अंगनवाडी सेविका का बेटा डॉक्टर और सहायिका की बेटी होगी अधिकारी
वरुड तहसील के चिंचरगव्हाण की अंगनवाडी कर्मियों की यशोगाथा
वरुड/दि.1– अंगनवाडी में बच्चों को ज्ञानदान और पोषण करनेवाली अंगनवाडी सेविका और सहायिका ने अपने पाल्यों को भी उसी तरह से बडा किया है. अंनवाडी सेविका के बेटे का एमबीबीएस में प्रवेश हुआ. जबकि सहायिका की बेटी का आयकर सहायक के रुप में चयन हुआ. वरुड तहसील के चिंचरगव्हाण की यह यशोगाथा है.
ंअंगनवाडी सेविका उज्वला अढाउ का बेटा युवराज एमबीबीएस के लिए पात्र हुआ है. उसे 637 अंक प्राप्त हुए हैं. सहायिका छबूताई घोरमाडे की बेटी दिव्या का मंत्रालय में आयकर सहायक के रुप में चयन हुआ. जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण विभाग अंतर्गत 2592 अंगनवाडी केंद्र है. अनेक अंगनवाडी सेविका और सहायिका उच्च शिक्षित है. इसके अलावा 1 हजार सेविका और सहायिका भी बीए, एमए, डीएड है. अब नई भर्ती में लगभग 300 सहायिका बीएससी, एमएससी, एमकॉम, डीएड है. यह सभी प्रामाणिक रुप से बच्चों को ज्ञानदान और पोषण आहार का काम करती है. इस कारण उनके पाल्यों पर भी अच्छे संस्कार होते दिखाई देते है. यह उसका उदाहरण है.
* विभाग में उच्च शिक्षित आ रहें
महिला व बालविकास विभाग में वर्तमान में उच्च शिक्षित अंगनवाडी सेविका और सहायिका कार्यरत हो रही है. यह अंगनवाडी के बालकों के भविष्य की दृष्टि से काफी अच्छी बात है और इसका परिणाम खुद के बच्चों पर भी होता दिखाई दे रहा है.
– डॉ. कैलाश घोडके,
उपमुख्यकार्यकारी अधिकारी