटेलिक सोसायटी अमरावती के सदस्यों आदि की उपस्थिति में डाक टिकट प्रदर्शनी एवं सेमिनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया.