अमरावती

तीन माह से अंगणवाडी सेविकाओं का नहीं मिला मानधन

परिवार का खर्च चलाना भी हुआ मुश्किल

अमरावती/दि.27- विगत करीब तीन माह से अंगणवाडी सेविकाओं व सहायिकाओें को उनका मानधन प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में दूसरों के बच्चों की देखभाल करते हुए उन्हें पोषाहार उपलब्ध करानेवाली इन महिलाओं के लिए अपना और अपने बच्चों का पेट पालना मुश्किल हो गया है. क्योंकि अब उन पर किराणा दुकानों की अच्छी-खासी उधारी चढ गई है तथा तीन माह की उधारी बकाया रहने के चलते अब किराणा दुकानदारों ने भी अनाज व किराणा उधार में देने से मना कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान सभी अंगणवाडियां बंद थी, लेकिन अंगणवाडी सेविका व सहायिका के तौर पर काम करनेवाली महिलाओं ने आशावर्करों के साथ मिलकर संक्रमण की भीषण लहर के दौरान भी स्वास्थ्य महकमे व प्रशासन के लिए जमीनी स्तर पर काम किया. जिसका काफी फायदा भी हुआ. वहीं अब कोविड संक्रमण का असर घट जाने के चलते अंगणवाडियां दुबारा शुरू हो गई है. लेकिन इन सबके बावजूद विगत तीन माह से अंगणवाडी सेविकाओं को उनका मानधन अदा नहीं किया गया. ऐसे में परिवार का उदरनिर्वाह करने और घर का खर्च चलाने में अंगणवाडी सेविकाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है.
ज्ञात रहे कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान महामारी को नियंत्रण में लाने हेतु अंगणवाडी सेविकाओं ने भी काफी कष्ट किये और मरीजों पर नजर रखने के साथ ही प्रतिबंधात्मक नियमों को लेकर जनजागृति करने में अंगणवाडी सेविकाएं भी आशावर्करों के साथ सबसे आगे रही. इसके लिए उन्होंने सरकार व प्रशासन से किसी अतिरिक्त भुगतान या मुआवजे की अपेक्षा भी नहीं रखी. लेकिन विगत तीन माह से अपने हक का मानधन भी नहीं मिलने से अब अंगणवाडी सेविकाएं काफी आहत व व्यथित है. साथ ही आर्थिक परेशानियों व दिक्कतों से जूझ रही है, क्योंकि मानधन के अभाव की वजह से उन्हें परिवार चलाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है.

* आकडेवारी की ओर एक नजर
– संख्या मानधन
अंगणवाडी सेविका 2,497 8,598
सहायिक 2,497 4,572
मिनी अंगणवाडी सेविका 149 8,598

* तत्काल दिया जाये मानधन
इस संदर्भ में अंगणवाडी कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष महेश जाधव ने बताया कि, अंगणवाडी सेविकाओं ने कोविड संक्रमण काल के दौरान बेहतरीन काम किया. साथ ही उन्होंने घर-घर जाकर बच्चों को पढाने, गर्भवती व नवप्रसूता महिलाओं का मार्गदर्शन करने जैसे काम भी किये. वहीं अब अंगणवाडियां दोबारा शुरू हो जाने के चलते वे अपनी नियमित जिम्मेदारियों को निभा रही है, लेकिन विगत तीन माह से उन्हें उनका मानधन नहीं मिला है. जिससे उन्हेें काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. ऐसे में सरकार एवं प्रशासन को चाहिए कि, अंगणवाडी सेविकाओं को उनका मानधन जल्द से जल्द अदा किया जाये.

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