आझादी का अमृत महोत्सव : हर घर तिरंगा उपक्रम में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील
जिलाधीश पवनीत कौन ने दिये आयोजन को भव्य स्वरुप देने के निर्देश
अमरावती/दि.15 – हर घर तिरंगा उपक्रम अंतर्गत 11 से 17 अगस्त तक सभी घर, कार्यालय, आस्थापनाओं पर राष्ट्रध्वज फहराने के लिए अधिक से अधिक संस्था, संगठनों का सहकार्य प्राप्त किया जाए, इस उपक्रम को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को आझादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित हर घर तिरंगा उपक्रम में शामिल किया जाए, ऐसे निर्देश जिलाधीश पवनीत कौर ने दिये. हर घर तिरंगा उपक्रम को लेकर जिलाधीश कार्यालय में एक नियोजन बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा, निवासी उपजिलाधीश आशिष बिजवल, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण सिनारे आदि उपस्थित थे.
बैठक में जिलाधीश कौर ने बताया कि, भारतीय आझादी को 75 वर्ष पूर्ण हो रहे है. इस पर्व पर जनता के मन में स्वाधिनता संग्राम की स्मृति कायम रहे व देशभक्ति की भावना को बढावा मिले, स्वाधिनता संग्राम का स्मरण किया जाए. इस उद्देश्य से शासनस्तर पर यह उपक्रम चलाया जा रहा है. जिसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में प्रत्येक घर, कार्यालय, कारखाने, दूकानें, प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रध्वज फहराने के लिए विविध विभाग समन्वय रखकर प्रयास करें, नागरिकों को राष्ट्रध्वज आसानी से उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में ध्वज विक्री केंद्र निश्चित कर उनकी जानकारी सभी तक पहुंचाई जाये, यह उपक्रम चलाते समय भारतीय राष्ट्रध्वज का अपमान नहीं होगा, इसका पूरा ख्याल रखा जाये. मार्गदर्शक सुचनाओं की जनजागृति कर ग्रामपंचायतें, नगर परिषद, नगर पंचायत, नगरपालिका, महानगरपालिका, स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल, सरकारी राशन की दूकानें, स्कूल, महाविद्यालय, पुलिस, परिवहन आदि विविध यंत्रणाओं ने इस उपक्रम को यशस्वी करने के लिए कृती आराखडा निश्चित किया है. इसका पालन करने के निर्देश भी जिलाधीश ने दिये. बैठक में जिला खादी व ग्रामोद्योग अधिकारी प्रदीप चेचरे, एमएसआरएलएम के जिला समन्वयक सचिन देशमुख, जिला नप प्रशासन अधिकारी गिता वंजारी, मनपा के जनसंपर्क अधिकारी भूषण पुसतकर, जिला उद्योग केंद्र के जी.बी. सांगले, सहायक कामगार आयुक्त राहुल काले, जिला सुचना अधिकारी हर्षवर्धन पवार, राष्ट्रीय सेवा योजना के संचालक राजेश बुरंगे, क्रीडा अधिकारी वैशाली इंगले, पुलिस निरिक्षक जी.एस. उंबरकर आदि उपस्थित थे.