अमृत-2 जलापूर्ति योजना का ठेका मुंबई के ‘ईगल’ को
मुंबई की टीम पहुंची अमरावती, विधायक खोडके ने की समीक्षा
* जल्द ही हल होगी नियमित व समूचित जलापूर्ति की समस्या
अमरावती/दि.7– महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के नियंत्रण में पूरी होने वाली अमृत-2 जलापूर्ति योजना की निविदा प्रक्रिया निपट गई है. जिसके बाद इस योजना के सभी कामों का जिम्मा मुंबई के ईगल इंफ्रा प्रा. लि. नामक कंपनी को सौंपा गया है. इसके द्वारा काम पूरा किया जाते ही अगले 50 वर्षों के लिए अमरावती शहर की जलापूर्ति की समस्या हल हो जाएगी. खास बात यह रही कि, दो दिन पहले ही विधायक सुलभा खोडके ने इस योजना के मद्देनजर जीवन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी और आवश्यक निर्देश दिये थे.
बता दें कि, अमृत-2 जलापूर्ति योजना अमरावती व बडनेरा इन दो शहरों के लिए है. जिसे केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से पूर्ण किया जाना है. करीब 958 करोड रुपए की निधि की जलापूर्ति योजना के लिए मंजूर हुई है. जिसकी ई-निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और इस काम का ठेका मुंबई की इगल इंफ्रा प्रा. लि. को सौंपा गया है. जिसके बाद मुंबई से इस कंपनी की टीम ने अमरावती पहुंचकर प्रत्यक्ष काम शुरु करने हेतु सर्वे करना प्रारंभ कर दिया है, जिसके पूरा होते ही प्रत्यक्ष काम की शुरुआत होगी और इसके पश्चात अमरावती व बडनेरा शहरवासियों को नियमित व पर्याप्त जलापूर्ति उपलब्ध हुआ करेगी. जिसके लिए विधायक सुलभा खोडके द्वारा विगत लंबे समय से सतत प्रयास करते हुए सभी कामों पर नजर रखी जा रही है तथा संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये जा रहे है.
ज्ञात रहे कि, फिलहाल अस्तित्व में रहने वाली मुख्य जलवाहिनी काफी पुरानी होने के साथ ही जगह-जगह से जर्जर भी हो चुकी है. जिसके चलते अमृत-2 योजना के तहत पुरानी पाइप लाइन के बगल में ही समांतर नई जलवाहिनी डालने का काम किया जाएगा. जिसके जरिए नियमित व पर्याप्त जलापूर्ति करने का लक्ष्य तय किया गया है.
* अमृत-2 योजना में इन कामों का है समावेश
सिंभोरा हेडवर्क्स से नेरपिंगलाई की संतुलित टांकी तक 1400 मीमी व्यासवाली मृदु इस्पात समांतर उर्ध्व वाहिनी डालने, अमरावती जलशुद्धिकरण केंद्र तक 1950 मीमी व्यास की मृदु इस्पात गुरुत्व वाहिनी डालने, तपोवन स्थित जलशुद्धिकरण केंद्र सहित संतुलित जलकुंभ व उच्च जलकुंभ के साथ ही मशीनरी की आपूर्ति करने 33 केवी उच्चदाब विद्युत हेतु भूमिगत केबल की आपूर्ति करने व भूमिगत केबल डालने तथा फिडर शिफ्टींग करने जैसे काम किये जाएंगे.
* अमृत-2 योजना के कामों का निविदा में समावेश किया गया है. जिन्हें गुणवत्तापूर्ण तरीके से प्रमाणित सामग्री व संसाधनों का प्रयोग कर पूरा करने के निर्देश जारी किये गये है. साथ ही विशेषज्ञ व्यक्तियों की त्रयस्थ समिति गठित करते हुए कामों को सही तरीके से समय पर पूरा करने हेतु जवाबदारी तय करने के निर्देश भी जारी हो चुके है. इसके साथ ही आगामी समय में भूमिगत गटर योजना के लिए 1718 करोड रुपयों का प्रस्ताव भी सरकार से मंजूर करते हुए लाया जाएगा और भूमिगत गटर योजना का काम भी जल्द ही शुरु करते हुए पूरा किया जाएगा.
– सुलभा खोडके,
विधायक, अमरावती.