टाकरखेडा संभु/दि.2
-टाकरखेडा फीडर के 11 गांवों में अनियमित लोडशेडिंग के कारण सुबह और शाम लगभग दो से तीन घंटे तक बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है. जिसकी वजह से ग्रामीणों में तीव्र रोष व्यक्त किया जा रहा है. टाकरखेडा संभु फीडर से टाकरखेडा संभु, आष्टी, साउर, जलका हिरापुर, जलतापुर, कामनापुर जावरा, दर्याबाद, कलमगांव, देवरी निपाणी, रामा सहित 11 गांवों में बिजली आपूर्ति की जाती है. इस फीडर से वसुली भी समाधानकारक होनेपर विगत कुछ दिनों से लोडशेडिंग शुरु की गई है. जिसके कारण उमस से हलाकान नागरिकों में रोष निर्माण हो रहा है. इमरजन्सी लोडशेडिंग तुरंत बंद करने की मांग नागरिक कर रहे है. फिलहाल बारिश के दिन रहने से खेतों में फसलों को खतरा निर्माण हो गया है. बारिश नदारद होने से विकल्प के तौर पर किसानों ने अब कृषि पंप द्वारा फसलों को पानी देना शुरु कर दिया है. ऐसे में शुरु की गई इमरर्जन्सी लोडशेडिंग के कारण किसान त्रस्त हो गए है. अगस्त माह में बारिश नदारद रही. जिसके कारण फसल मुरझाने लगी है. फसल बचाने के लिए कृषिपंप का सहारा लिया जा रहा है, किंतु इमरजन्सी लोडशेडिंग से सिचांई कैसे करें? यह समस्या निर्माण हो गई है.
बॉक्स
कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण बिजली आपूर्ति और बिजली मांग में तफावत आने से विद्युत यंत्रणा का संतुलन बनाए रखने के लिए वरिष्ठ कार्यालय से किसी भी समय फीडर का सप्लाय बंद और शुरु करने के आदेश आते है. इसलिए मजबूरन हमें गांव की बिजली आपूर्ति बंद करनी पडती है. यदि ऐसा नहीं किया तो संपूर्ण यंत्रणा बंद पडने की संभावना है.इमरजन्सी लोडशेडिंग वरिष्ठ कार्यालय के आदेश अनुसार करना पड रहा है.
-चंचल सदाफले, कनिष्ठ अभियंता