आंगणवाडी, बालवाडी कर्मचारियों ने निकाला विशाल मोर्चा
प्रलंबित 10 सूत्रिय मांगों को लेकर जिप सीईओ को सौंपा ज्ञापन
* जिले की सभी आंगणवाडियां भी बंद रखी
अमरावती/दि.12 – आंगणवाडी कर्मचारियों की विभिन्न 10 सूत्रिय प्रलंबित मांग पूरी कराने के उद्देश्य से आज महाराष्ट्र राज्य आंगणवाडी, बालवाडी कर्मचारी यूनियन (आईटक) ने इर्विन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय होते हुए जिला परिषद तक विशाल मोर्चा निकालते हुए जोरदार नारेबाजी की. यूनियन के बैनरतले मोर्चे के माध्यम से जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. अपनी मांगे पूरी न होते देख राजमाता जिजाउ के जयंती के अवसर पर मोर्चा निकालने के उद्देश्य से जिले की सभी आंगणवाडियां भी बंद रखी गई.
इर्विन चौक पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुलते पर माल्यार्पण कर अभिवादन करते हुए आईटक के मोर्चे की शुरुआत की गई. कतारबद्ध तरीके से महिला-पुरुष बडी संख्या में मोर्चे में शामिल हुए. जोरदार नारा लगाते हुए इर्विन चौक से गर्ल्स हाईस्कूल चौक, जिलाधिकारी कार्यालय चौक तक मोर्चा ले जाया गया. उसके बाद जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने कहा कि, उनकी पुरानी मांगे पिछले कई दिनों से प्रलंबित पडी है. स्थानीय मांगों को लेकर चर्चा करने के लिए संगठना ने बैठक आयोजित करने का कहा था. परंतु अब तक प्रशासन ने बैठक आयोजित नहीं की. मजबूरी में अपनी मांगे पूरी कराने के उद्देश्य से राजमाता जिजाउ के जयंती के अवसर पर मोर्चा आयोजित किया गया. इस मोर्चे के समय जिले की सभी आंगणवाडी केंद्र बंद रखे गए. ज्ञापन में की गई मांग के अनुसार आंगणवाडी केंद्र का शासन के पत्रानुसार समय निश्चित किया जाए, केंद्र सरकार के 5 जुलाई 2018 को सरकारी आदेशानुसार प्रधानमंत्री जीवनज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, अब तक आंगणवाडी कार्यकर्ताओं के लिए लागू नहीं की गई. आंगणवाडी केंद्र के कामकाज की जानकारी ऑनलाइन करने के लिए दिए गए पोषण ट्रैक एप उच्च न्यायालय के आदेश के तहत मराठी में नहीं दिए गए. शासन ने दिए मोबाइल किसी काम के नहीं है, अच्छे क्वालिटी के मोबाइल की व्यवस्था की जाए, जब तक अच्छे मोबाइल नहीं दिए जाते तब तक पोषण ट्रैक पर काम करने की सख्ती बंद करे, इस तरह विभिन्न 10 सूत्रिय मांग को लेकर निकाले गए मोर्चे में राज्य कार्याध्यक्ष दिलीप उठाने, जिलाध्यक्ष महेश जाधव, जिला सचिव मिरा कैथवास, अरुणा देशमुख, रंजना धोटे, माया पिसालकर, आशा टेहरे, प्रमिला भांबुरकर, छाया निंबोरकर, वंदना बुटले, उज्वला गुलांदे, वंदना जिचकार, रेखा नवरंगे, सुनिता हिवराले, विद्या हरणे, सुनीता सोनपरोते समेत अन्य सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे.