* तीनों बहनों में सबसे छोटी की सफलता
अमरावती/दि.8- अंबा नगरी अमरावती को भाउसाहब पंजाबराव देशमुख ने शिक्षा की पंढरी के रुप में पहचान दिलाई. आम जनों को उच्च शिक्षा हेतु भाउसाहब ने न केवल प्रेरित किया अपितु उनकी शिक्षा के लिए सुविधा और साधन भी उपलब्ध करवा दिए. ऐसी शिक्षा की पंढरी में रहकर स्पर्धा परीक्षा में सफलता पाने का लक्ष्य था. मेहनत, लगन से वह प्राप्त करने की प्रसन्नता है, हर्ष इस बात का है कि, अपने माता-पिता के साथ रहते हुए अमरावती से ही परीक्षा देकर सफलता पाई हैं. यह कहना रहा राज्य में उत्पाद शुल्क निरीक्षक बनी अंकिता सुरेश पाचंगे का. वह आज दोपहर अमरावती मंडल से खास बातचीत कर रही थी. अंकिता बडी प्रफुल्लित नजर आई. अगले दो माह में वह प्रदेश में ही पोस्टिंग लेगी. किंतु उसकी क्लास वन अधिकारी की चाहत कायम हैं. इसके लिए परीक्षाएं और तैयारी जारी रहने की बात अंकिता ने बडी विनम्रता से कही.
* रामकृष्ण की छात्रा
अंकिता की प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा हव्याप्रम संचालित रामकृष्ण क्रीडा विद्यालय से हुई. उपरांत शिवाजी कृषि महाविद्यालय से बीएससी एग्रीकल्चर की उपाधि प्राप्त कर वह राज्य स्पर्धा परीक्षा की तैयारी में जुट गई. कोरोना महामारी के लॉकडाउन के कारण 2 वर्ष की प्रतीक्षा करनी पडी. किंतु इस दौरान उसने 12 मुख्य परीक्षा दी. सभी पहले ही प्रयत्न में वह उत्तीर्ण हुई. टेक्निकल हेल्पर में वह लडकियों में स्टेट टॉपर रही. उसी प्रकार क्लर्क और पीएसआई की परीक्षा भी अंकिता पाचंगे हंसते खेलते पास कर गई. किंतु उसने उत्पाद कर निरीक्षक के रुप में शासकीय सेवा ज्वांइन करने का निर्णय किया हैं. शीघ्र वह उसे मिलने वाली पोस्टिंग पर जाएगी.
* तीनो बहनों में छोटी
अंकिता के पिता सुरेश पाचंगे राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधीक्षक के रुप में फिलहाल नागपुर में कार्यरत हैं. उनकी माताजी सुनीता पाचंगे गृहिणी हैं. जबकि बडी बहन पल्लवी का विवाह पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत कमलेश शिंदे से हुआ हैं. दूसरी बडी बहन प्राजक्ता पाचंगे ने एमसीए किया हैं. वह पीएचडी की परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. अंकिता के कल शाम स्पर्धा परीक्षा में उत्तीर्ण होने के समाचार ने पाचंगे परिवार और रिश्तेदारों में खुशी की लहर ला दी.
* विदर्भ आयएएस अकादमी की छात्रा
अंकिता ने अमरावती मंडल को बताया कि, उसने अमरावती में रहकर एमपीएससी की तैयारी की. यहां गाडगेनगर स्थित विदर्भ आयएएस अकादमी के सागर भस्मे सर के मार्गदर्शन में तैयारी की. ऐसे ही सी कैट के सचिन वानखडे तथा मराठी ग्रामर के लिए शंकर चव्हाण का मार्गदर्शन प्राप्त किया. अमरावती में रहकर सफलता अर्जित करने का अंकिता का स्वप्न साकार हो गया. अंकिता में सागर भस्मे सर के प्रति बडा आदर और कृतज्ञता व्यक्त की हैं. जिम्नास्टिक में राज्यस्तर पर पदक जीतने वाली अंकिता पाचंगे को रंगोली उकेरना बडा भाता है.
* नियमित पढें समाचार पत्र
अंकिता ने अपनी सफलता के लिए नियमित रुप से दैनिक समाचार पत्र पढने की सलाह स्पर्धा परीक्षा के विद्यार्थियों को दी हैं. वह रेगुलर तौर पर समाचार पत्र का पठन करती रही हैं. उसी प्रकार मेहनत और लगन के साथ स्मार्ट स्टडी पर अंकिता का जोर रहा. उसने अभ्यर्थियों को मशवरा देना चाहा कि, आयोग के पूर्व परीक्षा के पेपर्स का अध्ययन करना चाहिए. उससे पता चलता है कि, परीक्षा में किस तरह के सवाल पूछे जाते है उससे तैयारी करने में सरलता होती हैं. अंकिता ने लडकियों से अवश्य स्पर्धा परीक्षा और उच्च शिक्षा के लिए प्रयासरत रहने और सफलता मिलने पर अन्य को प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया.
* पगडी पहनाई और गालों पर गुलाल
एकवीरादेवी मंगल कार्यालय के पास रहने वाले पाचंगे परिवार में बुधवार शाम अंकिता की सफलता की खबर पहुंची. पूरे परिवार के साथ पास पडोस के लोगों ने भी प्रसन्नता व्यक्त की. अंकिता की दोनो दीदी पल्लवी और प्राजक्ता ने अपनी छूटकी को पगडी पहनाई और मुंह मीठा करने के साथ गालों पर गुलाल भी लगाया.