अपनी ही सरकार के विरोध में बच्चू कडू का एल्गार
विभागीय आयुक्त कार्यालय पर निकाला भव्य मोर्चा
* किसानों की विविध मांगों को लेकर हुए उग्र
* ज्ञापन लेने आयुक्त व जिलाधीश को कार्यालय से बाहर बुलाया
* मोर्चे में ढाई से तीन हजार किसानों को रहा समावेश
* गाडगे नगर से हुई थी मोर्चे की शुरुआत
* रंग दे बसंती चोला गीत पर तिरंगा लहराते हुए चले प्रहारी
* ट्रैक्टर पर सवार होकर विधायक कडू व पटेल ने संभाली कमान
* सरकार को दिया शीतसत्र तक का अल्टीमेटम
* अन्यथा विधान मंडल पर लाखों का मोर्चा निकालने की चेतावनी
अमरावती /दि.9- प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष व विधायक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने आज किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर स्थानीय गाडगे नगर परिसर से विभागीय आयुक्त कार्यालय तक भव्य मोर्चा निकाला. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय राज्य में चल रही शिंदे-फडणवीस सरकार को विधायक बच्चू कडू ने अपनी प्रहार जनशक्ति पार्टी का समर्थन दे रखा है. लेकिन इसके बावजूद भी आज अमरावती विभागीय आयुक्त कार्यालय पर ‘जन एल्गार मोर्चा’ निकालते हुए विधायक बच्चू कडू ने एक तरह से अपनी ही सरकार के विरोध में बिगूल फूंका है. हालांकि विभागीय आयुक्त कार्यालय पर पहुंचने के बाद मोर्चे में शामिल किसानों को संबोधित करते हुए विधायक बच्चू कडू ने स्पष्ट किया कि, राज्य की शिंदे सरकार पूरी तरह से किसानों व गरीबों की हितैशी है. लेकिन किसानों की कई प्रलंबित मांगों की ओर सरकार का ध्यान नहीं है. इसके चलते किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु आज अमरावती से ‘जन एल्गार मोर्चा’ का प्रारंभ किया गया है और इसके बाद राज्य के प्रत्येक जिले में इसी तरह से ‘जन एल्गार मोर्चा’ निकाले जाएंगे. साथ ही यदि आगामी शीतसत्र से पहले किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो शीतसत्र के दौरान विधान मंडल पर समूचे राज्य के लाखों किसानों का मोर्चा ले जाया जाएगा.
आज 9 अगस्त को क्रांति दिवस का औचित्य साधते हुए विधायक बच्चू कडू की अगुवाई में आयोजित इस ‘जन एल्गार मोर्चा’ का प्रारंभ दोपहर 2 बजे के आसपास गाडगे नगर परिसर स्थित संत गाड़गेबाबा समाधि स्थल से हुआ. जिसमें ट्रैक्टर पर सवार होकर खुद विधायक बच्चू कडू इस मोर्चे का नेतृत्व कर रहे थे. साथ ही मोर्चे में प्रहार जनशक्ति पार्टी के उनके सहयोगी विधायक राजकुमार पटेल भी मौजूद थे. इसके अलावा इस मोर्चे में अमरावती जिले के सभी तहसील क्षेत्रों से हजारों किसान शामिल हुए. मोर्चे में पूरा समय लॉउडस्पीकर पर ‘रंग दे बसंती चोला…’ गीत बज रहा था तथा मोर्चे में शामिल सभी लोग अपने हाथों में तिरंगे झंडे लेकर ‘जय जवान जय किसान’ के नारे लगा रहे थे. मोर्चे का प्रारंभ करने से पहले विधायक बच्चू कडू ने संत गाड़गेबाबा के समाधि स्थल पहुंचकर माल्यार्पण करते हुए कर्मयोगी संत गाडगे बाबा का अभिवादन किया. जिसके बाद इस मोर्चे की शुरुआत हुई. यह मोर्चा पंचवटी चौक व इर्विन चौराहे से होते हुए जिलाधीश कार्यालय होकर संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचा. इस दौरान पंचवटी चौराहे पर शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख तथा इर्विन चौराहे पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुतलों पर भी मार्ल्यापण करते हुए अभिवादन किया गया. पश्चात यह मोर्चा दोपहर 4 बजे के आसपास संभागीय आयुक्तालय पहुंचा. जहां पर मुख्य प्रवेश द्बार के पास मोर्चे को पुलिस द्बारा रोक दिया गया तथा विधायक बच्चू कडू को अपने कुछ चुनिंदा कार्यकर्ताओं के साथ ज्ञापन देने हेतु भीतर जाने की अनुमति दी गई. परंतु यहां पर विधायक बच्चू कडू इस मांग को लेकर अड गए कि, जिले के हजारों किसान संभागीय आयुक्त से मिलने यहां तक आए है. अत: संभागीय आयुक्त व जिलाधीश ने अपने कार्यालय से बाहर आकर मोर्चे में शामिल किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांगों का ज्ञापन स्वीकार करना चाहिए.
इसे लेकर काफी देर तक उहापोह वाली स्थिति बनी रही और कुछ देर बाद संभागीय आयुक्त डॉ. निधी पाण्डेय तथा उनके साथ आयुक्तालय में उपस्थित जिलाधीश सौरभ कटियार ने कार्यालय से बाहर आकर मोर्चे में शामिल किसानों से भेंट करते हुए उनके ज्ञापन को स्वीकार किया तथा विधायक बच्चू कडू व विधायक राजकुमार पटेल से बातचीत भी की. इस समय दोनों विधायकों ने राजस्व महकमेे के दोनों आला अधिकारियों से किसानों की मांगों को लेकर विस्तार के साथ चर्चा की.
* इन प्रमुख मांगों का रहा समावेश
– खेती की बुआई से फसल निकालने तक काम मनरेगा के जरिए हो.
– नियमित कर्ज अदा करने वाले किसानों को 50 हजार रुपए अनुदान मिले.
– अतिवृष्टि के कारण नुकसान हुए किसानों को तत्काल नुकसान भरपाई मिले.
– ठेका कामगारों के लिए महामंडल स्थापित करें.
– वन्य प्राणियों का बंदोबस्त किया जाए.
* ‘झुकेगा नहीं साला…’ के बैनर्स लहराएं गए
विधायक बच्चू कडू के जन एल्गार मोर्चे को लेकर अमरावती शहर में कई स्थानों पर बैनर व पोस्टर्स लगे है. जिनमें ‘झुकेगा नहीं साला…’, ‘नहीं परवाह सत्ता की, चिंता है किसानों की’, ‘बच्चू भाऊ किसानों के लिए फिर एक बार मैदान में’, जैसे नारे व स्लोगन लिखे हुए है. इसमें से ‘झुकेगा नहीं साला…’ लिखे हुए बैनर व पोस्टर्स को लेकर शहर में कई तरह की चर्चाएं चल रही है. जिसके तहत माना जा रहा है कि, अपने इस तरह के बैनर व पोस्टर के जरिए विधायक बच्चू कडू ने राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार को शायद कोई संदेश देने का प्रयास किया है.
* मोर्चा सरकार के विरोध में नहीं – बच्चू कडू
इस आंदोलन के दौरान ही विधायक बच्चू कडू ने यह बात स्पष्ट कर दी कि, यह मोर्चा राज्य की शिंदे सरकार के खिलाफ नहीं है. बल्कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे किसानों की मांगों पर सकारात्मक विचार करेंगे. साथ ही विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, यह मोर्चा एक तरह से किसानों का अपने अधिकारपूर्ण मांगों के लिए आंदोलन है. इस समय मिलावटी दूध का मसला गंभीर समस्या बना हुआ है. जिसे लेकर प्रशासन द्बारा अनदेखी की जा रही है. साथ ही किसानों की कई मांगे प्रलंबित पडी हुई है. इसके अलावा सरकारी योजना से शहर के नागरिकों को ढाई लाख के घर और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को सवा लाख के घर दिए जानेवाले हैं. यह अपमानित करने वाली योजना है. इन सभी बातों को लेकर अपनी नाराजगी जताने हेतु आज अमरावती जिले में किसानों ने ‘जन एल्गार मोर्चा’ निकालकर सरकार तक अपनी भावनाएं पहुंचाई है.
* बच्चू कडू को देर से बात समझ में आयी
– कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने दी प्रतिक्रिया
विधायक बच्चू कडू द्बारा किसानों की मांगों को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ निकाले गए जन एल्गार मोर्चा को लेकर अब विविध राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया आनी शुरु हो गई है. जिसके तहत कांग्रेस नेता तथा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, शायद अब विधायक बच्चू कडू को मौजूदा सरकार में अपनी असली जगह व कीमत समझ में आ गई है. वहीं आने वाले कुछ दिनों में उन्हें यह भी समझ में आ जाएगा कि, उनके द्बारा महाविकास आघाडी से बाहर निकलने का फैसला पूरी तरह से गलत था. ऐसे में वे शायद जल्द ही कोई योग्य निर्णय लेंगे, ऐसी उम्मीद है. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि, राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की आगामी विधानसभा चुनाव तक केवल चर्चा ही चलती रहेगी. कम से कम लोकसभा चुनाव तक यही स्थिति कायम रहेगी, ऐसा पूरा अंदेशा है और उसी वजह से शिंदे गुट सहित भाजपा के कई विधायक अपनी ही सरकार से नाराज भी चल रहे है. विधायक बच्चू कडू द्बारा आज निकाला गया मोर्चा भी उसी नाराजगी का परिणाम है.