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सुपर कोविड अस्पताल की एक और उपलब्धि

23 वर्षीय मतिमंद कोविड संक्रमित की जान बचाई

* कोविड के साथ ही डबल निमोनिया से पीडित था मरीज
* अस्पताल के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने की समर्पित सेवा
* स्वस्थ होने पर मरीज को अस्पताल से दी गई भावभीनी विदाई
अमरावती/दि.21– कोविड संक्रमण की तीन लहरों के दौरान अमरावती शहर व जिले सहित अन्य जिलों के हजारों कोविड संक्रमित मरीजों की जान बचाने में सफल रहे स्थानीय सुपर कोविड अस्पताल के खाते में अब एक और उपलब्धि जुड गई है. जब बीते दिनों यहां पर कोविड संक्रमण की चपेट में आने के चलते भरती कराये गये 23 वर्षीय मतिमंद युवक का इस अस्पताल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया और गत रोज पूरी तरह से स्वस्थ व कोविड मुक्त हो जाने के बाद इस युवक को अस्पताल के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने भावभीनी विदाई दी.
जानकारी के मुताबिक तिवसा तहसील अंतर्गत मोझरी के गुरूकूंज आश्रम में रहनेवाला 23 वर्षीय युवक पैदाईशी तौर पर मतिमंद है और दो वर्ष की आयु में उसका मानसिक विकास रूक गया था. जिसके चलते 23 वर्ष की आयु हो जाने के बावजूद उसका व्यवहार किसी दो वर्ष के बच्चे की तरह है. यह युवक बीते दिनों डबल निमोनिया का शिकार हो गया और उसके शरीर में ऑक्सिजन की मात्रा भी काफी तेजी से घट रही थी. ऐसे में उसे इलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में लाया गया. जहां पर कोविड टेस्ट कराये जाने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजीटीव आयी. ऐसे में उसे इलाज के लिए विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल अंतर्गत कार्य करनेवाले सुपर कोविड अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया. करीब आठ दिन पहले सुपर कोविड अस्पताल में भरती कराये गये इस कोविड संक्रमित मरीज का इलाज करना और उससे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाना कोविड अस्पताल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण व उनकी टीम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. क्योंकि वर्ष 2020 से लेकर अब तक भरती होकर ठीक हुए मरीजों में से कोई भी मरीज इस तरह का नहीं था. लेकिन इस चुनौती को स्वीकार करते हुए डॉ. रवि भूषण और उनकी टीम में शामिल डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी तरह के अनूठे इस कोविड संक्रमित मरीज की समर्पित भाव से सेवा करते हुए उसका इलाज किया. जिसके चलते धीरे-धीरे यह मरीज कोविड संक्रमण की चपेट से बाहर आकर पूरी तरह से कोविड मुक्त हो गया. जिसके पश्चात गत रोज इस मरीज को उसके पिता व बहन के हवाले करते हुए कोविड अस्पताल से भावभीनी विदाई दी गई. इस समय कोविड अस्पताल के सभी डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ काफी हद तक भावुक हो गये थे, क्योंकि विगत आठ-दस दिनों के दौरान महज दो वर्ष की आयुवाले बच्चे जैसा स्वभाव रखनेवाले इस युवक के साथ हर कोई भावनात्मक तौर पर जुड गया था.
इस युवक को सुपर कोविड अस्पताल से विदाई देते समय प्रभारी जिला शल्य चिकित्सक डॉ. प्रमोद निरवणे, डॉ. श्याम गावंडे, डॉ. रोहित राईकवार, सुपर कोविड अस्पताल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण, इंचार्ज सिस्टर नंदा तेटू, पुष्पा इंगले, उषा मडकाम, सिस्टर वंदना तायवाडे, बबीता इंगले, सुवर्णा काले, जया ताकसांडे, अर्चना ढवले, रेवती तट्टे तथा स्टाफ सचिन सोलंकी, जीवन वेलमोरे, कातिरू पन्नासे, मयूर लांडगे, उध्दव मनोहरे, ज्योत्सना खोब्रागडे, प्रतिभा मननकर, रूपाली टिंगणे तथा सारिका व रजनी आदि उपस्थित थे.

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