मीडिया को लोकतंत्र का चौथा मजबूत स्तंभ कहा जाता है और मीडिया एक तरह से सरकार, कार्यपालिका, न्यायपालिका इन तीन स्तंभों तथा जनता के बीच संवाद सेतु की भूमिका निभाता है. यद्यपि अन्य तीनों स्तंभ भी जनता के प्रति जवाबदेह होते है. किंतु कई बार उन तीनों स्तंभों द्बारा अपने स्याह पक्ष को दबाने या छिपाने का प्रयास किया जाता है. ठीक यहीं पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के तौर पर मीडिया यानि हमारी जिम्मेदारी शुरु होती है और हम उन स्याह पक्षों को उजागर करते हुए उन्हें अपने कामकाज के तरीकों में सुधार लाने तथा जनता के प्रति और अधिक जवाबदेह होने पर एक तरह से मजबूर करते है तथा ऐसा करते हुए जनता की ओर खडे रहते हुए लोकतंत्र के सजग प्रहरी की भूमिका निभाते है. हमे खुशी है कि, विगत 30 वर्षों से दैनिक अमरावती मंडल अपनी इस भूमिका को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभा रहा है. साथ ही हमे पूरा विश्वास है कि, हम आगे भी अपनी जवाबदेही जनता के प्रति रखते हुए अपनी इसी भूमिका पर आगे बढेंगे.
उल्लेखनीय है कि, भारतीय संविधान का प्रारंभ ‘हम भारत के लोग…’ इसी वाक्य से होता है. जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, जनभावना ही हमारे लोकतंत्र का मूल और सबसे मजबूत आधार है. लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती के लिए जनभावना को अधिक से अधिक ताकत और कीमत देने का नियोजन संविधान में संविधान निर्माताओं व्दारा पहले ही किया गया है. जिसमें किसी भी तरह के जातिय व धार्मिक भेदभाव को स्थान नहीं दिया गया है. प्रत्येक भारतीय नागरिक को समसामन स्तर पर रखते हुए समाजिक, आर्थिक व राजनीतिक न्याय तथा आचार-विचार, धर्म व श्रद्धा की स्वतंत्रता के साथ ही राजनीतिक समानता व समान अवसर देने का अभिवचन संविधान में प्रदान किया है. उंच-नीच, गरीब-अमीर के साथ ही शोषित, पीडित, वंचित, आदिवासी व दिव्यांग आदि सभी लोगों के मत की कीमत समान रहने के चलते भारत में जनमत को अमूल्य दर्जा प्राप्त हुआ है. जनता का, जनता के व्दारा व जनता के लिए चलाया जाने वाला शासन लोकतंत्र में अभिप्रेत है. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति के पास अपने न्यायीक अधिकारों के लिए लडने का हक उपलब्ध रहना भी लोकतंत्र की सबसे बडी उपलब्धि है. जिसके चलते प्रत्येक व्यक्ति को खुद पर होने वाले अन्याय के खिलाफ प्रतिकार करने का पूरा अधिकार प्राप्त होता है. इसके लिए जरुरी है कि संघर्ष करने की प्रवृत्ति रखी जाए. यही जनजागरण की असल संकल्पना है और जनजागरण ही लोकतंत्र का अविभाज्य घटक है और लोकतंत्र का मूल आधार है.
दैनिक अमरावती मंडल हमेशा ही संघर्षशील प्रवृत्ति के साथ पूरी मजबूती से खडा रहता आया है और कहीं पर भी अन्याय होता है तो अमरावती मंडल सबसे पहले उस स्थान पर पहुंचकर लोगों के न्याय व अधिकार के लिए झगडता आया है. साथ ही पीडित, शोषित व वंचितों के लिए समय-समय पर मजबूत आधार बनता आया है. सर्वसामान्यों की समस्याओं का निवारण करने हेतु महत्वपूर्ण व्यासपीठ की भूमिका अमरावती मंडल ने हमेशा निभाई है और जनता की समस्याओं व मसलों को सरकार व प्रशासन के सामने रखते हेतु अमरावती मंडल ने हमेशा बेहत धीर-गंभीर भूमिका निभाई है. साथ ही जनसामान्यों से संबंधित सवालों को हल करने के लिए समाधानकारक जवाब खोजकर जनहितकारी भूमिका का सदैव परिचय दिया है तथा जनभावना का आदर किया है. ऐसे में अपना वर्धापन दिवस विशेषांक जनजागरण को समर्पित करते हुए हमें बेहद आनंद हो रहा है. चूंकि अगला साल चुनावी वर्ष है, ऐसे में जनजागरण की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहेगी और चुनावों में इस जनजागरण का प्रतिबिंब निश्चित तौर पर दिखाई देगा, ऐसा हमें पूरा विश्वास है.
हमने अपने वर्धापन दिवस विशेषांक में राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, पर्यावरण, साहित्य व व्यापारिक क्षेत्र से जुडे सभी गणमान्यों को शामिल किया है. जिनके सहभाग के चलते जनजागरण की हमारी कोशिश को विशेष महत्व प्राप्त हो गया है. दैनिक अमरावती मंडल हमेशा ही गलत बातों व परंपराओं का कडा विरोध करता आया है और सत्य एवं हकिकत को सबके सामने रखता आया है. किसी नकारात्मक पक्ष को रखते समय भी उसमें रहनेवाली सकारात्मकता को खोजने का प्रयास हमने हमेशा किया है. जिसके चलते हमें पूरी उम्मीद है कि सर्वसामान्य जनता का अपने अधिकारों के प्रति जागरुक करने हेतु हमारे व्दारा किए जा रहे प्रयासों के चलते ज्ञात-अज्ञात व प्रलंबित समस्याओ व विवंचनाओं से रास्ता निकलकर विकासात्मक दृष्टि में वृद्धि होगी. संविधान में उल्लेखित समता, बंधुता व न्यायीक अधिकारों के लिए जनजागरण की इस लडाई में लोकतंत्र के चौथे मजबूत स्तंभ व सजग प्रहरी के तौर पर अमरावती मंडल हमेशा ही निष्पक्ष तरीके से काम करता रहेगा. साथ ही जनशक्ति के साथ जुडे इस संघर्ष में हमेशा अग्रसर भी रहेगा.
अपने विगत 30 वर्ष के इस सफर में हमें अपने पाठकों, वितरकों, विज्ञापनदाताओें तथा विभिन्न रचनाकारों से जो प्रेम, अपनत्व एवं सहयोग मिला उसकी बदौलत हमारी यात्रा और अधिक समृद्ध व गतिशील हुई. अमरावती मंडल ने पाठकों के दम पर पत्रकारिता के क्षेत्र में नामांकित स्थान और शक्ति हासिल की है, ऐसे में वर्धापन दिवस के निमित्त दैनिक अमरावती मंडल के इन सभी महत्वपूर्ण पारिवारिक घटकों के प्रति आभार ज्ञापित करना हमारा आद्य एवं परम कर्तव्य है. यह अपनत्व एवं सहयोग आगे भी ऐसे ही बना रहेगा तथा इसमें और अधिक वृद्धि होगी, ऐसी उम्मीद की जा सकती है.