अगले वर्ष जिले में एक के बाद एक आठ चुनाव
मनपा, जिप, पंस, नप, ग्रापं, कृउबास, सहकारी पतसंस्था व सेवा सोसायटी क्षेत्र में होगा घमासान
* पूरे सालभर जिले का राजनीतिक वातावरण रहेगा तपा हुआ
* निर्वाचन क्षेत्रों में आरक्षण तय होने तक इच्छुकों को करनी होगी प्रतीक्षा
* अभी से शुरू हो गई चुनावों को लेकर राजनीतिक गहमागहमी
अमरावती/दि.29-इस समय अमरावती जिले में राजनीतिक सरगर्मियां तेज होनी शुरू हो गई है और धीरे-धीरे राजनीतिक वातावरण भी तपने लगा है, क्योंकि जहां आगामी 1 दिसंबर से सेवा सहकारी सोसायटियों व सहकारी पतसंस्थाओं के चुनाव चरणबध्द ढंग से कराये जायेंगे और नगर पंचायतों व ग्राम पंचायतों में रिक्त सीटों पर 21 दिसंबर को उपचुनाव होनेवाले है. वहीं दूसरी ओर आगामी वर्ष में महानगरपालिका, जिला परिषद, पंचायत समिती, कृषि उत्पन्न बाजार समिती में चुनाव करवाये जायेंगे. ऐसे में इस समय पूरे जिले में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है और एक के बाद एक आठ चुनाव कराये जाने के चलते जबर्दस्त राजनीतिक सरगर्मियां भी चल रही है.
बता दें कि, निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले की 143 ग्राम पंचायतों में उपचुनाव कराये जाने की घोषणा हाल ही में की गई. जिसके अनुसार ग्राम पंचायतों में 21 दिसंबर को मतदान व 22 दिसंबर को मतगणना होना तय है. इन्हीं तारीखों पर भातकुली व तिवसा नगर पंचायतों में भी चुनाव होगा. जिसके तुरंत बाद आम चुनाव हेतु पात्र रहनेवाली 263 ग्राम पंचायतों की अंतिम प्रभाग रचना तय की जायेगी. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 31 दिसंबर को ग्रामपंचायतों की प्रभाग रचना और आरक्षण की स्थिति संबंधित गांवों की ग्रामसभा में घोषित की जायेगी. पश्चात आपत्तियों व आक्षेप पर सुनवाई करते हुए फरवरी माह के अंत तक अंतिम प्रभाग रचना घोषित की जायेगी.
ग्राम पंचायतों के चुनाव की धामधूम शुरू रहने के दौरान ही ग्रामीण क्षेत्र में एक और चुनाव की सरगर्मी तेज रहेगी. क्योंकि किसानों का सहभाग रहनेवाली सेवा सहकारी सोसायटियों के चुनाव भी जल्द ही कराये जाने है. हकीकत में इन सोसायटियों के चुनाव फिलहाल करवाये ही नहीं जाने थे. किंतु कृषि उत्पन्न बाजार समिती में प्रतिनिधित्व करनेवाले इन संस्थाओं के मौजूदा प्रतिनिधि कालखंड के आधार पर काफी पहले ही कालबाह्य हो गये है. जिसके चलते न्यायालय द्वारा आदेश जारी किया गया कि, पहले सेवा सहकारी सोसायटियों के चुनाव करवाये जाये और उनके नये प्रतिनिधियों के जरिये कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक मंडल का गठन किया जाये. जिसके चलते अब जिले में 543 सेवा सहकारी सोसायटियों के चुनाव भी होने जा रहे है. इसमें कुछ पतसंस्थाओं का भी समावेश है और आगामी 1 दिसंबर से इन सभी संस्थाओं में चरणबध्द ढंग से निर्वाचन प्रक्रिया शुरू की जायेगी. जिसकी समयसारणी जिला उपनिबंधक कार्यालय द्वारा घोषित की जा चुकी है.
इसी तरह महानगरपालिका, जिला परिषद व पंचायत समितियों के चुनाव भी आगामी फरवरी माह में होनेवाले है. जिसके लिए अमरावती शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभागरचना का सीमांकन किया जा रहा है. यह प्रक्रिया कल तक पूरी हो जायेगी. आयोग द्वारा इस प्रक्रिया के लिए 30 नवंबर को अंतिम तिथी तय की गई है. इसके बाद तीनों तरह की स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं की प्रभाग रचना का कच्चा प्रारूप निर्वाचन आयोग के पास पेश किया जायेगा और आयोग द्वारा आवश्यक जांच-पडताल करने के बाद इस प्रभाग रचना को लेकर नागरिकों से आक्षेप व आपत्तियां मंगायी जायेगी. इस पर सुनवाई करने के बाद अंतिम प्रभाग रचना तय की जायेगी.
* इस आधार पर तय होंगे आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र
मनपा व जिला परिषद क्षेत्र में प्रभाग रचना का कच्चा प्रारूप मांगते समय निर्वाचन आयोग ने संबंधित प्रभागों में रहनेवाली एससी, एसटी व पिछडावर्गीय जनसंख्या की जानकारी भी मांगी है. जिसके आधार पर ही महानगरपालिका, जिला परिषद व पंचायत समिती ऐसे तीनों स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं में आरक्षित प्रभागों को तय किया जायेगा.
* यह है आठ चुनाव
यंत्रणा हाल की स्थिति
सेवा सह. सोसा. 1 दिसंबर से चरणबध्द चुनाव
नगर पंचायत कार्यक्रम घोषित, 21 दिसंबर को मतदान
ग्राम पंचायत उपचुनाव घोषित, 21 दिसंबर को मतदान
मनपा प्रभाग रचना व आरक्षण निश्चिती शुरू
जिला परिषद प्रभाग रचना व आरक्षण निश्चिती शुरू
पंचायत समिती प्रभाग रचना व आरक्षण निश्चिती शुरू
सह. पत संस्था 1 दिसंबर से चरणबध्द चुनाव
कृउबास सेवा सहकारी सोसा. की वजह से प्रक्रिया प्रारंभ
* गुलाबी ठंड में गरमाने लगी चुनावी चर्चा
इन दिनों ठंड धीरे-धीरे पांव पसारने लगी है और सभी गांवों में चौराहों व चौपालों पर अलाव जलने लगे है. जहां पर आग सेंकने के लिए जमा होनेवाले लोगों के बीच चुनावी चर्चाएं गरमाने लगी है. गांव से लेकर शहर तक रहनेवाले सभी लोगों के एक-दूसरे के साथ हितसंबंध जुडे रहते है. ऐसे में सभी जगहोें पर अलग-अलग स्थानों के चुनावों को लेकर चर्चाएं चल रही है. जिसकी वजह से अब हर ओर चुनावी माहौल देखा जा रहा है.