अमरावती

पुरातत्व विभाग द्बारा अचलपुर व चिखलदरा को भेंट

अचलपुर के ‘उस’ गेट पर लगेगा सुरक्षा कठडा

* दुल्हा गेट की सिढिया बंद करेंगे
* गेट पर तैनात कर्मचारी को पडी फटकार
अमरावती/दि.11– झेंडा लगाने के विवाद को लेकर 2 समूदाय में हिंसक झडप की वारदात अचलपुर के दुल्हा गेट क्षेत्र में घटी थी. जिसके बाद इस गेट पर सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा कठडा बिठाने का निर्णय लिया गया है. दुल्हा गेट पर चढने के लिए जो सिढिया है, उसे भी पुरातत्व विभाग द्बारा बंद कर दिया जाएगा. सोमवार को जिलाधीश, राजस्व विभाग व पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. जिसके बाद दुल्हा गेट परिसर में सुरक्षा के उपाय करने का निर्णय लिया गया है.
अचलपुर शहर में कुल 5 गेट है. जिस ओर पुरातत्व विभाग की पुर्णत: अनदेखी ही हो रही है. विगत महीने यहां के गेट पर झेंडा लगाने को लेकर जो विवाद हुआ, उसकी गूंज समूचे राज्य में सुनाई दी. जिसके बाद जिलाधीश पवनीत कौर, प्रभारी पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, अचलपुर के उप विभागीय अधिकारी संदीपकुमार अपार, पुरातत्व विभाग नागपुर के अधिकारी नायर मिलिंद अंगाईतकर, तहसीलदार मदन जाधव, मुख्याधिकारी राजेंद्र फतले, थानेदार माधव गरुड आदि ने जिलाधीश कार्यालय में बैठक कर विवादीत जगह पर सुरक्षा की दृष्टि से उपाय करने की सुचना दी. पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने दुल्हा गेट क्षेत्र को भेंट देकर सुरक्षात्मक उपाय को लेकर नियोजन किया.

* 3 वर्ष बाद दिखा सुरक्षा कर्मचारी
पुरातत्व विभाग द्बारा जिले के सभी ऐतिहासिक वास्तु स्थल पर एक-एक कर्मचारी नियुक्त है. संबंधित वास्तु की सुरक्षा व स्थिति पर नजर रखने के लिए पुरातत्व विभाग द्बारा प्रत्येक ऐतिहासिक वास्तु स्थल पर एक कर्मचारी नियुक्त किया गया है. अचलपुर के दुल्हा गेट पर सिरसाठ नामक कर्मचारी की नियुक्ति की गई है. लेकिन यह कर्मचारी विगत 3 वर्ष बाद पहली बार दिखने से उसे अधिकारियों की फटकार का सामना करना पडा. पुरातत्व विभाग द्बारा नियुक्त कर्मचारी केवल वेतन लेने के लिए ही नियुक्त है, काम करने के लिए नहीं, ऐसा इससे जाहीर हो गया.

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