तपती धूप में पंछियों के लिए जलपात्र व पानी की व्यवस्था
युवाओं के सहभाग से हो रहा सेवाकार्य

परतवाड़ा दि.12– आज कल मौसम काफी गरमाने लगा है. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है वैसे-वैसे पानी की आवश्यकता भी बढने लगती है. जिस प्रकार मानवों को पानी की जरुरत होती है उसी प्रकार बेजुबा पंछियों को भी पानी की जरुरत गर्मी में अधिक होती है. नदी,तालाब सुख जाने के कारण पंछियों को पानी के लिए भटकना पड़ता है. कई बार पानी के अभाव में पंछियों की मौत भी हो जाती है. इसलिए कहा जाता है कि, तपती धूप में जलपात्र में पानी रखे और एक कटोरी में उनके लिए दाना जरुर रखे. इस कहावत को चरितार्थ करते हुए शहर के सेवा की भावना रखने वाले युवक गज्जू ठाकूर, राहुल ठाकूर, प्रतिक विके, राहुल पाटील इन्होने प्रतिवर्षानुसार इस बरस में पंछियों के लिए शहर में जगह-जगह जलपात्र की व्यवस्था की है. यह सभी युवक हर रोज सुबह यहां पर सेहत बनाने योगा प्राणायाम व वर्दीश करने आते है. साथ ही किसी के भी लिए वे हमेशा मदद के लिए आगे रहते है. पानी के अभाव में पंछियों को परेशानी होती है यह बात हम सभी जानते है मगर उसके लिए कोई पहल नहीं करता इसी बात को जानकर गज्ज्जू ठाकूर, राहुल ठाकूर, प्रतिक विके और राहुल पाटील ने अपने खर्चे से माटी के जलपात्र लाये और स्थानीय वाघामाता गार्डन में पेडों पर लगाये. जिसमें हर रोज वे पानी ड़ालते है और एक कटोरी में पंछियों के लिए दाना भी रखते है. साथ ही परिसर के श्वानों के लिए भी वे रोज दुध, ब्रेड, बिस्कीट की व्यवस्था कर उनकी कुछ पैमाने पर सेवा करते है. उनका कहना है कि, हमें जुबा है हमें क्या चाहिए हम बोल सकते है परंतु इन पंछियों, प्राणियों की जरुरत को यदि समझे और उनके काम आये इससे बड़ी और कोई सेवा नहीं.