* डेप्यूटेशन पर अमरावती में आकर पढाएंगे भावी डॉक्टर्स को
अमरावती/दि.12 – शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय इसी सत्र से शुरु होने की संभावना और बढ गई है. महाविद्यालय में टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति प्रारंभ हो गई है. 13 प्राध्यापकों की प्रति नियुक्ति किये जाने का समाचार मिला है. जिससे शीघ्र प्रारंभ होने वाले एमबीबीएस के नये सत्र हेतु अमरावती जीएमसी में भी अध्यापन कार्य शुरु होने की उम्मीद बलवती हुई है. बता दें कि, पिछले सप्ताह महाविद्यालय के डीन डॉक्टर अनिल बत्रा को उनकी यवतमाल जीएमसी की नियुक्ति पर पुन: भेजा गया. उनके स्थान पर डॉ. किशोर इंगोले को अमरावती जीएमसी का नया अधिष्ठाता मनोनीत किया गया. सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय मेडिकल परिषद के सामने सुनवाई के लिए 2 रोज पहले नये अधिष्ठाता डॉ. इंगोले ने अमरावती जीएमसी का प्रतिनिधित्व किया.
* इनकी हुई नियुक्ति, शुरु होगी पढाई
डॉ. कुमुद हरले सहयोगी प्राध्यापक जीव रसायनशास्त्र जीएमसी अकोला, डॉ. संतोष कुपरे सहयोगी प्राध्यापक जीव रसायनशास्त्र जीएमसी सिंधुदुर्ग, डॉ. नितिन अंभोरे सहयोगी प्राध्यापक सूक्ष्मजीव शास्त्र जीएमसी नांदेड, डॉ. अर्चना टाले सहायक प्राध्यापक शरीर रचना शास्त्र जीएमसी सिंधुदुर्ग, डॉ. पंकज कास्देकर सहायक प्राध्यापक जन औषध वैद्यक जीएमसी यवतमाल, डॉ. राजीव गोरे सहायक प्राध्यापक शल्यचिकित्सा शास्त्र जीएमसी यवतमाल, डॉ. श्यामकुमार शिरसाम सहयोगी प्राध्यापक स्त्री रोग व प्रसूति शास्त्र जीएमसी अकोला, डॉ. प्रीति लाहोेरे सहयोगी प्राध्यापक औषध वैद्यक शास्त्र जीएमसी अकोला, डॉ. मिनोती पोकले सहायक प्राध्यापक शरीर रचना शास्त्र जीएमसी यवतमाल, डॉ. सैयद जाकीर वकी साबिर अली सहायक प्राध्यापक क्ष किरण शास्त्र जीएमसी नागपुर, डॉॅ. अनीता युवनाते सहायक प्राध्यापक फार्मसी जीएमसी अकोला, डॉ. वीरंद्र जाधव सहायक प्राध्यापक फार्मसी जीएमसी बारामती और डॉ. विजय कनाते शल्य चिकित्सा शास्त्र जीएमसी धुले.
* जानकारों का कहना
उल्लेखनीय है कि, पिछले वर्ष के राज्य बजट में 10 नये शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों की घोषणा की गई थी. जिसमें अमरावती संभाग की अमरावती, बुलढाणा और वाशिम जीएमसी का समावेश है. अमरावती जीएमसी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला सामान्य अस्पताल, जिला स्त्री अस्पताल और सुपर स्पेशालिटी को चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरीत कर दिया है. उसी प्रकार जिला स्त्री अस्पताल परिसर में बनी नई इमारत में प्रशासनिक कामकाज शुरु किया जा रहा है. वहीं डीन की केबिन जिला अस्पताल इर्विन में शुरु की गई है. जिससे ताजा डेवलपमेंट के आधार पर जानकारों का कहना है कि, इसी सत्र से अमरावती जीएमसी प्रारंभ हो सकती है. एमबीबीएस की 100 सीटों को राष्ट्रीय मेडिकल परिषद की मान्यता प्राप्त होने का अनुमान है.