7 दिसंबर से आगंनवाडी सेविका,मदतनीस फिर जाएगे हडताल पर
आंगनवाडी सेविका, मदतनिस पर्यवेक्षिका कर्मचारी संगठन ने किया ऐलान
अमरावती/दि.28– विगत कई वर्षो से मांगों को लेकर आंगनवाडी सेविका, मदतनिस, पर्यवेक्षिका,मिनी आंगनवाडी सेविकाओं व्दारा सरकार से मांग की जा रही है. किंतु मांगे अभी भी न पुरी होने के चलते नाराज आंगनवाडी सेविकाओं व्दारा मांगे पुरी न होने तक हडताल पर जाने का ऐलान आंगनवाडी सेविका/मदतनिस/पर्यवेक्षिका कर्मचारी संगठन ने किया है.
विगत दिनों जिला परिषद सभागृह में एक सभा का आयोजन किया गया. इस सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ आंगनवाडी सेविका व अमरावती जिला अध्यक्षा शालिनी देशमुख ने किया. इस समय आंगनवाडी सेविका लता दहातोंडे, महासचिव चंदा नवले, साधना काले, मंगला विधले,सुषमा चौकडे, माला धुमाल, प्रगती कडू, सिमा पाखरे, बबीता बोहरीया, रुपाली थोरात, वंदना शेलोकार, कार्याध्यक्ष रतन गुजर आदि उपस्थित थे. सभा में आंगनवाडी कर्मचारियों को तुरंत सरकारी कर्मचारियों का दर्जा देने, कम से कम कायदे के अनुसार आंगनवाडी कर्मचारियों को हर माह 18 हजार से 25 हजार तक वेतन लागू करने, राज्य भर के आंगनवाडी सेविका के पास खराब मोबाईल है. आंगनवाडी कर्मचारियों को अच्छे दर्जे के मोबाईल फोन तुरंत देने, आंगनवाडी सेविका के रिक्त हुए पदों पर 10वीं पास होने वाली मददनिस को आंगनवाडी सेविका के रुप में नियुक्त करने, सेवा समाप्ती पश्चात हर माह पेंशन लागू करने, मिनी आंगनवाडी केंद्र के नियमित आंगनवाडी केंद्र में रुपांतरण करने, पर्यवेक्षिका के रिक्त पदों को भरते हुए आंगनवाडी सेविका शिक्षा का व उम्र की शर्ते शिथिल करने, आहार के 8 रुपये यह किमत बहुत ही कम होने से हर सर्वसाधरण लाभार्थियों के लिए 18 रुपये व कुपोषित लाभार्थियों के लिए 25 रुपये किए जो सहित कई मांगो को लेकर चर्चा की गयी. बैठक में मांगो के पुरा न होने की स्थिती में जब तक मांगे पुरी नहीं की जाती तब तक बेमुद्दत हडताल पर जाने का ऐलान संगठन की ओर से किया गया है. बार बार आंदोलन करने, निवेदन देने के बावजूद सरकार के दृढ रवैय्ये के कारण आंगनवाडी सेविकाओं की मांगे पुरी न होते देखते हुए आगामी 7 दिसंबर से दोबारा बेमुद्दत हडताल पर जाने का इस समय निर्णय बैठक में लिया गया. इस बेमुद्दत हडताल को सहयोग करने का आवाहन जिले की सभी आंगनवाडी सेविका व कर्मचारियों से संगठन अध्यक्ष संजय मापले ने बैठक दौरान किया. इस समय सभा में जया कुशवाह, मिनाक्षी गायकवाड, मिरा ढोके, फहमिदा बानो, नसरीन बानो, छाया पुनसे, सुषमा रेवतकर, संध्या गाडे,सोनाली पुनसे, सरीता कोटांगले, शिल्पा काले, विद्या अभ्यंकर, करुणा तायडे, किर्ती गावंडे, उषा प्रभे, सुनिता बोरकर, योगिता निमकर, सुरेखा विजयकर, मंजू जगताप, वंदना नागदिवे, छाया निहाटकर, वंदना धाकडे, शहनाज बानो, मालती वासनकर, आशा काले, विमल मेश्राम, शिला ढोके, सहित बडी संख्या में आंगनवाडी सेविका, मदतनीस, मिनी आंगनवाडी सेविका आदि उपस्थित थे. सभा का संचालन व प्रास्ताविक रतन गुजर ने किया.