शैक्षणिक महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा
राष्ट्रीय स्तर पर महाराष्ट्र को मिला प्रतिनिधित्व प्रशंसनीय - प्रा. प्रदीप खेडकर
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१९ – अ.भा.राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कार्य देशभर के विद्यापीठ में होकर 12 लाख से अधिक सक्रिय सदस्य हैं. राष्ट्रीय शिक्षण धोरण 2020 के क्रियान्वयन-आव्हान व संभावना विषय पर केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष सरकार की प्रमुख उपस्थिति में राष्ट्रीय परिसंवाद नई दिल्ली केक दीनदयाल उपाध्याय महाविद्यालय में आयोजित किया गया.
इस समय महासंघ की वार्षिक सर्वसाधारण सभा का आयोजन किया गया. सभा में आगामी तीन वर्ष के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई. जिसमें सर्वानुमति से अध्यक्ष पद पर डॉ. जे.पी. सिंघल व महामंत्री के रुप में शिवानंद सिंदनखेरा का फिर से चयन किया गया. महसंघ के अध्यक्ष पद का कारभार संभालते समय प्रा. सिंघल ने भारत के अनेक विद्यार्थियों को सक्षम वैश्विक नागरिक बनाने के लिए आवश्यक शैक्षणिक प्रवाह में बदलाव हेतु शैक्षिक महासंघ सर्वतोपरी पूरक भूमिका निभाएगी ऐसे विचार व्यक्त किए.
सभा में डॉ. कल्पना पांडे की महिला संवर्ग उपाध्यक्ष तो महाराष्ट्र प्रांत अध्यक्ष पद पर प्रा. प्रदीप खेडकर की उच्च शिक्षा सह सचिव पद पर नियुक्ति की गई. पश्चिम क्षेत्र प्रमुख तथा प्रशिक्षण प्रकोष्ठ का दायित्व डॉ. शेखर चंद्रात्रे को सौंपा गया. राष्ट्रीय मीडिया के प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी प्रा.डॉ. सुभाष आठवले व प्रा. डॉ. दिनेश खेडकर को संयुक्त रुप से दी गई. महिलाओं के लिए विशेष कार्यरत रहने वाले राष्ट्रीय संवर्ग गट में प्रा. डॉ. कल्पना पांडे व प्राचार्य डॉ. मीनल भोंडे का चयन किया गया.
इस निमित्त राष्ट्रीय स्तर पर महाराष्ट्र को मिले प्रतिनिधित्व प्रशंसनीय होने का मत शैक्षिक महासंघ के महाराष्ट्र प्रांत उच्च शिक्षण अध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेडकर ने व्यक्त किये.
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच के तीन सदस्यों का राष्ट्रीय कार्यकारिणी में किया गया चयन उल्लेखनीय है. प्रा. प्रदीप खेडकर, प्राचार्य डॉ. मीनल भोंडे व डॉ. दिनेश खेडकर को देशस्तर पर अपने कार्यों की छाप छोड़ने का अवसर इस निमित्त मिला.