अमरावती/प्रतिनिधि दि.२९ – गत वर्ष मार्च महीने से कोरोना का आगमन हुआ. कोविड-19 का फटका सभी क्षेत्र को बैठा है. विशेष रुप से राज्य शासन व्दारा विविध विभागों में पदभर्ती को ब्रेक लगाया है. जिससे शिक्षित होकर भी नौकरी, रोजगार नहीं, ऐसी स्थिति युवा पीढ़ी की है. परिणामस्वरुप उम्र बढ़ने पर विवाह नहीं कर सकते और पंजीयन विवाह का तो सवाल ही नहीं उठता, ऐसा वास्तव है. इस कारण कोरोना काल में विवाह के लिए पंजीयन न होने का चित्र है.
कोरोना से पूर्व रजिस्टर्ड मॅरेज करने के लिए युवक-युवतियों की पसंद होती थी. जिससे ऑनलाइन पंजीयन द्वारा लड़के-लड़कियों के दोनों परिवारों की सहमति से सरकारी कार्यालय में विवाह समारोह होता था. लेकिन गत डेढ़ वर्ष से पंजीयन विवाह को थोड़ा ब्रेक सा लगा है.
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कितने हुए पंजीयन विवाह?
2018 933
2019 973
2020 831
2021 जनवरी 159
2021 फरवरी 62
2021 मार्च 113
2021 अप्रैल 87
2021 मई 36
2021 जून 65
2021 जुलाई 47
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सात माह में कम पंजीयन
-इस बार जनवरी से कम-अधिक पैमाने पर रजिस्टर पंजीयन ऑनलाइन हो रहा है. हर रोज चार से पांच जोड़ियां विवाहबध्द हो रही हैं.
– कोरोना के कारण संचारबंदी लागू होने से सार्वत्रिक विवाह समारोह पर निबर्ंंध है. इस कारण रजिस्टर्ड मॅरेज पंजीयन बढ़ रहा है. गरीब, सामान्य परिवार में भी रजिस्टर्ड मॅरेज को पसंद किया जा रहा है.
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अब रजिस्टर पंजीयन में बढ़ोत्तरी
कोरोना काल में रजिस्टर पंजीयन कम मात्रा में हुआ, लेकिन इस बार जनवरी से कम, अधिक पैमाने पर विवाहोत्सुक युवक-युवतियों का ऑनलाइन पंजीयन हुआ है.
-पी.वी.खंडेराय, विवाह पंजीयन अधिकारी, अमरावती