अमरावती

आंतर महाविद्यालयीन बुध्दिबल और कॅरम स्पर्धा उत्साह से

चेस और कॅरम जैसे खेल बुध्दि को बढानेवाले है

* जी. एस. रायसोनी विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. विनायक देशपांडे का प्रतिपादन
अमरावती/दि. २-चेस और कॅरम यह दोनों खेल बुध्दि और विचारों को बढानेवाले है. ऐसा प्रतिपादन जी.एच.रायसोनी विद्यापीठ अमरावती के कुलगुरू डॉ. विनायक देशपांडे ने किया. जी. एच. रायसोनी विद्यापीठ अमरावती की ओर से आयोजित आंतर महाविद्यालयीन बुध्दिबल और कॅरम स्पर्धा का उद्घाटक के रूप में वे बोल रहे थे. इस अवसर पर विद्यापीठ के स्टुडंट वेल्फेअर डीन प्रशांत अवचट, स्कूल ऑफ मॅनेजमेंट के डीन डॉ. महेन्द्र इंगोले तथा महाराष्ट्र, बुध्दिबल एसोसिएशन के सचिव तथा अमरावती चेस एसोसिएशन के के उपाध्यक्ष प्रतीक घोगरे उपस्थित थे. इस कार्यक्रम में उद्घाटन समारोह के बाद स्पर्धा की शुरूआत हुई. बुध्दिबल स्पर्धा में १२१ तथा कैरम स्पर्धा में कुल ४२ स्पर्धक शामिल हुए थे. दोनों स्पर्धा के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गये.

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