* विदर्भ के एकमात्र विद्यार्थी
अमरावती/दि. 29 – प्रसिद्ध मेटल व्यापारी गौरीशंकर हेडा के सुपुत्र सुमित ने बडी उपलब्धि प्राप्त की जब उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ एक्चुररीज ऑफ इंडिया (एआईए) से फेलोशिप प्राप्त हुई. उन्होंने एप्च्युरियल साइंस की सभी 13 परीक्षाएँ उत्तीर्ण कर ‘एक्चुरी’ की प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त की है. वर्तमान में, भारत में केवल 660 एक्चुरी हैं, जिससे यह उपाधि अत्यंत सम्मानजनक और विशिष्ट बन जाती है. सुमित हेडा की सफलता से समस्त अमरावती का राजस्थानी समाज गदगद हो गया है. उल्लेखनीय है कि, पिछले 12-13 वर्षों से सुमित सतत यह फेलोशिप परीक्षाएं दे रहे थे. प्रत्येक में उत्तीर्ण हो जाने की जानकारी पिता गौरीशंकर हेडा ने दी. उन्होंने बताया कि, सुमित फिलहाल में में ट्रांसवैली में कार्यरत है.
* क्या है एक्चुरियल साइंस – जोखिम प्रबंधन का विज्ञान
एक्चुरियल साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो गणित, सांख्यिकी, वित्त और अर्थशास्त्र का उपयोग करके जोखिमों का आकलन और प्रबंधन करता है, विशेष रूप से बीमा, पेंशन और निवेश के क्षेत्रों में. एक्चुरी विभिन्न मॉडलों के माध्यम से भविष्य की घटनाओं (जैसे दुर्घटनाएँ, प्राकृतिक आपदाएँ, या व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा) की भविष्यवाणी करते हैं और उनसे जुड़े वित्तीय प्रभावों का विश्लेषण करते हैं. यह कंपनियों को सही प्रीमियम निर्धारण, वित्तीय रिजर्व प्रबंधन और जोखिम प्रबंधन में मदद करता है.
* सुमित की सफलता पर हार्दिक बधाई!
सबसे कठिन एक्चुरी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने पर सुमित हेडा को समाज के विविध क्षेत्र से ढेरो बधाई संदेश मिल रहे हैं. राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल जु. अग्रवाल ने भी सुमित की उपलब्धि पर उनका और परिजनों का अभिनंदन किया है. यह भी कहा कि, राजस्थानी समाज इस उपलब्धि पर गर्वित महसूस कर रहा है. ऐसे ही अन्य मान्यवरों ने भी सुमित हेडा को बधाई दी है. उल्लेखनीय है कि, शहर के प्रसिद्ध राधावल्लभ रामस्वरुप हेडा फर्म के गौरीशंकर हेडा के सुपुत्र सुमित की माताजी शोभा हेडा है. उनकी पत्नी अंकिता हेडा है. सतत लगन से सुमित ने यह फेलोशिप प्राप्त की है.