पंजाबराव बैंक चुनाव सहमति से कराने के प्रयत्न
दिलीप बाबू इंगोले और महल्ले तथा सभी में चर्चा
खर्च बचेगा, सभी सकारात्मक
अमरावती-/दि.16 डॉ. पंजाबराव देशमुख अर्बन कॉ-ऑप बैंक के चुनाव को अब नामांकन प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात सर्वसम्मति से कराने की कोशिश चल रही हैं. चुनाव मैदान में खम ठोकने वाले गुटो में चर्चा शुरु रहने की जानकारी हैं. यह भी बताया गया कि, चर्चा में सभी का सकारात्मक रुख दिखाई दे रहा हैं. जिससे मैदान में उतरने वाले पक्षों में भी आम सहम्मति से संचालक मंडल स्थापित होने की संभावना जताई जा रही. इस बीच बता दें की 17 संचालकों के चुनाव हेतु 66 उम्मीदवारों के नामांकन वैध माने गए. चुनाव अधिकारी महेंद्र चव्हाण ने मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच पश्चात वैध नामांकन की सूची जारी की. यह भी उल्लेखनीय है कि आगामी 29 नवंबर की दोपहर 3 बजे तक नाम पीछे लिए जा सकते हैं.
32593 वोटर
पंजाबराव बैंक के सभासदों की संख्या 32593 हैं. नामांकन प्रक्रिया हो गई हैं. वर्तमान 12 संचालकों ने नामांकन दाखिल किए हैं. सामान्य निर्वाचन क्षेत्र से कुल 48 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए हैं. आगामी 11 दिसंबर को जरुरी हुआ तो मतदान करवाने का कार्यक्रम हैं.
सर्वसम्मति के प्रयास
इस बीच संंस्था के पदाधिकारियों ने एक बार फिर संचालक मंडल चुनाव आम सहमति से करवाने के लिए प्रयत्न जारी रखे हैं. सहकार क्षेत्र के बडे नाम दिलीप बाबू इंगोले और राजेंद्र महल्ले ने पहल की हैं. शीघ्र ही सभी संबंधित पक्षों व सभासदों की बैठक होने की संभावना हैं. जिसमें बैंक के हित में सर्वसम्मति पर जोर दिया जाएगा.
आम सहमति से चुनाव हो गया तो, बैंक के भारी चुनाव खर्च की बचत होने वाली हैं. बैंक के सभासदों की संख्या 32 हजार से अधिक होने और 17 संचालक निर्वाचन क्षेत्र होने से मतपत्रों की छपाई से लेकर पूर्ण चुनाव प्रक्रिया पर 80 लाख से 1 करोड का खर्च का अंदाजा हैं. आम सहमति बनने से निश्चित ही इस खर्च की बचत होगी. बैंक की प्रगती में इस बचत का सदुपयोग हो सकता हैं.
प्रयत्न शुरु हैं-दिलीप बाबू
दिलीप बाबू इंगोले ने आज दोपहर अमरावती मंडल से बातचीत में बताया कि, बैंक के हित में सर्वसम्मति से संचालक मंडल चुनाव हेतु उनकी विविध सभासदों से चर्चा जारी हैं. 2-3 मेल मुलाकात हो गई हैं. अगले एक दो दिन में और चर्चा तथा बैठक हो सकती हैं. इंगोले के अनुसार बैंक हित में सभी ने सकारात्मक रवैया बताया हैं, जिससे लगता है कि इस बार चुनाव की नौबत नहीं आएगी. सभी संबंधित पक्ष आपस में मिल बैठकर, चर्चा कर संचालक मंडल का मनोनयन कर लेंगे. बैंक की चुनाव खर्च की बचत हो जाएगी. अभी तो प्रयत्न शुरु हैं.
बैंक हित में होगा निर्णय
पंजाबराव बैंक के प्रमुख नेता राजेंद्र महल्ले ने अमरावती मंडल से बातचीत में बताया कि, वैसे भी बैंक के सभासद अथवा संचालकों में कोई रार नहीं हैं. सर्वसम्मति के लिए सभी पक्ष सकारात्मक नजर आ रहे हैं. इसका अच्छा परिणाम निकलेगा. बैंक में सब कुछ स्मूथ चल रहा हैं. आम सहमति बनाने की कोशिश जारी हैं. नामांकन प्रक्रिया हो गई हैं मगर विड्राल के लिए 29 नवंबर तक समय हैं. तब तक सभी संबंधितोें की बैठक लेकर, चर्चा कर बैंक हित में चुनाव की बजाए सर्वसम्मति से संचालक मंडल का मनोनयन हो जाने का भरोसा हैं. बैंक के चुनाव खर्च के करीब 1 करोड रुपए बच जाएंगे ऐसा लगता हैं. शीघ्र ही आपकों की इस बारे में अच्छी खबर देंगे.