अमरावती

परिचारिकाओं के तबादलों में स्वास्थ्य उपसंचालक कर रहे मनमानी

परिचारिका संगठन ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२४ – राज्य कर्मचारी संगठन व परिचारिका संगठन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सभी संवर्गों में वर्ष 2021-22 के सर्वसाधारण तबादले सरकारी नियमानुसार किये जाने की मांग की गई है. जिसे लेकर 20 जुलाई 2021 को स्वास्थ्य सेवा संचालक अर्चना पाटील को अमरावती दौरे के तहत निवेदन दिया गया था. पश्चात गत रोज 23 जुलाई को स्वास्थ्य उपसंचालक राजकुमार चौहाण को निवेदन सौंपकर समूपदेशन के जरिये परिचारिकाओं का तबादला करने का निवेदन किया गया. किंतु स्वास्थ्य उपसंचालक द्वारा तबादला पात्र परिचारिकाओं के पसंदक्रम व समुपदेशन की अनदेखी करते हुए दबावतंत्र का प्रयोग किया जा रहा है और मनमानेपूर्ण ढंग से परिचारिकाओं के तबादले किये जा रहे है. यह अपने आप में परिचारिकाओं के लिए काफी असुविधापूर्ण है. इस आशय का प्रतिपादन परिचारिका संगठन की वर्षा पागोटे तथा राज्य सरकारी कर्मचारी संगठन के महासचिव डी. एस. पवार द्वारा यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में किया गया.
इस पत्रवार्ता में कहा गया कि, इस समय शहरी, नागरी, ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्र में परिचारिकाओं के कई पद रिक्त है. जहां पर जाने के लिए परिचारिकाएं भी तैयार है. किंतु परिचारिकाओं की केवल इतनी ही मांग है कि, तबादला करने से पहले उनके पक्ष को भी सुना जाये और उनकी सुविधाओं के बारे में सहानुभूतिपूर्ण ढंग से विचार किया जाये. समुपदेशन के जरिये किये जानेवाले तबादलों के अब तक बेहतरीन परिणाम सामने आये है. किंतु मौजूदा स्वास्थ्य उपसंचालक डॉ. राजकुमार चौहाण द्वारा समुपदेशन की अनदेखी करते हुए मनमाने ढंग से तबादले किये जा रहे है. जबकि कोविड संक्रमण काल के दौरान सभी परिचारिकाओं ने पूरे समर्पित भाव से मरीजों की सेवा की. इस बात की भी तबादला प्रक्रिया के तहत अनदेखी की जा रही है. इस पत्रवार्ता में चेतावनी दी गई कि, यदि परिचारिकाओं के पक्ष को नहीं सुना जाता है, तो मजबूरन परिचारिकाओं को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पडेगा.
इस पत्रवार्ता में अरूणा सरायकर, विना बागडे, सविता गवई, प्रज्ञा कान्हेकर, कूंदा मानमोडे, ममता चव्हाण, प्रणिता आगलावे, बेबी तब्बसुम शेख, जयश्री गणोरकर व कांता वायकुल आदि उपस्थित थे.

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