* सरकार ने जारी किए निर्देश
* मनपा आयुक्त पवार को बडा झटका
अमरावती/दि.26– अनुशासन का उल्लंघन करने के मामले में 5 फरवरी को मनपा के तत्कालीन उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले को मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने कार्यमुक्त कर दिया था. इस प्रकरण में नगर विकास विभाग के अवर सचिव ने मंगलवार 25 जून को निगमायुक्त को भेजे पत्र में जुम्मा प्यारेवाले को उपायुक्त पद पर कार्यरत करने के बाद उनके विरोध में अनुशासन उल्लंघन की कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को प्रस्तुत करने सूचित किया है.
मनपा के उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले को कार्यमुक्त करने के बाद इस प्रकरण में 6 फरवरी को महाराष्ट्र प्रशासकीय न्यायाधिकरण की नागपुर खंडपीठ में (मैट) प्यारेवाले द्वारा गुहार लगाए जाने के बाद न्यायाधिकरण ने ‘जैसे थे’ के आदेश दिए थे. इस प्रकरण में ‘जैसे थे’ आदेश आगामी सुनवाई तक ही रहने से वह 20 फरवरी को हुई सुनवाई में कायम नहीं रहे. इस कारण जुम्मा प्यारेवाले, मुख्याधिकारी, गट-अ को उपायुक्त अमरावती मनपा पद पर कार्यरत कर लेने और उनके द्वारा हुई अनियमितता संदर्भ में उनके विरोध में अनुशासन का उल्लंघन बाबत कार्रवाई करने का प्रस्ताव शासन को प्रस्तुत करने की सूचना पत्र के जरिए नगर विकास विभाग के अवर सचिव ए.के. लक्कस ने मनपा आयुक्त को दी है. प्यारेवाले को एकतरफा पद से कार्यमुक्त करने के प्रकरण में मैट द्वारा दिए गए निर्णय के मुताबिक खुलासा प्रस्तुत करनेबाबत तथा शिकायत निमित्त आवश्यकता रही तो शासन को प्रस्ताव प्रस्तुत करने सूचित किया था. पश्चात न्यायालय द्वारा 6 फरवरी को जैसे थे आदेश दिए जाने से प्यारेवाले के विरोध का प्रस्ताव भी शासन के पास प्रस्तुत न किए जाने का उल्लेख पत्र में है.
* मनपा आयुक्त की कार्रवाई गलत
उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाल ने बताया कि, मनपा आयुक्त देवीदास पवार द्वारा अवैध तरीके से मेरा तबादला करने का आदेश जारी किया था. जबकि संपूर्ण अधिकार सरकार का है. पवार के आदेश को चुनौती देकर लगातार सरकार से पत्र व्यवहार और न्याय की गुहार लगाने पर अंतत: सरकार ने सभी बातों को ध्यान में रखकर मेरी नियुक्ति फिर से उपायुक्त पद पर कर दी हैं.
* दोनों उपायुक्त पद की नियुक्ति का आगे क्या?
मनपा में नरेंद्र वानखडे की सामान्य उपायुक्त पद पर तथा योगेश पीठे की उपायुक्त प्रशासन पद पर नियुक्ति निगमायुक्त देवीदास पवार द्वारा हाल ही में की गई है. उनके पास विविध विभागो का कार्यभार भी सौंपा गया है. इस कारण अब काफी दुविधा निर्माण हो गई है. पदोन्नति पर की गई इन दोनों नियुक्तियों का जुम्मा प्यारेवाले के कार्यरत होने के बाद क्या होगा और इस बाबत मनपा आयुक्त कौनसा निर्णय लेते है, इस पर सभी का ध्यान केंद्रीत है.