अमरावती

और दो दिन बारिश व ओलावृष्टि की संभावना

विदर्भ सहित राज्य में यलो अलर्ट

* तेज आंधी-तूफान के साथ बिजली की गडगडाहट भी
* 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है तेज हवाएं
अमरावती/दि.26 – भीषण गर्मी के मौसम में चल रहा बेमौसम बारिश का दौर खत्म होने के फिलहाल कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे है. गत रोज मौसम ने एक बार फिर करवट बदली तथा कई इलाकों में बेमौसम बारिश होने के साथ ही कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई. यह सिलसिला और दो दिनों तक जारी रहने का पूरा अनुमान जताया गया है. जिसके चलते समूचे विदर्भ क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा राज्य के अन्य इलाकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है.
इस संदर्भ में मुंबई व नागपुर के प्रादेशिक मौसम केंद्रों द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक अगले दो दिनों के दौरान विदर्भ क्षेत्र में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है. वहीं राज्य में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह सकती है. इसके अलावा राज्य के कई स्थानों पर बिजली की तेज गडगडाहट के साथ बारिश व ओलावृष्टि होने का पूरा अनुमान है. मौसम केंद्र के मुताबिक मध्यप्रदेश व आसपास के परिसर में समुद्र सतह से 900 मीटर की उंचाई पर चक्रवाती हवाएं चल रही है. जो महाराष्ट्र से दक्षिण तमिलनाडू की ओर बढ रही है. जिसके चलते उत्तर महाराष्ट्र के दक्षिण तमिलनाडू तक हवा के कम दबाव वाला पट्टा बन गया है और इस वजह से बारिश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है. परंतु यह बेमौसम बारिश हर लिहाज से नुकसानदायक साबित हो रही है.

* एक सप्ताह तक ग्रीष्म लहर की संभावना नहीं
इस वर्ष अप्रैल माह में हमेशा की तरह तेज गर्मी नहीं पडी. क्योंकि पूरे महिने के दौरान बीच-बीच में बदरीला मौसम होने के साथ ही बेमौसम बारिश भी होती रही. जिससे तापमान का स्तर घटता रहा. वहीं अब भी अगले कुछ दिनों के दौरान बेमौसम बारिश होने की संभावना है. जिसके चलते अगले एक सप्ताह तक महाराष्ट्र सहित देश में ग्रीष्मलहर आने की कोई संभावना नहीं है. ज्ञात रहे कि, गर्मी के मौसम दौरान मार्च से जून माह तक काफी तेज गर्मी पडती है. साथ ही इस दौरान मई माह में लू चलने के साथ ही ग्रीष्मलहर वाली स्थिति भी बनती है. यदि मानसून के सक्रिय होने में विलंब होता है, तो ग्रीष्मलहर वाली स्थिति जून माह तक बनी रहती है. चूंकि इस समय अप्रैल माह तक बेमौसम बारिश चल रही है और आगे गर्मी का मौसम है, ऐसे में अब इस बात को लेकर उत्सुकता देखी जा रही है कि, गर्मी का मौसम कब तक चलता है तथा मानसून कब से सक्रिय होता है.

* खेती-किसानी का हो रहा जमकर नुकसान
ऐन गर्मी के मौसम में विगत दो-ढाई माह से लगातार ही रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से रबी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. वहीं इन दिनों हो रही बेमौसम बारिश व आलावृष्टि की वजह से पूरी तरह पककर तैयार हो चुके तथा खेतों में काटकर रखे गए कृषि उपज का काफी नुकसान हुआ है. इसके अलावा आसमानी गाज की वजह से भी बडे पैमाने पर जनहानि व पशुधन हानि हो रही है. साथ ही तेज आंधी-तूफान की वजह से कई कच्चे-पक्के मकानों को भी नुकसान होने की खबरे लगातार सामने आ रही है.

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