अमरावतीमहाराष्ट्र

अनिरद्ध जोशी के स्वरांजलि ने ग्रामीण संस्कृति का कराया दर्शन

महासंस्कृति महोत्सव में ‘महाराष्ट्र की लोकधारा’

अमरावती /दि.21– ‘अबीर गुलाल उधळीत रंग, नाथा घरी नाचे माझा सखा पांडुरंग’ जैसे एक से बढकर एक लोकगीतों की प्रस्तुति से गायक अनिरुद्ध जोशी ने महारार्ष्ट की ग्रामीण संस्कृति का दर्शन कराया. पर्यटन व सांस्कृतिक कार्य विभाग, महाराष्ट्र राज्य व जिलाधिकारी कार्यालय अमरावती की ओर से विगत दो दिन से शुरु महासंस्कृति महोत्सव में महाराष्ट्र की लोकधारा कार्यक्रम अंतर्गत गायक अनिरुद्ध जोशी, आनंदी जोशी व सहकलाकारों ने महाराष्ट्र की संस्कृति को दर्शाने वाले कला अविष्कार को दर्शकों के सामने पेश किया.
वासुदेव के गीत, गोंधळ, भारुड, धनगर गीतों की बहारदार प्रस्तुति ने शहरवासी मंत्रमुग्ध हो गए. महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत, कला, संस्कृति, परंपरा का जतन हो और स्थानी कलाकारों को कला प्रस्तुत करने मंच उपलब्ध होने के उद्देश्य से महासंस्कृति महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव के तीसरे दिन दर्शकों ने भारी प्रतिसाद दिया. भक्ति और कला का अनोखा संगम महासंस्कृति महोत्सव में देखने मिला. इतनाही नहीं तो मराठी और हिंद फिल्म के प्रसिद्ध गीत गायक अनिरुद्ध जोशी ने स्वराजंलि के माध्यम से प्रस्तुत कर मुग्ध किया. अमरावती महानगरपालिका और महिला व बालविकास विभाग की ओर से विगत 13 वर्षों से चलाए जा रहे स्वयं आधार व आधार इन दोनो प्रकल्प के महिला, पुरुष और बुजुर्गों ने अपनी कला की प्रस्तुति कार्यक्रम में दी. इसके साथही प्रकल्प की महिलाओं ने स्वयं डिजाईन किए ड्रेस यहां के आयोजित फैशन शो में रखे गए. जिलाधिकारी सौरभ कटियार, मनपा आयुक्त देवीदास पवार, निवासी उपजिलाधिकारी अनिल भटकर ने स्वयंआधार और आधार के पीडितों से रंगमंच पर भेंट कर उन्हें शुभकामनाएं दी तथा उनके कार्य को देखकर अभिनंदन भी किया.

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