अर्हम युवा सेवा ग्रुप ने किया जरूरतमंदों को नाश्ते का वितरण
राष्ट्रसंत श्री नम्रमुनि महाराज साहब की 32वीं दीक्षा जयंती उपलक्ष्य में
अमरावती/दि.16– राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब की 32वीं दीक्षा जयंती के अवसर पर अर्हम युवा सेवा ग्रुप व्दारा सरोज चौक में ‘अर्हम आहार’ का आयोजन किया गया. भोजन में मसाला पुलाव, दालफ्राय, खमण ढोकला, तिरंगी मावा बर्फी अर्पण का भोजन करवाया गया.
गुरुदेवजी का कहना है कि ‘मनुष्य ने अपने परिग्रह का त्याग कर परोपकार की भावना सदा प्रबल रखनी चाहिए’. राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरुदेव के आशीर्वाद व प्रेरणा से अर्हम युवा सेवा ग्रुप निरंतर हर शनिवार बेघर, निराधार, अंध, अपंग, आबाल वृद्ध, मजदूर वर्ग, असहाय, जरुरतमंद लोगों को शुद्ध, सात्विक और पौष्टिक भोजन करवाने की अखंड सेवा देता आ रहा है. समाज में एक तरफ ऐसा वर्ग है जो शादि ब्याह, जन्मदिन जैसे छोटे-बडे विविध प्रसंगों पर तो अधिक से अधिक खर्च कर देते है, परंतु एक तरफ ऐसा वर्ग है जिनके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना तक काफी मुश्किल का काम है. परम गुरुदेव बताते है कि कोई भी मनुष्य भूखा ना रहे. भोजन हर मनुष्य की मूलभूत आवश्कता है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए पिछले 6 सालो से अमरावती में अर्हम युवा सेवा ग्रुप व्दारा शुद्ध व सात्विक भोजन की सेवा प्रदान की जा रही है.
अर्हम युवा सेवा ग्रुप शहरवासियों से आवाहन करता है कि, मनाइए अपने बच्चों व परिवारजनों का जन्मदिन, शादी की सालगिरह, बडे बुजुर्गो की पुण्यतिथि, पुण्यस्मरण भूखों को भोजन देने अर्हम आहार के संग. परिग्रह त्याग से परोपकार का परम आनंद आप भी अनुभव कर सकते है. अर्हम आहार सेवा में आप अपने बाहर गांव के रिश्तेदारों, मित्र परिवार को भी आहार दान की इस सेवा में जोडकर पुण्योपार्जन कर सकते है. ‘अर्हम आहार’ बुकिंग हेतु आप अर्हम युवा सेवा ग्रुप के नंबर 9423425208, 9136442497 पर संपर्क कर सकते है.
परम गुरुदेव की दीक्षा जयंती के पावन अवसर पर अर्हम आहार वितरण सेवा में ग्रुप की सदस्या निधि दीदी ने कहा कि, पिछले 6 सालो से परम गुरुदेव की प्रेरणा, आशीर्वाद से और शहरवासियों के सेवा सपोर्ट से अर्हम ग्रुप निरंतर गरमागरम भोजन निराधार, अपंग, बेघर, असहाय व जरुरतमंद लोगों को देने का कार्य कर रहा है. संकट की घडी कोरोना काल में भी अर्हम आहार भोजन वितरण का कार्य शुरु ही रखा था. निमिषभाई संघाणी, विकासभाई, राजुल दीदी देसाई, भव्य भाई, निकिताबेन धुवाविया, अलयभाई शाह, रेखाबेन शाह, मनीषाबेन बदाणी, दर्शनाबेन मेहता, रोमितभाई, रितेशभाई पारेख आदि अर्हम सेवकों ने मिलकर सेवा को सफल बनाया है.