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16 अप्रैल होगा अमरावती की स्वप्नपूर्ति का दिन

एमएडीसी की एमडी स्वाति पाण्डेय का कथन

* अमरावती एयरपोर्ट के शुभारंभ व क्रियान्वयन को लेकर दी जानकारी
* पत्रवार्ता में विमानतल व उडान शुरु होने के बारे में बताया विस्तार से
अमरावती/दि.12 – आगामी 16 अप्रैल 2025 का दिन एक तरह से अमरावतीवासियों के लिए स्वप्नपूर्ति का दिन रहेगा. जब वर्षों की प्रतीक्षा के बाद न केवल अमरावती विमानतल का औपचारिक रुप से शुभारंभ होगा, बल्कि इस विमानतल से यात्री विमानों की नियमित उडाने शुरु होगी और अब अमरावती के सर्वसामान्य नागरिक भी अमरावती विमानतल के जरिए मुंबई हेतु उडान भर सकेंगे. इसके लिए अत्याधुनिक तरीके से नवनिर्मित अमरावती विमानतल पर सभी सुविधाओं को पूर्ण कर लिया गया है तथा अब अमरावती एयरपोर्ट का विधिवत शुभारंभ होने की प्रतीक्षा की जा रही है. इस आशय का प्रतिपादन महाराष्ट्र विमानतल विकास प्राधिकरण (एमएडीसी) की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय द्वारा किया गया.
समिपस्थ बेलोरा में नवनिर्मित अमरावती विमानतल पर उपलब्ध सेवाओं व सुविधाओं का जायजा लेने हेतु एमएडीसी व जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय मीडिया को आमंत्रित किया गया था. इस समय मीडिया कर्मियों से संवाद साधने हेतु एमएडीसी की एमडी स्वाति पाण्डेय चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए विशेष तौर पर अमरावती पहुंची थी. दिल्ली से नागपुर और फिर नागपुर से अमरावती पहुंची एमएडीसी की एमडी स्वाति पाण्डेय ने अमरावती विमानतल के लाउंज एरिया में आयोजित पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए सबसे पहले अमरावतीवासियों को अमरावती विमानतल शुरु होने के संदर्भ में शुभकामनाएं दी. साथ ही अमरावती विमानतल की विशेषताओं को विशद करते हुए यहां से शुरु होने वाली विमानसेवा और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
इस समय जानकारी दी गई कि, बेलोरा में विमानतल शुरु करने का निर्णय वर्ष 1992 में ही हो गया था और जमीन अधीग्रहण की प्रक्रिया पूरी करते हुए वीआईपी व वीवीआईपी व्यक्तियों के विमानों की आवाजाही के लिहाज से छोटे स्तर पर विमानतल शुरु भी किया गया था. जिसका विस्तार व विकास करने हेतु वर्ष 2009 के आसपास पहल शुरु हुई और गुजरते वक्त के साथ तमाम आवश्यक प्रयास करने शुरु किये गये. जिसकी बदौलत वर्ष 2019 में ही अलायंस एयर के साथ करार करते हुए अमरावती से मुंबई हेतु फ्लाइट शुरु करने का निर्णय लिया गया है और एमएडीसी द्वारा बडी तेजी के साथ अमरावती विमानतल का विकास व विस्तार करना शुरु किया गया. जिसके तहत अमरावती विमानतल की नई टर्मिनल बिल्डिंग व एटीसी टॉवर बिल्डिंग का निर्माण करने के साथ-साथ रनवे की लंबाई बढाने का काम पूरा किया गया. साथ ही साथ विमानतल परिसर के चारों ओर वॉलकम्पाउंड बनाते हुए विमानतल के दर्शनीय हिस्से का सौंदर्यीकरण भी किया गया. जिसके चलते अब अमरावती में टाइप-3 सी श्रेणी का विश्वस्तरीय सुविधाओं वाला एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है. जिसे डीजीसीए की ओर से ऑपरेटींग लाईसेंस भी प्राप्त हो चुका है. साथ ही अमरावती विमानतल से एटीआर-72 श्रेणी के विमान की सफलतापूर्वक टेस्ट फ्लाइट भी हो चुकी है. ऐसे में अब आगामी 16 अप्रैल को अमरावती विमानतल का अधिकारिक रुप से शुभारंभ करने के साथ ही अमरावती से मुंबई के बीच नियमित हवाई उडानोें की सेवा भी शुरु कर दी जाएगी.

* 2600 चौरस मीटर में बनी है पैसेंजर टर्मिनल की शानदार बिल्डिंग
इस पत्रवार्ता में बताया गया है कि, 365 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किये गये अमरावती विमानतल परिसर में 2600 चौरस मीटर क्षेत्रफल में पैसेंजर टर्मिनल की शानदार बिल्डिंग बनकर पूरी तरह तैयार है. जिसके सामने आकर्षक लैंड स्केपिंग करने के साथ ही पार्किंग एरिया भी तैयार किया गया है. इस टर्मिनल बिल्डिंग में आगमन व प्रस्थान हेतु दो अलग-अलग सेक्शन तैयार किये गये है तथा दोनों सेक्शन में इस समय 100-100 यात्रियों की आवाजाही को संभालने की व्यवस्था है. यानि इस समय अमरावती विमानतल के टर्मिनल बिल्डिंग की कुल क्षमता 200 यात्रियों की है. जहां पर आने व जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा जांच, बोर्डिंग पास, वेटींग एरिया, लगेज कर्वेयर बेल्ट सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर तमाम इंतजाम किये गये है.

* 1850 मीटर लंबा रनवे पूरी तरह बनकर तैयार
– भविष्य में रनवे के विस्तार हेतु दोनों ओर जगह छोडी गई है खाली
इसके अलावा इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, अमरावती विमानतल पर 1850 मीटर लंबा व 45 मीटर चौडा रनवे भी बनकर तैयार है. जिसके जरिए एटीआर-72 विमान बडी आसानी के साथ टेक ऑफ व लैंडिंग कर सकेंगे. इस रनवे के दोनों ओर अब भी काफी जगह खाली पडी है. जहां पर रनवे की लंबाई बढाने हेतु और भी काम किया जा सकता है, ताकि भविष्य में यहां पर बडे विमानों की भी आवाजाही हो सके. इसके साथ ही एयरपोर्ट और रनवे के बीच 2 अप्रन वे तथा 3 टैक्सी वे भी बनाये गये है. जहां से विमानों की रनवे से टर्मिनल बिल्डिंग तक आवाजाही हो सकेगी.

* नाईट लैंडिंग की व्यवस्था अक्तूबर माह तक
इस पत्रवार्ता के दौरान मीडिया की ओर से पूछे गये सवाल से जवाब में एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने बताया कि, अमरावती विमानतल पर फिलहाल सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद विमानों की आवाजाही नहीं होगी. क्योंकि अमरावती विमानतल पर रात के समय लैंडिंग व टेकऑफ करने की अनुमति फिलहाल डीजीसीए की ओर से प्राप्त नहीं हुई है. स्वाति पाण्डेय के मुताबिक यद्यपि अमरावती विमानतल विमानों की नाईट लैंडिंग के लिहाज से भी पूरी तरह तैयार है. परंतु इसके लिए एटीसी टॉवर बिल्डिंग में कुछ तकनीकी इंतजाम करने बाकी है. जिसके बाद ही डीजीसीए की ओर से नाइट लैंडिंग हेतु अनुमति मिलेगी. नाइट लैंडिंग से संबंधित प्रत्येकी काम आगामी जून माह तक लगभग पूरे कर लिये जाएंगे. जिसके बाद डीजीसीए की ओर से अनुमति मिलने में करीब दो माह का समय लगेगा. ऐसे में आगामी अक्तूबर माह के आसपास अमरावती विमानतल पर अधिकारिक रुप से विमानों की नाइट लैंडिंग भी शुरु हो जाएगी.

* अभी मुंबई, फिर बहुत जल्द अन्य सेंटर
इस पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने बताया कि, लंबे समय की प्रतीक्षा के बाद शुरु होने जा रहे अमरावती विमानतल का आगामी 16 अप्रैल को शुभारंभ होने के साथ ही उसी दिन यहां से मुंबई हेतु एयर विस्तारा की कमर्शियल पैसेंजर फ्लाइट भी शुरु की जा रही पीएम उडान योजना के तहत फिलहाल मुंबई हेतु हवाई सेवा शुरु करने के साथ ही आने वाले समय में अमरावती विमानतल से कुछ अन्य विमान कंपनियों के जरिए कुछ अन्य शहरों के लिए भी विमान सेवा शुरु करने का नियोजन किया जाएगा. जिसके बारे में विमानन कंपनियों द्वारा मार्केट सर्वे के बाद यात्रियों की जरुरत के हिसाब से निर्णय लिया जाएगा. स्वाति पाण्डेय के मुताबिक अमरावती-मुंबई विमानसेवा शुरु होने के अवसर पर वे खुद व्यक्तिगत तौर पर चाहती है कि, अमरावती से जल्द ही पुणे सहित अहमदाबाद व सूरत के लिए भी विमानसेवा शुरु हो, क्योंकि अमरावती में पीएम मित्रा टेक्स्टाइल पार्क जैसे महत्वपूर्ण प्रकल्प साकार होने जा रहा है. जिससे अमरावती के टेक्स्टाइल व गारमेंट झोन में एक बडी क्रांति आने वाली है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, टेक्स्टाइल इंड्रस्टीज के लिए पहले ही ख्याति प्राप्त रहने वाले अहमदाबाद व सूरत जैसे शहरों के साथ अमरावती की एयर कनेक्टीविटी रहे.
* अमरावती-मुंबई विमानसेवा का समय बदलने पर होगी चर्चा
आगामी 16 अप्रैल से शुरु होने जा रही मुंबई-अमरावती-मुंबई विमानसेवा का समय अमरावतीवासियों के लिहाज से असुविधाजनक रहने की ओर ध्यान दिलाये जाने पर एमएडीसी की एमडी स्वाति पाण्डेय ने कहा कि, फिलहाल तो इस बात की खुशी मनाई जानी चाहिए कि, करीब दो-ढाई दशकों की प्रतीक्षा के बाद अमरावती विमानतल शुरु होने जा रहा है. साथ ही साथ यहां से मुंबई हेतु हवाई सेवा भी शुरु होने जा रही है. जहां तक विमान सेवा की आवाजाही के टाइम टेबल का सवाल है, तो इस बारे मेें अलायंस एयर कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्णय लेना होगा. जिनके साथ एमएडीसी के अधिकारियों द्वारा भी चर्चा की जाएगी.

* नामकरण का निर्णय सरकार लेगी
अमरावती विमानतल को ज्ञानेश कन्या प्रज्ञाचक्षु संत गुलाबराव महाराज तथा शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख इन दो महापुरुषों में से किसी एक का नाम दिये जाने की मांग की जा रही है. ऐसे में आगामी 16 अप्रैल को शुरु होने जा रहे अमरावती विमानतल को किस महापुरुष का नाम दिया जाएगा. यह सवाल पूछे जाने पर एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने कहा कि, आगामी 16 अप्रैल को अमरावती विमानतल का शुभारंभ अमरावती विमानतल के नाम से ही होगा. इसके उपरान्त विमानतल को किस महापुरुष का नाम देना है इसका निर्णय सरकार द्वारा लिया जाएगा.

* अमरावती मुंबई का अधिकतम किराया 4063 रुपए
इस समय अमरावती से मुंबई के हवाई किराए को लेकर पूछे गये सवाल पर एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने बताया कि, पीएम उडान योजना के तहत चलाये जाने वाली विमानसेवा के लिए सहूलियत वाली दरों पर किराया शुल्क लिया जाता है. जिसके तहत अलायंस एयर के साथ किये गये करार के मुताबिक अमरावती से मुंबई हेतु अधिकतम किराया 4063 रुपए किया गया है. इसके तहत एटीआर-72 विमान की 35 सीटें सबसिडी वाली दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी. वहीं 35 सीटों के लिए अलायंस एयर अपनी नीतियों के अनुसार शुल्क वसुल कर सकेगी. लेकिन किसी भी स्थिति में अमरावती से मुंबई का किराया 4063 रुपए से अधिक नहीं होगा.

* एयर पोर्ट के शुभारंभ के साथ ही फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी का भी भूमिपूजन
इस समय यह जानकारी भी दी गई है कि, आगामी 16 अप्रैल को अमरावती एयरपोर्ट का उद्घाटन व अमरावती से मुंबई विमानसेवा का शुभारंभ करने के साथ ही अमरावती विमानतल की पुरानी टर्मिनल इमारत वाली जगह पर बनाई जा रही फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी का भी भूमिपूजन किया जाएगा. जिसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजीत पवार तथा राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले विशेष तौर पर अमरावती विमानतल पर उपस्थित रहेंगे और अमरावती शहर सहित जिले के विकास हेतु एक नया अध्याय का प्रारंभ करेंगे.

* जनप्रतिनिधियों हेतु सर्वसामान्यों को भी आमंत्रण
इस पत्रवार्ता के दौरान एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने बताया कि, अमूमन ऐसे कार्यक्रमों में नेताओं, जनप्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है. लेकिन अमरावती की आम जनता के लिए शुुरु होने जा रहे अमरावती विमानतल के लोकार्पण अवसर पर मंत्रियों, नेताओं एवं वरिष्ठ प्रशासकीय अधिकारियों को आमंत्रित करने के साथ-साथ विभिन्न व्यापारिक, औद्योगिक व सामाजिक संगठन तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों को एमएडीसी व जिला प्रशासन की ओर से आमंत्रित किया जा रहा है. इस अवसर पर एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने अमरावती के जिलाधीश सौरभ कटियार को प्रातिनिधिक स्वरुप में सबसे पहले निमंत्रण पत्र प्रदान करते हुए आगामी 16 अप्रैल को आयोजित समारोह में उपस्थित रहने का निवेदन किया.

* 16 को सुबह 11 बजे रवाना होगी मुंबई हेतु पहली फ्लाइट
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, आगामी 16 अप्रैैल को सुबह 9 बजे मुंबई के विमानतल से अमरावती हेतु एटीआर-72 विमान उडान भरेगा, जो 1 घंटा 45 मिनट की उडान के बाद 10.45 बजे अमरावती विमानतल के रनवे पर उतरेगा. यहां पर 15 मिनट के विश्राम पश्चात यहीं विमान सुबह 11 बजे मुंबइ के लिए उडान भरेगा. इस तरह 16 अप्रैल को मुंबई से पहली कमर्शियल फ्लाइट अमरावती आएगी और अमरावती से पहली कमर्शियल फ्लाइट मुंबई हेतु रवाना होगी. जिसमें सवार होकर मुंबई जाने वाले यात्रियों को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजीत पवार तथा राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले मुंबई हेतु रवाना करेंगे और इस फ्लाइट को हरी झंडी दिखाएंगे.

* दो साल में 52 वीं बार अमरावती पहुंची स्वाति पाण्डेय
एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पाण्डेय ने इस पत्रवार्ता में बताया कि, आज वे इस पत्रवार्ता के लिए दिल्ली से नागपुर और फिर नागपुर से अमरावती की फ्लाइट पकडकर आयी है. साथ ही विगत दो वर्षों के दौरान यह उनका 52 वां अमरावती दौरा है. इस दौरान उनकी पूरी टीम ने अमरावती विमानतल के विकास व विस्तार का काम तेजी के साथ पूरा करने का प्रयास किया. साथ ही अमरावती विमानतल को डीजीसीए की ओर से ऑपरेटींग लाईसेंस दिलाने हेतु भी महत प्रयास किये गये. इसमें एमएडीसी को राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन का पूरा सहयोग मिला. जिसकी बदौलत अब आगामी 16 अप्रैल को अमरावतीवासियों की लंबी प्रतीक्षा खत्म होने जा रही है और अमरावती का विमानतल शुरु होने के साथ-साथ यहां से मुंबई के लिए हवाई सेवा भी शुुरु होने जा रही है.

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