फैमिली कोर्ट में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम
अमरावती/दि.7-भारतीय परंपरा में पारिवारिक विवादों और सामाजिक विवादों को सुलझाने में मध्यस्थ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. यदि यह मुख्य रूप से पारिवारिक विवाद है, तो परिवार और विशेषकर बच्चों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए मध्यस्थता का व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय, मुंबई के निर्देशानुसार 5 अगस्त को फैमिली कोर्ट, अमरावती में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
इस कार्यक्रम के आयोजन के अवसर पर अधिवक्ता आशीष लांडे ने मध्यस्थता की मूल अवधारणा, आवश्यकता और लाभ पर मार्गदर्शन दिया. तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव जी.आर.पाटिल ने मामलों की श्रेणी के अनुसार मध्यस्थता की उपयोगिता और इसकी प्रक्रियाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश आर.आर. पोंदकुले ने की. उन्होंने ने भी समयोचित मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में किए गए मार्गदर्शन का कई पक्षकार, वकील और कोर्ट के सभी कर्मचारियों ने लाभ लिया. कार्यक्रम का संचालन समुपदेशक एस. एन. तेलरांधे ने किया. तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी का व कार्यक्रम को सफल बनाने वाले संबंधितोें का आभार लिपिक वाय.बी.देशमुख ने माना.