व्यक्तिगत शौचालय घोटाले के लाभार्थियों की सूची घोषित करें
पूर्व शहर सुधार समिति सभापति बनसोड की निगमायुक्त से मांग
अमरावती प्रतिनिधि/दि. १६ – महानगर पालिका क्षेत्र के गरीब व जरुरतमंद नागरिकों को मूलभूत सुविधा देना भारतीय संविधान में लिखा है. सुविधा देना शासन का कर्तव्य है. इसी श्रृंखला में मनपा क्षेत्र के नागरिकों को व्यक्तिगत शौचालय बनाकर देते हुए शहर को खुले में शौचमुक्त करने का संकल्प रहने के बाद भी मनपा कर्मचारी और ठेकेदारों ने मिली भगत कर २.४९ करोड रुपए का घोटाला किया गया है. यह बात निगमायुक्त की वजह से सामने आया है. इन लाभार्थियों की सूची घोषित की जाए, ऐसी मांग को लेकर शहर सुधार समिति के पूर्व सभापति भूषण बनसोड ने निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपा. सौंपे ज्ञापन में कहा है कि गरीब जनता के शौचालय के रुपए खाने वाले कर्मचारी व ठेकेदारों को विष्टा के रुपए भी नहीं पूर रहे है, इस बात का खेत है. इसलिए घोटाले की जांच करने के लिए एक समिति गठित करे, इसी तरह मनपा के पांचों जोन में जो लाभार्थियों के नाम से बिल निकाले गए उनके नाम पते समेत जाहीर किये जाए क्योकि शासन का नियम है, जो लाभार्थी एक बार योजना का लाभ लेता है, उसे दूसरी योजना का लाभ नहीं मिलेगा. इसके कारण लाभार्थी का नाम लाभ लेने वाली सूची में रहा तो भविष्य में किसी भी योजना का लाभ नहीं ले सकता, इसलिए उन लाभार्थियों की सूची घोषित की जाए. जो ठेकदारों ने मिली भगत कर बिल निकाले है, उनकी प्रापर्टी सील की जाए और उनसे रुपए वसूल करे. जिन अधिकारी व कर्मचारियों के बिल पर हस्ताक्षर है, उन्हें सख्ती की छूट्टी पर भेजा जाए, जिससे जांच पारदर्शी होगी और उनकी प्रापर्टी की जांच कराये. पूरे मामले की जांच आपकी पहल पर तेजी से करवाई जाए क्योकि अखबारों में आने वाली खबर केवल पुलिस व न्यायालय के आधार पर ही आ रही है. मनपा ने किस तरह ठोस कदम उठाया यह जनता के सामने लाना जरुरी है. इसी तरह व्यक्तिगत शौचालय में जैेसे घोटाले को बाहर निकाला गया वैसे ही रमाई आवास योजना में भी घोटाला होने की बात को नकारा नहीं जा सकता. इसलिए उसकी संपूर्ण फाइल अपने नजरों के सामने लाकर चेक प्राप्त हुए व मंजूर लाभार्थियों के नाम की पूरी जांच कर सूची जाहिर करे. कारण यह है कि अधिकारी अंध, अपंग लाभार्थियों के असली फाइल पर त्रुटियों के अभाव में फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करते फिर १४२५ फाइल पर हस्ताक्षर केसे करें, ऐसा ज्ञापन सौंपते समय भूषण बनसोड के नेतृत्व में विनोद भालेराव, संजय महाजन, करणभाई लालूवाले, दिपक तायडे, अरुण वानखडे, मिqलद लोनपांडे, विश्वनाथ सदांशिवे, बापूराव भोवते, अंबादास कोकाटे, कैलाश रोडगे आदि उपस्थित थे.