अमरावतीमहाराष्ट्र

अनुपमा लड्ढा बनी अध्यक्ष, दिव्या त्रिकोटी बनी सचिव

अमरावती सीए शाखा ने रचा इतिहास, महिलाओं को मिला प्रतिनिधित्व का मौका, साकेत

अमरावती / दि. 29-आईसीएआई की डब्ल्यूआईआरसी अंतर्गत अमरावती सीए शाखा ने इतिहास रचते हुए पहलीबार महिला प्रतिनिधि को शाखा की बागडोर सौंपी है. सीए शाखा के अध्यक्ष के रूप में अनुपमा लढ्ढा तथा सचिव के रूप में दिव्या त्रिकोटी की नियुक्ति की है. शाखा ने रचा यह इतिहास सभी के लिए आदर्श साबित हो रहा है. स्थानीय आईसीएआई की डब्ल्यूआईआरसी अंतर्गत कार्यरत अमरावती शाखा का सीए भवन में चुनाव हुआ. पूर्व कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त होने से नियमानुसार उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत सदस्य को अध्यक्ष पद की बागडोर सौंपी जाती है. इस नियम को बरकरार रखते हुए अमरावती सीए शाखा की जिम्मेदारी महिला के हाथों में सौंपी है. चुनाव के पश्चात बहुमत के आधार पर सीए अनुपमा लढ्ढा को अध्यक्ष पद पर चुना गया.
* तीन बार लिखा जायेगा रिकार्ड
सीए अनुपमा लढ्ढा को अमरावती शाखा की पहली महिला अध्यक्ष का सम्मान प्राप्त हुआ है. वह पहली नॉन प्रैक्टिसिंग मेंबर हैं, जो इस पद पर चयनित हुई है. इसके अलावा सचिव पद पर सीए दिव्या त्रिकोटी का चयन किया गया है. इनके साथ सीए शाखा ने पहलीबार किसी सबसे कम आयु के युवा को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है. पूर्व में कार्यरत सीए साकेत मेहता नई कार्यकारिणी मेें उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. वे अब तक के सबसे कम उम्र के उपाध्यक्ष हैं. डब्ल्यूआईसीएएसए (सीए स्टुडेंट एसोसिएशन)के अध्यक्ष पद की उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है. कोषाध्यक्ष पद पर पूर्व अध्यक्ष सीए पवन जाजू और शाखा सदस्यों में सीए मधुर झंवर को स्थान दिया है. पूर्व अध्यक्ष के रूप में विष्णुकांत सोनी इस कार्यकारिणी का हिस्सा रहेंगे. पिछले वर्ष सीए विष्णुकांत सोनी ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में ब्रांच को नई ऊंचाई तक पहुंचाया और अमरावती को बेस्ट ब्रांच अवार्ड ( मिनी कैटेगरी) भी दिलाने में विशेष सहयोग दिया. साथ ही जीएसटी का सर्टिफिकेट कोर्स इनके कार्यकाल में हुआ. कई शिक्षा संस्थाओं के साथ मिलकर करियर काउंसलिंग और एकाउटेंसी म्युजियम के प्रोजेक्ट्स भी लिए गये. इसी जोश के साथ टीम का नेतृत्व कर रही नई महिला अध्यक्ष सीए अनुपमा लढ्ढा ने बताया कि, वह अपने पद से बेहद खुश है. सभी पूर्व अध्यक्ष, सीनियर्स और कलीग हमेशा से मेरे सपोर्ट में रहे हैं. उन्होंने मेरे योगदान को देखकर ही मुझे ये कार्यभार सौंपा हैं. मैं महिला सीए मेंबर्स के और युवा सीए के साथ मिलकर, पनूरे मन से काम करना चाहूंगी. साथ ही शहर की बाकी संस्थाओं के साथ भी मिलकर उनकी टीम आनेवाले वर्ष में काम करेगी.

 

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