अमरावती

ऐन समय साक्षात्कार रद्द होने से भडके आवेदक

जिला परिषद में रहा तनावपूर्ण माहौल

  • डेप्यूटी सीईओ ने मांगी माफी

  • एक अस्थायी पद के लिए आये थे 900 आवेदन

  • साक्षात्कार के लिए बाहरगांव से भी कई युवा पहुंचे थे अमरावती

अमरावती/दि.24 – राज्य सरकार की ओर से ली जानेवाली पद भरती परीक्षा में इन दिनों बडे पैमाने पर गडबडियां उजागर हो रही है. वहीं अब अमरावती जिला परिषद में एक ठेका नियुक्त पद के लिए आयोजीत किये गये साक्षात्कार में भी जबर्दस्त नियोजनशून्यता देखी गई. जब ऐन समय पर साक्षात्कार की प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया. ऐसे में अमरावती सहित दूरदराज के क्षेत्रों से डेटा एंट्री ऑपरेटर पद हेतु साक्षात्कार देने जिला परिषद पहुंचे आवेदकों ने यहां पर जबर्दस्त संताप व रोष व्यक्त किया. जिससे जिला परिषद में करीब तीन घंटे तक वातावरण काफी तनावपूर्ण हो गया था. पश्चात पुलिस ने सफलतापूर्वक मध्यस्थता करते हुए संतप्त आवेदकों को शांत किया.
बता दें कि, जिला परिषद के महिला व बालकल्याण विभाग में 11 माह की अवधि हेतु डेटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर ठेका पध्दति से नियुक्ति की जानी है. इस एक पद के लिए 900 से अधिक उम्मीदवारों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किये गये. आश्चर्य की बात यह है कि, इस पद के लिए गुरूवार 23 दिसंबर को साक्षात्कार लिये जाने थे और बुधवार की शाम तक इस पद हेतु जिप प्रशासन द्वारा आवेदन स्वीकार किये जा रहे थे. किंतु एक पद के लिए इतनी अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त हो जाने तथा एक ही दिन के दौरान इतने प्रत्याशियों के साक्षात्कार लेना संभव नहीं रहने की बात ध्यान में आते ही जिप महिला व बालकल्याण विभाग के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलास घोडकी ने बुधवार की शाम सीईओ अविश्यांत पंडा से चर्चा की. पश्चात संबंधीत वेबसाईट पर इस साक्षात्कार को रद्द किये जाने की सूचना जारी की गई. किंतु कई आवेदक इस सूचना को रात में देख ही नहीं सके तथा गुरूवार की सुबह 100-150 आवेदक साक्षात्कार देने हेतु जिला परिषद में पहुंच गये और यहां पहुंचने के बाद उन्हें जैसे ही साक्षात्कार रद्द किये जाने की जानकारी मिली, तो उनमें रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गई. जिसके चलते अनेकों आवेदकों ने महिला व बालकल्याण विभाग के डेप्युटी सीईओ कैलास घोडकी को जमकर आडे हाथ लिया और जिप प्रशासन से जवाब तलब करना शुरू किया गया. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन आवेदकोें में से कई युवा दूर-दराज के क्षेत्रों से आये थे और कडाके की ठंड के बीच पूरी रात यात्रा करने के बाद अमरावती पहुंचे थे. जिनमें मुंबई से आयी एक युवती का भी समावेश था. ऐसे में ऐन समय पर साक्षात्कार रद्द कर दिये जाने की वजह से इन सभी आवेदकों का भडकना लाजमी भी था. वहीं दूसरी ओर युवाओं के आक्रोश और रोष को देखते हुए जिप प्रशासन द्वारा यहां पर तुरंत ही पुलिस को बुला लिया गया और एसीपी पूनम पाटील के साथ ही गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले तुरंत जिप मुख्यालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने संतप्त युवाओं को समझा-बूझाकर शांत किया. साथ ही इस दौरान डेप्यूटी सीईओ कैलाश घोडकी ने अपने वरिष्ठाधिकारियों को पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए संतप्त युवाओं से इस गलती व गडबडी के लिए माफी मांगी. उन्होंने कहा कि, एक पद के लिए इतनी बडी संख्या में आवेदन आयेंगे, इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाने की वजह से सारी गडबडियां हुई. किंतु जल्द ही साक्षात्कार की तमाम तैयारियां पूरी करते हुए सभी उम्मीदवारों को सूचित किया जायेगा.

मुंबई वापिस कैसे लौटू

इस समय डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद हेतु साक्षात्कार देने अमरावती पहुंची रंजना चव्हाण नामक युवती ने बताया कि, वह इसके लिए मुंबई से अमरावती आयी है और अब उसे मुंबई वापिस जाकर अगली तारीख पर साक्षात्कार देने हेतु दुबारा अमरावती लौटना पडेगा. जिसके चलते नाहक ही आने-जाने का खर्च करना होगा. इसके लिए कौन जिम्मेदार है और वह बिना साक्षात्कार दिये मुंबई वापिस कैसे लौटे तथा अपने परिवारवालों को क्या जवाब दें, यह सवाल भी इस युवती ने डेप्यूटी सीईओ कैलाश घोडकी से पूछा.

एसीपी पूनम पाटील ने संभाला मोर्चा

जिला परिषद में ऐन समय पर साक्षात्कार की प्रक्रिया रद्द होने तथा आवेदकों के संतप्त होने की जानकारी मिलते ही गाडगेनगर विभाग की सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटील तुरंत जिला परिषद पहुंची और उन्होंने संतप्त युवाओं को शांत करते हुए कहा कि, चार वर्ष पूर्व ही उन्होंने भी चयन प्रक्रिया का सामना किया है. ऐसे में वे सभी आवेदकों की भावनाओं को समझ सकती है. किंतु नियोजन में हुई गडबडी के चलते हुई चूक के बाद अब बेवजह भडककर कोई फायदा नहीं है. अत: सभी ने शांत रहकर समझदारी का परिचय देना चाहिए. एसीपी पूनम पाटील द्वारा दी गई समझाईश के बाद सभी संतप्त युवा कुछ हद तक शांत हुए .

थानेदार चोरमले ने सभी के रहने व खाने की व्यवस्था की

इन तमाम बातों के बीच बाहरगांव से आये कई प्रत्याशियों ने प्रशासन से यह जानना चाहा कि वे रात में कहां व कैसे रूके तथा चूंकि इस समय रापनि की हडताल चल रही है, तो अपने गांव वापिस कैसे लौटे. जिस पर गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले ने कहा कि, वे सभी महिला उम्मीदवारों के रहने एवं पुरूष उम्मीदवारों के भोजन की व्यवस्था करवायेंगे. अत: सभी आवेदकों ने पूरी तरह से संयम बरतना चाहिए. साथ ही उन्होंने इन आवेदकों का पक्ष लेने हेतु एक राजनीतिक दल के पदाधिकारियों को हडकाते हुए युवाओं के भविष्य से संबंधित मामले में राजनीती नहीं करने की बात कही और आवेदकों से भी कहा कि, यह उनके जीवन व भविष्य से संबंधित मामला है. अत: वे आवेश में न आये, बल्कि शांत रहकर को हालात को समझे.

Related Articles

Back to top button