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कोरोना महामारी के दौरान मांग बढी
अमरावती/दि. २७ – कोरोना महामारी ने कुछ लोगों को इस कदर डरा दिया है कि बीमारी के रोकथाम के नाम पर कुछ भी खरीदने के लिए तैयार है. इस समय कोरोना महामारी से बचाव के लिए एन्टी वायरस कार्ड का चलन बढने लगा है. ऑनलाइन ऑर्डर देकर बडे पैमाने पर यह कार्ड बुलाया जा रहा है. मेडिकल लाइन से जुडे सूत्रों के अनुसार इस कार्ड को धारण करने से कोरोना नहीं होने के बारे में कोई भी आधार नहीं है फिर भी इस कार्ड की ऑनलाइन बुकिंग तेजी से हो रही है. दावा किया जा रहा है कि यह कार्ड गले में धारण करने से कोरोना वायरस पास में भी नहीं फटकता.
जिस तरह कोरोना वायरस बढ रहा है, उसी तरह यह कार्ड गले में दिखाई देने लगा है, इस कार्ड के बारे में बताया जाता है कि यह एन्टीवायरस कार्ड गले में पहनने से कोरोना नहीं होता. बाजार में इस कार्ड की जमकर बिक्री हो रही है. कार्ड पर ही लिखा है कि हर तरह के वायरस को खत्म करता है, इस कार्ड की कीमत ५० से लेकर ३० रुपए के बीच है. प्रशासन व्दारा भीडभाड वाली जगह न जाने, सोशल डिस्टेन्स के नियमों का पालन करने, मास्क पहनने सलाह दी जा रही है, ऐसे में इस एन्टीवायरस कार्ड को गले में धारन करने से एक मीटर के अंदर वायरस नहीं आने का दावा किया जा रहा है.अप्रैल, मई माह से सैनेटायजर, मॉस्क की बडे पैमाने पर मांग थी. कई दवाईयों की बिक्री तो पूरी तरह से थम गई थी. हैंडवॉश और सैनेटाइजर की मांग काफी अधिक बढ गई थी. रोगप्रतिकारक शक्ति बढाने के लिए संबंधित दवाईयों की मांग भी काफी अधिक हो रही थी. कोरोना का खतरा अब कम होने की स्थिति में है. मगर कोरोना के नाम पर नई कुछ चिजे आने लगी है. डर के कारण लोग उसकी खरीदी भी जमकर कर रहे है.
केवल अधिकृत वस्तुओं की बिक्री
शहर में एन्टी वायरस कार्ड उपलब्ध नहीं है. मेडिकल व सर्जिकल सामग्री बिक्री केंद्र पर केवल मास्क, सैनेटाइजर जैसे अधिकृत वस्तुओं की ही बिक्री की जा रही है.
– सुरेश जैन, अध्यक्ष महानगर चेंबर ऑफ कॉमर्स
कार्ड का कोई मेडिकल आधार नहीं
इस तरह के कार्ड या कोई उपकरण को कोई मेडिकल आधार नहीं है. मेडिकल साइन्स में इस तरह का कोई भी कार्ड पहनने की बात नहीं सुनी है. नागरिकों को किसी तरह की बीना जांच पडताल किये इस तरह के कोई कार्ड पर विश्वास नहीं रखना चाहिए.
– डॉ.श्यामसुंदर निकम जिला शल्यचिकित्सक अमरावती.