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… और उसने पुलिस आयुक्तालय में ही गटक लिया जहर

खुद पर दर्ज अपराधिक मामलों से त्रस्त था प्रवीण राजुरकर

* मामला समझ में आते ही आयुक्तालय में मचा हडकंप
* जहर की बोतल छीनकर प्रवीण को कराया गया अस्पताल में भरती
अमरावती/दि.7– आज सुबह स्थानीय शहर पुलिस आयुक्तालय में उस समय हंगामे की स्थिति बन गई, जब खोलापुरी गेट पुलिस थानांतर्गत पार्वती नगर नं.2 में रहनेवाले प्रवीण राजूरकर नामक युवक ने पुलिस आयुक्तालय में पहुंचकर जहर गटकने का प्रयास किया, ताकि वह आत्महत्या कर सके. लेकिन इस युवक ने जैसे ही आयुक्तालय के रिसेप्शन के सामने पहुंचकर अपनी जेब से कीटनाशक की बोतल निकालकर उसे अपने मुंह से लगाया, वैसे ही वहां पर उपस्थित पुलिस कर्मचारियों ने उसके हाथ से कीटनाशक की बोतल छीन ली और उसे फ्रेजरपुरा पुलिस के हवाले करते हुए तुरंत ही इलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में भरती कराया गया. इस दौरान इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस आयुक्त कार्यालय सहित पूरे पुलिस महकमे में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त हो गया और पुलिस के तमाम आला अधिकारी तुरंत ही इर्विन अस्पताल पहुंचे. जहां पर कोतवाली पुलिस द्वारा कडा बंदोबस्त लगा दिया गया था.
इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास करनेवाले प्रवीण राजूरकर ने पुलिस को बताया कि, उसके उपर खोलापुरी गेट पुलिस थाने में धारा 354 यानी विनयभंग व छेडछाड के दो मामले दर्ज है. साथ ही धारा 394 के तहत झगडा करने व उत्पात मचाने का भी एक मामला दर्ज है. जिसकी वजह से वह काफी परेेशान है. खुद को बेकसूर बतानेवाले प्रवीण के मुताबिक अपराधिक मामले दर्ज रहने के चलते उसकी परिसर में काफी बदनामी भी हो रही है. ऐसे में वह अपने खिलाफ दर्ज मामलों को रद्द करवाने की लंबे समय से मांग कर रहा है. किंतु उसे कहीं से कोई राहत नहीं मिली. ऐसे में उसने पुलिस आयुक्त कार्यालय में ही जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. वहीं पुलिस के मुताबिक प्रवीण राजूरकर आये दिन पार्वती नगर परिसर में कोई न कोई बवाल करता रहता है और परिसरवासी उससे काफी परेशान हो चले है. जिसकी वजह से आये दिन उसे लेकर पुलिस को कोई न कोई शिकायत मिलती ही है.
इस पूरे मामले को लेकर फ्रेजरपुरा पुलिस ने प्रवीण राजुरकर के खिलाफ धारा 309 के तहत आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है. साथ ही फ्रेजरपुरा के थानेदार अनिल कुरलकर के मार्गदर्शन में मामले की जांच चल रही है.

* एक और सनसनीखेज वजह आयी सामने
इलाज के दौरान पुलिस को दिये गये अपने बयान में प्रवीण राजूरकर ने उसके द्वारा उठाये गये कदम को लेकर एक और वजह बताई है. जिसके मुताबिक कुछ अरसा पहले प्रवीण की पत्नी का देहांत हो गया और वह अकेले ही अपने 10 साल के बच्चे का पालन-पोषण कर रहा है. वहीं पडोस में रहनेवाले व्यक्ति द्वारा बार-बार उस पर पांच लाख रूपये लेकर अपना बच्चा दत्तक देने और यहां से घर छोडकर चले जाने का दबाव बनाया जाता है. जिससे वह काफी परेशान हो गया है. साथ ही उसने कई बार इसे लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज करायी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की. ऐसे में त्रस्त होकर उसने पुलिस आयुक्तालय में ही जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया.

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