सत्र के पहले ही दिन मिलेगा विमानतल पर जवाब
बेलोरा एयरपोर्ट पर सांसद बोंडे के प्रश्न मंजूर
* शीतकालीन सत्र
अमरावती/दि.2- संसद का सोमवार से प्रारंभ हो रहा शीतकालीन सत्र अमरावती के संदर्भ में महत्वपूर्ण रहने वाला है. पहले ही दिन के लिए सांसद डॉ. अनिल बोंडे के बेलोरा विमानतल संबंधी प्रश्न पर नागरी विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उत्तर देने वाले हैं. बोंडे ने विमानतल के अलावा रेलवे के वैगन कारखाने के उद्घाटन, हिल स्टेशन चिखलदरा में निर्माणाधीन एशिया के सबसे बड़े स्कायवॉक और किसानों को इन्सेन्टीव देने संबंधी प्रश्न प्रस्तुत किए हैं. राज्यसभा सदस्य डॉ. बोंडे ने अमरावती मंडल से बातचीत में बताया कि महानगरपालिका और नगरपालिका में नागरी सुविधाओं को बढ़ाने के साथ उनकी कायापलट पर भी उन्होंने प्रस्ताव व प्रश्न रखे हैं.
उल्लेखनीय है कि संसद का सत्र 4 दिसंबर से प्रारंभ हो रहा है. इधर विधानमंडल का नागपुर अधिवेशन भी 7 दिसंबर से शुरु होने के कारण सभी नुमाइंदे संसदीय आयुध लेकर तैयार हो गए हैं. इसी संदर्भ में सांसद डॉ. बोेंडे से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि बेलोरा विमानतल संबंधी उनके प्रश्न पटल पर आ गए हैं. परसों इस बारे में ठोस उत्तर मिलने की संभावना है. डॉ. बोंडे ने केंद्र की उड़ान योजना अंतर्गत अमरावती के विमानतल के मौजूदा स्टेटस और विकास कार्य की प्रगति के साथ वहां निर्माणाधीन सुविधाओं और ढांचा गत संरचना के विषय में प्रश्न उपस्थित किए हैं. अमरावती के इस हवाई अड्डे को अप्रैल तक सुचारु करने के दावे प्रशासन करता आया है. सोमवार को इस विषय में सरकार का लिखित उत्तर प्राप्त हो जाएगा. सांसद बोंडे ने जानना चाहा है कि विमानतल के पूर्ण होने और ऑपरेशनल होने की समयसीमा का पालन करने क्या कदम उठाये गए हैं? क्षेत्र के औद्योगिक विकास हेतु बेलोरा विमानतल का शीघ्र ऑपरेशनल होना आवश्यक है.
* मनपा और पालिका अपडेट
सांसद बोंडे ने अमरावती सहित क्षेत्र की महापालिका एवं नगरपालिका की सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया है. इस बारे में भी उन्होंने संसद में प्रश्न और प्रस्ताव दिए हैं. उन्होंने अपनी ही सरकार को बहुप्रचारित स्मार्ट सिटी योजना और उसके प्रस्तावों की याद दिलाई है. डॉ. बोंडे ने कंपनियों के सामाजिक दायित्व फंड सीएसआर के विषय में भी प्रश्न उपस्थित किए हैं. सीएसआर के जरिए भूजल रिचार्ज, सौर ऊर्जा और जल संग्रहों को प्रदूषण से बचाने के बारे में प्रस्ताव दिए हैं. नई तथा गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत सहित सरकार की सौर ऊर्जा नीति पर उनके प्रश्न होने की जानकारी खुद डॉ. बोंडे ने दी है.