चांदुरबाजार/दि.2 – चांदुर बाजार तहसील के शिरजगांव कसबा इस गांव में साप्ताहिक बाजार में पशु चिकित्सा अस्पताल यह सफेद हाथी के समान शोभावान शासकीय वस्तु है. परंतु इस अस्पताल में लगभग 1 से डेढ़ वर्ष से पशु चिकित्सक नहीं है. जिसके कारण इस क्षेत्र में पशुपालन करनेवाले ग्रामवासियों को जानवरों की चिकित्सा सेवा से वंचित रहना पडता है. समय पर उपचार न मिलने से नागरिको का आर्थिक नुकसान जानवरों के कारण होता है. एक ओर महाराष्ट्र शासन जोड धंधा के रूप में विविध विज्ञापन द्वारा किसानों को जानवरों के माध्यम से दूध व्यवसाय की ओर अग्रसर होने का आवाहन करते है. परंतु जिले में अनेक गांव में मनुष्य पर उपचार करनेवाले डॉक्टर सहज उपलब्ध है.
परंतु पशु प्राणी पर उपचार करनेवाले पशु डॉक्टरों के व कर्मचारियों के गांव में अनेक पद रिक्त है. चांदुर बाजार तहसील के मुख्यालय में राजेन्द्र देशमुख यह तहसील के पशु अधिकारी के रूप में अनेक दिनों से प्रभारी तहसील पशु चिकित्सा अधिकारी का कारभार देख रहे है उसी प्रकार अधिक जनसंख्यावाले गावं में भी वास्तविकता में पशु वैद्यकीय दवाखाना है परंतु डॉक्टर नहीं है. अनेक दिनों से पशु चिकित्सा का अभाव है.