मेलघाट में अर्हम ग्रुप ने किया 1000 ब्लैंकेट का वितरण
राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब की प्रेरणा*
* आदिवासियों ने कंपकंपाती ठंड से पाई राहत
अमरावती /दि. 6– परमात्मा की असीम कृपा से,राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब की प्रेरणा से अर्हम युवा सेवा ग्रुप द्वारा कंपकंपाती ठंड में मेलघाट जैसे दुर्गम क्षेत्र में 1000 आदिवासियों को कंबल अर्पण करने का महा प्रकल्प हाल ही में संपन्न हुआ.
मेलघाट के गोलाई, कंजोली, सिनबन, रानिगाव, शिवाझिरी, हिराबंबई, दादरा, नारदू, रेल्वे धुलघाट, जामपाणी, बिरोटी, बारातांडा, सावलिखेडा, साद्राबाडी, राजपूर, लाकटू, बबईढाना, राणापिसा, नागझिरा, झांझरीढाना, ढोमनाढाना, सुसर्दा, दाबका, टेंब्रूखेडा, दाभिया, गवलांडोह, चेंडो, पलसकुंडी ऐसे करीब 30 गांवों के 1000 आदिवासियों को अर्हम युवा सेवा ग्रुप द्वारा सुसर्दा ग्राम के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी विद्यालय के विशाल प्रांगण में आमंत्रित किया गया. सेवा के महा प्रकल्प के इस अवसर पर विशेष सहयोगी व बतौर अतिथि के रूप में आमंत्रित अमरावती के वरिष्ठ गौ सेवक चंद्रकांत जी दामाणी, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ अंबापेठ अमरावती के कार्यकारिणी सदस्य नरेशभाई देसाई, मेलघाट-धारणी के बीजेपी के ग्रामीण जिला उपाध्यक्ष आप्पा लक्ष्मीकांतजी पाटिल, श्रीमती के.ला. महाविद्यालय के प्रा. डॉ सुनील मावस्कर, सुसर्दा ग्राम के जिला परिषद के गेंदालालजी मावस्कर, रतिलालजी पटोरकर, दिलीप वसू, बिसराम झामरकर, रमेश गायन, काशीराम जावरकर, एकल विद्यालय आँचल पर्यवेक्षक हरीलाल मावस्कर, पूर्व सैनिक, विभाग पर्यवेक्षक बंसीजी सेलुकर, लक्ष्मणराव मानकर ट्रस्ट अमरावती जिला के सभी आचार्य वृंद, राहुल निकम, उज्ज्वल राठोड़, अंकुश पवार आदि मान्यवर मंच पर प्रमुख रूप से उपस्थित थे. अर्हम युवा सेवा ग्रुप की पीआरओ सुश्री दीपिका दामाणी ने परम गुरुदेव की प्रेरणा से अर्हम ग्रुप की गतिविधियों का परिचय देते हुए आदिवासियों को जीवन में चाहे सुख हो या दुःख हो हमेशा मुस्कुराते रहने का संदेश दिया. संचालन संतोष कछवार व आभार कुंतल पाटिल ने अपनी मधुर वाणी से व्यक्त किया. पश्चात उपस्थित एक हजार आदिवासियों में अर्हम सेवकों व उपस्थित मान्यवरों द्वारा कंबल वितरित किए गए.
इस उपक्रम को सफल बनाने में क्रमशः श्रीकृष्ण सेवा समिति नागपुर,श्री सुरेशभाई दोशी, अनुज कनकभाई शाह परिवार, अनीला बेन प्रदीपभाई धुवाविया परिवार, स्व. गुणवंती बेन की स्मृति में महेंद्रभाई आडतीया परिवार, झरणा परेश बावीसी, झंखना परेश बावीसी, मीनाक्षी परेश बावीसी, साधर्मिक बहन, स्व. विजीतभाई की स्मृति में शैलेशभाई मेहता परिवार, श्रुति बेन विक्रमभाई मेहता परिवार, स्व. सुरेशभाई की स्मृति में सिरासाव परिवार, स्व. चंदनबेन की स्मृति में संघाणी परिवार, स्व. ललीतभाई की स्मृति में संघाणी परिवार, स्व. कमलाबेन पटेल की स्मृति में जितुभाई जे. पटेल परिवार, धीरूभाई संघाणी, अनीता प्रकाशजी अग्रवाल, सोनल बेन बदाणी, डागाजी, मीता बेन कोठारी, स्व. हसुमति बेन की स्मृति में बावीसी परिवार, प्रियांश किशोर दोशी, स्व. बलवंत भाई की स्मृति में मांडवीया परिवार, स्व. विनोदराय भाई की स्मृति में सुधाबेन हपाणी (मुंबई), श्रीमती नीरुबेन गांधी, बिना दीदी चावड़ा आदि पुण्यशालियों ने अपने परिग्रह का त्याग कर यथा शक्ति योगदान दिया. अर्हम सेवक उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अंतर्मन से उनके श्रेष्ठ भावों की अनुमोदना करते हैं. सेवा के इस महा प्रकल्प को विकास भाई देसाई, भव्य भाई धुवाविया, अनुराग सेन, मेघा दीदी टप्पे, उमा दीदी केडिया, निधि दीदी दोशी, राजुल दीदी देसाई, दीपिका दीदी दामाणी आदि सभी अर्हम सेवकों ने मिलकर सफल बनाया.