अमरावती

अपने ही गिराते हैं नशेमन पर बिजलियां…

युवती व महिलाओं के लिए घर की चार दीवारी भी सुरक्षित नहीं

* परिचितों व रिश्तेदारों व्दारा छेडखानी व जोरजबर्दस्ती की घटनाएं
* 126 महिलाओं व युवतियों के साथ दुराचार के मामले दर्ज
अमरावती/ दि.14 – दुराचार से संबंधित 80 फीसदी मामलों में पीडिता के साथ किसी परिचित व्यक्ति व्दारा जोरजबर्दस्ती की जाती है, ऐसा दुराचार से संबंधित सभी मामलों का अध्ययन करने के बाद पुलिस व्दारा निष्कर्ष निकाला गया है. ऐसे मामलों में जन्मदाता पिता सहित सौतेले पिता, मामा, चाचा, मौसा के साथ ही चचेरे, ममेरे या फुफेरे भाई जैसे रिश्ते में रहने वाले पुरुष ही आरोपी होते हैं. अभी हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें एक नाबालिग लडकी के साथ उसके सौतेले पिता ने जोरजबर्दस्ती की थी. जिसकी वजह से उक्त नाबालिग गर्भवती हो गई. ऐसे में कहा जा सकता है कि, बाहर की दुनिया तो दूर अब घर की चार दीवारी भी महिला व युवतियों के लिए सुरक्षित नहीं है, क्योंकि अपने ही गिराने लगे है नशेमन पर बिजलियां.
यौन शोषण केवल दुराचार तक ही सीमित नहीं है. बल्कि दुराचार की तुलना में विनयभंग की घटनाएं काफी अधिक घटित होती है, लेकिन ऐसे मामलों में अपनी और अपने परिवार की बदनामी न हो, इस वजह से पीडिता व्दारा पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज नहीं कराई जाती. जिससे कई बार ऐसे मामले दब जाते है. वहीं विगत एक वर्ष के दौरान 126 महिलाओं व युवतियों के साथ जोरजबर्दस्ती किये जाने के मामले दर्ज हुए है. जिसमें से कुछ मामले ऐसे भी रहे, जिनमें पीडिता के साथ उसके परिचितों व्दारा जोरजबर्दस्ती की गई. ऐसे सभी मामलों में पुलिस व्दारा अपराध दर्ज करने के साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

258 मामले विनयभंग के
विगत वर्ष जिले के 31 पुलिस थानों में विनयभंग व छेडछाड के 258 मामले दर्ज हुए. जिनमें सोशल मीडिया के जरिये की गई छेडछाड व बदनामी के मामलों का भी समावेश हैैं.

क्राईम डिटेक्शन पर जोर
जनवरी से दिसंबर 2022 के दौरान जिले में बलात्कार के 126 व विनयभंग के 258 मामले दर्ज हुए. जिसमें से 95 फीसदी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही कई मामलों की जांच पूरी करते हुए अदालत के चार्जशीट पेश की गई.
– अविनाश बारगल,
जिला पुलिस अधिक्षक.

2021 की तुलना में बढे मामले
– सन 2021 में बलात्कार के कुल 82 मामले दर्ज किये गए. वहीं वर्ष 2022 में ऐसे 126 मामले दर्ज हुए. हालांकि इन सभी मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की.
– वर्ष 2021 में विनयभंग के 234 मामले दर्ज हुए थे. वहीं वर्ष 2022 में यह संख्या 258 रही. इन दोनों वर्षों के आंकडों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 के दौरान बलात्कार व विनयभंग के मामलों में इजाफा हुआ.

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